सफेद कोट में खड़े मेडिकल स्टूडेंट के चेहरे पर कई तरह की फीलिंग्स झलक रही थी। हालांकि वे उसे प्रत्यक्ष तौर पर जाहिर नहीं कर पा रहे थे, मगर कोट पहनते ही सभी स्टूडेंट के जेहन में आंतरिक खुशी झलक रही थी। कुछ छात्रों में कई तरह के संकोच और सवाल भी घनघना रहे थे, तो कुछ को अनजाना डर भी सता रहा था। फिर कुछ ही देर बाद जब बीमार से सामना हुआ, तो सभी में हिचकिचाहट भी देखी गई।
यह मौका था राजसमंद जिले के कालीवास स्थित अनंता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेस एंड रिसर्च सेंटर प्रथम वर्ष के नए छात्रों का प्रवेश पर व्हाइट कोट सेरेमनी का। कॉलेज में नव छात्रों के प्रवेश को इंडक्शन डे के रूप में मनाया गया। इसके तहत प्रथम वर्ष के छात्रों को च्व्हाइट कोटज् पहना कर कॉलेज के प्रतिभावान छात्रों द्वारा स्वागत किया गया। इस दौरान सचिव प्रभुलाल डांगी, डायेक्टर (एडमिन) डॉ. भगवान विश्नोई, सीएफओ नरेश खथुरिया, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एच.एस. भुई, उप प्रधानाचार्य डॉ. एस.के. सिंघल मौजूद थे।
डायरेक्टर बोले- बीमार से जुड़े, बीमारी से नहीं
कार्यक्रम में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. नितिन शर्मा ने छात्रों से कहा कि आपको बीमारी से नहीं जुडऩा है, बल्कि बीमार से जुडऩा है। इससे आप एक अच्छे चिकित्सक के साथ अच्छे इंसान भी बन पाओगे। संस्था के नियम व चिकित्सा क्षेत्र की गरिमा बनाए रखने का आह्वान किया। चेयरमैन नारायणसिंह राव व बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधक पकंज नागौरी द्वारा शैक्षिक व सहशैक्षिक गतिविधियों के बारे में बताया।
मेडिकल स्टूडेंट को दिलाई शपथ
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य डॉ. संध्या मांजरेकर द्वारा सभी नए स्टूडेंट को शपथ दिलाई गई। साथ ही कॉलेज के रूल्स व मेडिकल स्टूडेंट के दायित्वों से भी अवगत कराया गया। फिर नए छात्रों को च्हिप्पोक्रेटिक ओथज् दिलवाई। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हो गया।