राजसमंद. आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट द्वारा लखाजी की भागल में विकसित की जा रही पन्नाधाय वनस्थली की तर्ज पर कालिंजर पंचायत में 9 से 11 वनस्थलियां विकसित करने का प्लान तैयार किया है। ट्रस्ट द्वारा विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों व ग्रामीणों के सहयोग से वनस्थलियां विकसित कर एक से सवा लाख पेड़ बढ़े करने का लक्ष्य तय किया है। इसी कड़ी में दमन का महिला मंडल आगे आया है, जिन्होंने पहले चरण में 3 हजार पौधे गुजरात से लाकर रोपने की कार्ययोजना तैयार की है।

आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट अध्यक्ष नानजीभाई गुर्जर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए किसी एक व्यक्ति या संस्था द्वारा किया जाने वाले प्रयास अपर्याप्त है। इसीलिए अब जनजागरण के माध्यम से अधिकाधिक लोगों, स्वयंसेवी संस्थाओं, कारोबारियों को जोड़ा जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपे जा सकें और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य हो। इसके लिए ग्राम पंचायतों के साथ पंचायतीराज विभाग का सहयोग भी लिया जा रहा है।

ट्रस्ट सदस्य लक्ष्मीनारायण आमेटा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कई लोग जलाऊ लकड़ी के लिए पेड़ काट रहे हैं, तो कोई मकान व अन्य जगह फर्नीचर के लिए पेड़ काट रहे हैं। जरूरत पर पेड़ काटे, मगर उसकी जगह 10 नए पौधे रोपने की आदत हर व्यक्ति को अपनानी होगी, तभी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य हो पाएगा। इससे पहले ट्रस्ट के कानूनी सलाहकार दिनेश सनाढ्य ने आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट की गतिविधियों के बारे में बताते हुए अधिकाधिक लोगों को जोडऩे की बात कही। गोपाल चेरिटेबल ट्रस्ट अध्यक्ष अमिता कजरेकर ने कहा कि आज गांवों में कई जगह लोग चुल्हे पर आश्रित है, जिन्हें जलाऊ लकड़ी की जरूरत पड़ती है, लेकिन अगर घर में गाय व अन्य मवेशी होंगे, तो उसके कंडे जलाऊ लकड़ी की जगह काम में लिए जा सकते हैं। इससे पेड़ भी बचेंगे और पर्यावरण संरक्षण भी होगा। साथ ही गोवंश के साथ समस्त जीव प्राणी से प्रेम करने का आमजन से आह्वान किया। वे गुजरात में बेसहारा गोवंश से लेकर सभी तरह के जीव जन्तुओं को आश्रय देती है और उनका पालन पोषण वे कर रही है। इसी तरह उन्नत महिला मंडल दमन की अयध्क्ष मनीषा बेन ए पटेल ने कहा कि कालिंजर में 3 हजार पौधे लाकर रोपे जाएंगे। साथ ही स्थानीय लोगों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। अंत में ट्रस्ट के भंवरसिंह चौहान ने ट्रस्ट की भविष्य के कार्य र्की रूपरेखा प्रस्तुत की।