चित्तौडग़ढ़ के सांवरियाजी मंदिर की तर्ज पर अब राजसमंद जिले का ढेलाणा भैरूजी मंदिर भी राजस्थान में एक आदर्श और आत्मनिर्भर मंदिर के रूप में विकसित होने लगा। यहां भी सांवरियाजी मंदिर की तर्ज पर ट्रस्ट का गठन किया और चढ़ावें के हर एक रुपए का हिसाब रखने लगे, तो लाखों रुपए की आमदनी होने लग गई। अब सांवरियाजी की तरह ही यहां खजाना खोलने पर रुपयों की गिनती के लिए तहसीलदार के साथ ही दो दर्जन से ज्यादा कार्मिक, अधिकारी, पुलिस, ट्रस्टी की मौजूदगी रही है
आमेट में ढेलाणा भैरूनाथ मंदिर परिसर में बुधवार को दोन पात्र खोला गया। इसमें 17 लाख 12 हजार 211 रुपए निकले।
भैरूनाथ विकास व्यवस्था ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी भैरूलाल कुमावत ने बताया कि मंदिर का दान पात्र आमेट तहसीलदार भागीरथसिंह की अध्यक्षता में खोला गया। इसमें 17 लाख 12 हजार 211 रुपए की राशि निकली। कार्यालय की रसीदों से 42 लाख 8 हजार 471 रुपए आए। इस प्रकार कुल 59 लाख 20 हजार 682 रुपए का दान प्राप्त हुआ। वहीं जेवरात में 15 किलो 571 ग्राम चांदी, 10 ग्राम सोना भेंट आया। दान में प्राप्त राशि मंदिर निर्माण कार्य में खर्च की जाती है।
इस दौरान ट्रस्ट समिति अध्यक्ष जगदीश पालीवाल, कोषाध्यक्ष सुरेश कोठारी, तहसील आरआई सीताराम खटीक, पारसमल बुनकर, किशनसिंह, पटवारी श्रीराम रेगर, लेखाकार कैलाश लोहार, मनोज सीमार, कैशियर निर्मल वसीटा, सिपाही हेमाराम, भामाशाह बाबूलाल पालीवाल, महासचिव भैरूलाल, सुरेश कुमावत, लक्ष्मीलाल कोठारी, छोगालाल, रामलाल कुमावत, रमेशचन्द्र, हजारीलाल, वरदीचन्द खेड़ी, कन्हैयालाल कुमावत, व्यवस्थापक पेमालाल कुमावत, गुड्डू दाधीच, धर्मेश सरगरा, किशनलाल, केसूलाल, चुन्नीलाल कुमावत आदि मौजूद थे।