जन जन की आस्था का केन्द्र शिशोदा में क्षेत्रपाल भैरूजी मंदिर प्रबंधन जब से प्रशासन के हाथ में आया है, तब से दिन दुनी और रात चौगुनी आय बढ़ती जा रही है। पहले 7 माह में 13 लाख रुपए भेंटपेटी में आए थे, लेकिन जब से प्रशासन द्वारा सुरक्षा गार्ड लगाए और सभी लोगों को भेंट राशि पेटी में डालने के लिए पाबंद किया, तब से मंदिर की आय में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। आपको बता दें कि 33 दिन में ही भेंट पेटियां भर गई, जिसकी गिनती करने पर 41 लाख रुपए निकले। यानि प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा की आय मंदिर को हो रही है। मंदिर में आय व्यय का ब्यौरा जैसे ही सार्वजनिक होने लगा, वैसे ही मंदिर की आय एक साथ बढ़ गई है।
शिशोदा स्थित भैरूजी मंदिर में चढ़ावे की हर राशि पेटी डालने और व्यवस्था पूर्ण रूप से पारदर्शी बनाने के लिए श्री क्षेत्रपाल भैरूजी मंदिर प्रबंधन कमेटी अध्यक्ष और नाथद्वारा उपखंड अधिकारी अभिषेक गोयल द्वारा 2 सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए। इन सुरक्षा गार्ड द्वारा सभी श्रद्धालुओं को चढ़ावे की हर राशि भेंट पेटी में डालने के लिए कहा गया। इसका परिणाम यह रहा है कि एकाएक मंदिर की आय में कई गुणा बढ़ोतरी हो गई। पहले 21 अक्टूबर को पेटी खोली गई थी, तब 13 लाख 65 हजार रुपए निकले थे। उसके बाद करीब 33 दिन बाद फिर पेटी से 41 लाख 6 हजार 120 रुपए निकले। पहले 7 माह में सिर्फ 13 लाख ही मिले और अब एक माह में ही 41 लाख रुपए प्राप्त हुए। मंदिर में पेटी खोलकर नकदी की गिनती देलवाड़ा तहसीलदार हुकम कंवर, उप कोषाधिकारी नाथद्वारा के नेतृत्व में की गई। इस दौरान राजस्व निरीक्षक जगदीश पुरोहित, रामचंद्रसिंह झाला, शिवलाल तेली, रविन्द्र श्रीमाली, प्रियरंजन त्रिवेदी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी नाथद्वारा भंवरसिंह, लेखाकार नाथद्वारा विरेन्द्रसिंह मोजावत, शिशोदा कनिष्ठ लिपिक लीलाधर जोशी, खमनोर कांस्टेबल हरिराम, दिनेश आदि मौजूद थे।
व्यवस्था पारदर्शी होते ही बढ़ी आय
शिशोदा के भैरूजी मंदिर में सुरक्षा गार्ड लगने के बाद चढ़ावा राशि एकाएक चमत्कारिक बढ़ोतरी हुई है, जिससे प्रशासनिक अधिकारी, कार्मिक भी हैरान रह गए। पहले ज्यादातर राशि लोग खुले में पाट पर ही रख देते थे और सभी चढ़ावे की राशि पेटी में ही डाली जाने लगी है। नाथद्वारा उपखंड अधिकारी अभिषेक गोयल के इस निर्णय को लेकर आमजन में हर्ष लहर व्याप्त हो गई है।
एक- दूजे की शिकायत से खुली पोल
शिशोदा में श्री क्षेत्रपाल भैरूजी मंदिर में भैरूजी के शृंगार को लेकर जितने भी सोने, चांदी के जेवर, बर्तन को लेकर भी प्रशासन व देवस्थान विभाग के पास शिकायतें पहुंची है। शिकायत में बताया कि मंदिर में ग्रामीणों की बैठक के दौरान पुजारियों द्वारा जितने सोने- चांदी के जेवर व बर्तन दिए गए, उसमें काफी मात्रा में जेवर व बर्तन अब तक भी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किए हैं। इस बीच जय क्षेत्रपाल भैरूधाम (शिशोदा) सार्वजनिक प्रन्यास के नाम से सब रजिस्ट्रार नाथद्वारा में पंजीयन करवा दिया, जिसका कोई औचित्य ही नहीं है। इसमें जो जेवरात व बर्तनों का हिसाब दिया, वह भी बहुत कम होने की शिकायत है।
सब रजिस्ट्रार में पंजीयन करवाकर मंदिर के लाखों रुपए की चपत लगाने का भी आरोप है। क्योंकि मंदिर ट्रस्ट का गठन देवस्थान विभाग में ही हो सकता है, जहां पहले से एक दूसरे पक्ष द्वारा दावा प्रस्तुत कर रखा है। ग्रामीणों में आपसी विवाद के बाद अब मंदिर के सोने- चांदी के शृंगार सामग्री व बर्तन करोड़ों के बताए थे, लेकिन नाथद्वारा सब रजिस्ट्रार में कराए गए पंजीयन में बहुत सोने- चांदी के जेवर व बर्तन ही दर्ज किए गए। ग्रामीणों एवं भक्तों की शिकायतों के बाद ही नाथद्वारा उपखंड अधिकारी द्वारा सुरक्षा गार्ड लगाए गए हैं। इसकी कुछ लोगों ने विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से भी शिकायत की थी।
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