व्यापारियों की शिकायत पर निदेशक ने सख्त कार्रवाई का दिया आश्वासन
लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
कृषि उपज मंडी कांकरोली में करोड़ों के बेशकीमती 31 भूखंड चहेतों को आवंटित करने का महाघोटाला छह साल बाद फिर गर्मा गया। कृषि मंडी जयपुर से निदेशक सीताराम औचक निरीक्षण को लेकर राजसमंद पहुंचे, तो व्यापारियों ने अनियमितता का सारा काला चिट्टा निदेशक के समक्ष रख दिया। साथ ही निदेशक को घेरकर खड़े व्यापारियों ने कृषि उपज मंडी में व्याप्त अनियमितता के धड़ाधड़ सवाल उठाए, तो निदेशक भी एक बार घबरा से गए और कोई जवाब देते नहीं बना। व्यापारी एक के बाद एक सवाल करते गए, मगर निदेशक जांच करवाकर उचित कार्रवाई करने के आश्वासन के कुछ नहीं बोल पाए।
राजस्थान कृषि उपज मंडी निदेशक सीताराम जाट सुबह करीब 11 बजे कृषि उपज मंडी कांकरोली पहुंचे, जहां मंडी सचिव संजीव पंड्या ने मंडी के कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। निदेषक ने मंडी कार्यालय का अवलोकन करने के बाद विभागीय रिकाॅर्ड भी देखा, जिस पर मंडी सचिव पंड्या ने भौतिक स्थिति से अगवत कराया, जिसमें खास तौर से नियमित कार्मिक नहीं होने की मुख्य समस्या सामने आई। साथ ही मंडी टैक्स वर्षभर में सिर्फ 22 हजार रुपए ही जमा होने पर अफसोस जताया, जिस पर व्यापारियों ने बताया कि मंडी में ज्यादातर दुकानें मंडी अधिकारियों से मिलीभगत कर कतिपय लोगों ने ले रखी है, जो व्यवसाय ही नहीं कर रहे हैं। ऐसे में कृषि उपज मंडी को राजस्व की आय कैसे होगी। साथ ही मंडी के द्वार पर कोई कार्मिक भी नहीं लगा रखे हैं, जिससे मंडी में कितना माल आ रहा है और कितना जा रहा है, इसका भी कोई रिकाॅर्ड नहीं है। इस दौरान कृषि उपज मंडी व्यापार मंडल अध्यक्ष डालचंद कुमावत, जिला परिषद सदस्य लेहरूलाल अहीर, महेन्द्रपाल तलेसरा, मनीष जैन, अर्जुन पूर्बिया, नारायण गुर्जर, विकास अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, महेन्द्र सिसोदिया, बसंतीलाल बापना, मुकेष कुमावत, सुरेष कुमावत आदि मौजूद थे।
31 दुकानों के फर्जी आवंटन की शिकायत
वर्ष 2016 में 31 दुकानों के आवंटन में अनियमितता उजागर होने पर भ्रष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो ने प्रकरण दर्ज होने के मुद्दे में विभाग स्तर पर कोई कार्रवाई नही होेने पर व्यापारियों ने सवाल उठाए। साथ ही अनियमितता के बाद विभाग स्तर पर की गई कार्रवाई के दस्तावेज भी निदेशक को देते हुए उनकी कार्यषैली पर ही सवाल खडे कर दिए। हालांकि निदेशक बोले कि तत्कालीन क्या परिस्थिति उन्हें नहीं पता है, मगर इस मामले को वे जयपुर जाकर जरूर दिखवाएंगे और अभी उसकी क्या स्थिति है। प्रकरण में जो भी संभव होगा और नियमानुसार होगा, वह कार्रवाई वे करेंगे। व्यापारी बोले कि गंभीर अनियमितता के दोषी तत्कालीन मंडी सचिव रजनीष कुमार को राजसमंद से हटा दिया, मगर अभी भी वह फिल्ड पोस्टिंग पर है। ऐसा क्यों। इस पर निदेषक सीताराम ने जल्द ही जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
जांच कर करेंगे कार्रवाई
कृषि उपज मंडी कांकरोली में 31 भूखंड आवंटन में अनियमितता की षिकायत मिली। इसमें पहले से मामला विभाग विचाराधीन है, जो किस स्टेज पर है, वह देखने के बाद नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही मंडी के निरीक्षण किया, जिसमें आय बढाने व रिक्त भूखंड आवंटित करने की कार्रवाई करने के भी निर्देष दिए गए है।
सीताराम, निदेशक कृषि उपज मंडी निदेशालय जयपुर