चार साल की बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद उसे तालाब में फैंक दिया। आरोपियों को पकड़ने के लिए 20 थानों की पुलिस जुटी। 36 घंटे की तलाश के बाद आरोपी को पकड़ लिया।
राजस्थान जयपुर ग्रामीण जिले बुधवार शाम को साढ़े चार साल की बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म और तालाब में फेंककर हत्या करने वाले फरार आरोपी को 36 घंटे बाद पुलिस ने शुक्रवार को धरदबोचा। बुधवार को अगवा हुई बच्ची का शव गुरुवार सुबह 9 बजे पानी में नजर आया। मेडिकल बोर्ड से हुए पोस्टमार्टम में मासूम बच्ची के साथ हत्या से पहले दुष्कर्म की बात भी सामने आई। तब देवली गांव में आक्रोश व्याप्त हो गया। सैंकड़ों की संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। तब जयपुर ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने खुद देवली गांव में पहुंचकर कैंप किया।
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में गांव में घर से गायब एक नशेड़ी युवक पर संदेह हुआ। तब जयपुर ग्रामीण जिले के 20 थानों के 600 पुलिसकर्मियों को फरार आरोपी की तलाश में लगा दिया। इनकी कमान एएसपी (मुख्यालय) धर्मेंद्र यादव व कोटपूतली एएसपी रामकुमार कस्वां सहित तीन एएसपी और तीन डीएसपी को सौंपी गई। पुलिस के साथ स्थानीय ग्रामीण भी आरोपी की तलाश में जुटे। आखिरकार, करीब 40 घंटों के बाद दूदू इलाके में लापोडिया के खेतों में खड़ी फसल के बीच छुपे हुये आरोपी को पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से धरदबोचा।
जयपुर ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुरेश कुमार बलाई (25) देवली, नरैना जयपुर का रहने वाला है। वह शराब और गांजा, स्मैक का नशा भी करता है। जानकारी के अनुसार गांव में ही रहने वाली साढ़े चार की मासूम बच्ची बुधवार शाम करीब 5 बजे घर के बाहर खेल रही थी। इस बीच वहां से आरोपी सुरेश बलाई बाइक लेकर गुजर रहा था। उसने शराब पी रखी थी।
साथ ही, अपने दोस्त के साथ मिलकर नशा भी किया हुआ था। रास्ते में बच्ची खेलते हुए सुरेश की बाइक के आगे आ गई। मासूम बच्ची ने सुरेश की बाइक को देखकर हाथ बढ़ाया। तब अनजान बच्ची को सुरेश ने बाइक पर बैठा लिया। नशे में होने से उसकी नीयत बिगड़ गई। तब बच्ची का अपहरण कर गांव से बाहर निकलकर सुनसान जगह पर उसने मासूम बच्ची से दुष्कर्म किया।
एएसपी धर्मेंद्र यादव ने बताया कि खून से लथपथ बच्ची बेहोश हो गई। तभी दूर से ट्रेक्टर आता देखकर नशे में धुत सुरेश घबरा गया। उसने बेहोश बच्ची को उठाकर तालाब में फेंक दिया। वहां से फरार हो गया। दूसरी तरफ, बच्ची के नजर नहीं आने पर परिजनों ने तलाश शुरू की। बुधवार रात को नरैना थाने में अपहरण का केस दर्ज करवाया। अगले दिन गुरुवार सुबह 9 बजे बच्ची का शव तालाब में मिला। तब विरोध प्रदर्शन हो गया। इसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने सुरेश को धरदबोचा।