मानसून की मेहरबानी के चलते राजसमन्द जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान जिले की सभी 11 तहसीलों में बारिश दर्ज की गई। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान सभी तहसीलों में बारिश हुई है। जिसमें सर्वाधिक बारिश 96 मिमी आमेट तहसील में दर्ज की गई। जबकि सबसे कम बारिश 35 मिमी भीम में हुई है।
इस बारिश के बाद जिले भर में मानसून की दस्तक को महसूस गया। जिले भर में बारिश होने से मौसम सुहाना हुआ है। लोग सावन की घटाओं का आनन्द ले रहे हैं। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों में आमेट में 96 मिमी, भीम में 35 मिमी, देलवाड़ा में 41 मिमी, देवगढ़ में 64 मिमी, गढबोर में 45 मिमी, कुंभलगढ में 50 मिमी, खमनोर में 39 मिमी, कुवारियां 40 मिमी, नाथद्वारा में 36 मिमी, रेलमगरा में 50 मिमी, राजसमन्द में 40 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इसके अलावा जिले मे 1 जून से अब तक सभी 11 तहसीलों में 207 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। जबकि इस वर्ष की शुरूआत 1 जनवरी से अब तक जिले में 219 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है।
हालांकि पिछले दिनों की बारिश से अभी जिले के किसी भी बडे़ बांध में पानी की आवक नहीं हुई। राजसमन्द की नजरें बाघेरी नाका बांध पर टिकी हुई है। बाघेरी का अतिरिक्त पानी ही नन्दसमन्द होते हुए राजसमन्द झील पहुंचता है। कल की बारिश से कटार तालाब में पानी की आवक होने से बाघेरी नाका में पानी आने की उम्मीद जगी है। लेकिन यह तय करेगा कि कटार का तालाब कब तक छलेगा।
गौरतलब है राजसमन्द जिले के प्रमुख बांधों में बाघेरी नाका बांध, नन्दसमन्द व राजसमन्द झील हैं। नन्दसमन्द व राजसमन्द में पानी आने का प्रमुख स्त्रोत बाघेरी नाका बांध हैं जिसका अतिरिक्त पानी बनास नदी में होते हुए नन्दसमन्द पहुंचता है। नन्दसमन्द के भरने के बाद अतिरिक्त पानी खारी फीडर से होता हुआ राजसमन्द झील में आता है। राजसमन्द झील में खारी फीडर के अलावा गोमती नदी का पानी भी पहुंचता है। लेकिन फिलहाल बाघेरी नाका बांध ओर गोमती नदी में पानी नहीं आया है।