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राजसमंद। कोरोना के बढ़ते प्रकोप व कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान मे रखते हुए बाल कल्याण समिति राजसमंद सदस्य हरजेंद्र सिंह चौधरी ने जिला चिकित्सालय राजसमन्द में शिशु वार्ड का गत दिनों निरीक्षण किया था वहा उस समय कोरोना से तीसरी लहर से बच्चों पर प्रभाव देखते हुए पूर्व तैयारी के निर्देश प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ललित पुरोहित को दिए थे, उसके फॉलोअप के लिए पुन: औचक निरीक्षण हरजेंद्र सिंह चौधरी ने किया तो एसएनसीयु जहां जन्म से 28 दिन तक के बच्चों का उपचार होता है उस वार्ड मे 12 बेड पाए गए जिसमे प्रत्येक बेड पर वारमर फोटोथेरेपी, सेंटर लाइन अटेचड ऑक्सीजन व्यवस्थित मिले और तीसरी कोरोना लहर की पूर्व तैयारी मे 10 बेड आईसीयू शिशु वार्ड तैयार किया है, जो सेंटर ऑक्सीजन से जुड़े है जहां जल्दी ही वेंटिलेटर और मोनिटर लगाने की तैयारी है।

7 वेंटिलेटर को इंस्टाल करने के लिए इंजीनियर को लिखा गया है, शिशु कुपोषण वार्ड जिसमे हाल में कोरोना वार्ड संचालित था उसे हटा कर अब 10 बेड का बच्चों का जनरल वार्ड बनाया गया है, जिसमे 5 बेड ऑक्सीजन के और 5 कंसनट्रेटर लगे हुए हैं। डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि इससे भी अधिक बड़ी संख्या मे शिशु आते हैं तो कमरा न 53 मे 20 बेड बच्चों के और लगाएंगे। जिनमे 10 बेड पर ऑक्सीजन पॉइंट लगे है और अन्य 10 पर सिलेंडर से आपूर्ति की जाएगी और अधिक आवश्यकता होने पर मेडिकल वार्ड के 43 बेड मय ओक्सीजन पॉइंट को शिशु जनरल कोविड वार्ड मे तब्दील किया जा सकता हैं और उपरी मंजिल के जनरल आईसीयू मे 5 बेड और बढ़ाए जाएंगे जहां 5 वेंटिलेटर और ऑक्सीजन पॉइंट लगे हुए हैं, इसके पश्यात भी आवश्यक रहा तो एमसीएच बिल्डिंग मे उपर की मंजिल पर 20 बेड मय ऑक्सीजन लगाए जा सकते है, और इसके लिए हमें कम से कम 5 शिशु रोग विशेषज्ञ और 10 नर्सिंग ऑफिसर और वेंटिलेटर आपरेट करने के लिए पर्याप्त एन्थेटिक और पीडेट्रिक, वेंटिलेटर की आवश्यकता है। वयस्क के साथ ही अगर तीसरी लहर आ जाती है तो इस रणनीति मेे परिवर्तन कर नई रणनीति तैयार की जाएगी। इस दौरान प्रकाश वैष्णव, नानालाल, फूलचंद रेगर, समाजसेवी एडवोकेट हर्ष टांक उपस्थित थे।