राजसमंद। राजसमंद जिला कारागृह में 55 की क्षमता के मुकाबले 85 बंदियों को रखा हुआ है और उसमें भी 23 बंदी कोरोना संक्रमित है। ऐसे में अन्य बंदियों के भी कोरोना संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि जेल प्रशासन ने संक्रमित बंदियों को अलग आइसोलेट कर रखा है।
यह खुलासा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमंद के सचिव म मनीष कुमार वैष्णव द्वारा किए गए जिला कारागृह के निरीक्षण में हुआ। निरीक्षण के अनुसार राजसमंद जिले के गठन के 28 वर्ष बाद भी उपखंड स्तर की जेल ही कार्यरत है। जेल क्षमता मात्र 55 बंदियों को रखने की है लेकिन कारागृह में 85 बंदी निरूद्ध मिले। वर्तमान मेें विश्वव्यापी कोरोना महामारी के मध्यनजर क्षमता से अधिक बंदी निरूद्ध होने के कारण कारागृह में सोशियल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो पा रही है। डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि वर्तमान में संक्रमित बन्दियों को आवश्यक दवाईयां दी जा रही है तथा उन्हें प्रथक से आइसोलेट किया गया है। डॉ. शर्मा ने बताया कि संक्रमितों के लिए पल्स ऑक्सीमीटर, स्टेथोस्कॉप, नेबूलाईजर, वेपोराईजर, विद्युत केतली, इमरजेंसी में ऑक्सीजन सिलेंडर, फ्लो मीटर एवं ग्लूकोमीटर की आवश्यकता है। इस पर उच्च अधिकारी को आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अवगत करवाया। जेल प्रशासन द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कारागृह में 23 बंदी कोविड-19 संक्रमित है। संक्रमित बंदियों को पृथक से आइसोलेट किया गया है। मनीष कुमार वैष्णव ने सभी बंदीयों एवं कार्मिकगणों की सेंपलिंग करवाने, जेल में हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करवाने, कोविड-19 की गाईडलाईन की कडाई से पालना करवाने, मास्क का प्रयोग करने एवं सेनेटाइजेशन, हाइपोक्लाराइट का छिडकाव करवानें के निर्देश दिए।