लक्ष्मणसिंह राठौड़ / पवन वैष्णव @ राजसमंद

आमेट शहर में अवैध बजरी खनन रोकने पर ट्रेक्टर से कुचलकर युवक की हत्या के बाद पुलिस, प्रशासन व खान महकमा अलर्ट दिखा, जिससे पहले दिन बजरी खनन माफिया की दबंगई पर प्रशासन की कार्रवाई भारी रही। खान विभाग द्वारा पहले तो अवैध रूप से बजरी खनन कर स्टॉक कर रखी 150 टन बजरी के स्टॉक को जब्त कर लिया, जबकि युवक की हत्या दोनों आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बजरी खनन के खेल में शामिल अन्य माफिया के बारे में भी पुलिस द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि बजरी खनन का बड़ा रैकेट भी खुल सकता है। पुलिस व प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद एक बार आमेट के साथ ही जिलेभर से सभी खनन स्थलों से बजरी का खनन करने वाले बदमाश फरार हो गए। अब पुलिस, प्रशासन व खान विभाग की यह सख्ती आगे कितने दिन रहती है, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर यह जरूर है कि एक बार बजरी का अवैध खनन बंद हो गया, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली है। उधर, युवक के घर पर परिजन सुबक सुबक बिलख रहे हैं और परिजनों का करूण क्रंदन हर किसी को झकझौर देने वाला है।

जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि आमेट निवासी मनीष पालीवाल पुत्र नन्दलाल पालीवाल की 13 मार्च की रात साढ़े दस बजे ट्रेक्टर से कुचलकर बजरी खनन माफिया द्वारा निर्मम हत्या कर दी। इस पर मृतक के भाई कपिल पालीवाल द्वारा नामजद रिपोर्ट दी गई, जिस पर आमेट थाना प्रभारी देवेंद्रसिंह देवल, राजनगर थाना प्रभारी हनुवंतसिंह राजपुरोहित व चारभुजा थाना प्रभारी भवानीशंकर की संयुक्त टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांगागुड़ा निवासी 23 वर्षीय मोहनसिंह पुत्र रूपसिंह रावत और 21 वर्षीय पप्पुसिंह पुत्र केसरसिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया। बताया कि वे बदमाश पहले भी बजरी चोरी कर चुके हैं, जिन्हें मृतक व उसका भाई जानते हैं। पुलिस की सख्त पूछताछ में मोहनसिंह व पप्पुसिंह ने मनीष पालीवाल को ट्रेक्टर से कुचलकर हत्या करना कबूल कर लिया। फिलहाल बजरी खनन में अन्य किसी के शामिल होने की बात प्रथम दृष्टया सामने नहीं आई है, मगर ग्रामीणों ने क्षेत्र में लंबे समय से बजरी खनन होना बताया, जिससे पुलिस द्वारा दोनों ही आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है कि आखिर बजरी खनन करवाने वाले गिरोह का मुखिया यानि सरगना कौन है। साथ ही पुलिस द्वारा हर एक पहलू से तहकीकात की जा रही है कि आखिर लंबे समय से बजरी खनन का खेल रहा है, तो उसमें किस किसकी मिलीभगत है।

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एसपी जोशी ले रहे जांच की हर एक जानकारी

बजरी खनन गिरोह द्वारा मनीष पालीवाल की हत्या के मामले की जांच पुलिस द्वारा तत्परता से की जा रही है। साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। साथ ही एएसपी शिवलाल बैरवा व कुंभलगढ़ डीएसपी नरेश कुमार भी दिनभर इसी मामले की अपडेट लेने और आवश्यक मार्गदर्शन देने में जुटे रहे। त्वरित कार्रवाई में उप निरीक्षक विशाल, एएसआई जयसिंह, निशार अहमद, खेमराज, भंवरलाल, बालूसिंह, गणपतसिंह, बलवीरसिंह, जयनारायण, हंसराज, हरिशंकर, सुमित आदि शामिल है।

दाे ट्रेक्टर के साथ 150 टन बजरी जब्त

अवैध बजरी खनन की रोकथाम को लेकर जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना सख्त दिखाई दिए। इस पर पुलिस, प्रशासन तथा खान एवं भू विज्ञान विभाग की टीम ने तत्परता से छापामार कार्रवाई की। इस तरह खान विभाग द्वारा दो जगह दबिश दी, जहां पर एक जगह से 90 टन बजरी और दूसरी जगह से 60 टन बजरी का स्टॉक जब्त किया और बजरी परिवहन में संलिप्त दो ट्रेक्टरों को भी पकड़ा गया। कार्रवाई खनि अभियंता आशिफ मोहम्मद अंसारी के नेतृत्व में की गई।

आमेट क्षेत्र में 5 साल से नहीं बजरी की लीज

आमेट तहसील की चन्द्रभागा सहित अन्य नदी नालों में बजरी खनन की लीज दिसंबर 2017 में खत्म हो गई। उसके बाद न तो खान विभाग द्वारा कोई नई लीज दी गई और न ही अधिकृत बजरी खननकर्ता कोई है। ऐसे में बगैर लीज के ही कतिपय लोगों द्वारा अवैध रूप से बजरी का खनन किया जा रहा है। बताया कि पांच साल से खुलेआम बजरी का खनन हो रहा है, जिससे कहीं न कहीं खान विभाग के साथ पुलिस व प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।

घर में मचा कोहराम, सांत्वना देने आए लोग

आमेट में बजरी माफिया की क्रूरता का शिकार बने मनीष पालीवाल के परिजनों को सांत्वना देने के लिए बड़ी तादाद में लोग उनके आवास पर पहुंचे, जहां दिनभर कोहराम ही मचा रहा। पत्नी रह रहकर बिलख रही है, तो उनकी मां, पिता व भाई भी सुबक सुबक कर रो रहे हैं। ग्रामीणों के साथ ही अन्य लोग भी सांत्वना दे रहे हैं।

मावली विधायक ने उठाया मुद्दा

आमेट में बजरी माफिया की दबंगई व मनीष पालीवाल की हत्या को लेकर मावली विधायक धर्मनारायण पुरोहित ने जयपुर में चल रही विधानसभा में मुद्दा उठाया। साथ ही अवैध बजरी खनन में संलिप्त पुलिस, प्रशासनिक कार्मिकों पर भी कार्रवाई की मांग उठाई।

पुलिस के खिलाफ खूब लगे नाराजगी के नारे

बजरी खनन माफिया की दादागिरी दिनोंदिन बढ़ने और एक के बाद एक कर तीन युवकों की बजरी माफिया द्वारा हत्या को लेकर क्षेत्रीय लोग काफी आक्रोशित हो गए। आमेट शहर में विरोध प्रदर्शन के दौरान लोग इतने उग्र हो गए कि आमेट पुलिस थाने के सभी अधिकारी व जवानों को बदलने की मांग उठाई। युवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगेन्द्रसिंह परमार ने तो पुलिस पर मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए। परमार बोले कि पुलिस थाना अब थाना नहीं, बल्कि कबूतखाना बन चुका है। साथ ही चौकी प्रभारी पर रिश्वत के गंभीर आरोप लगाए और चौकी में पुलिस की मौज करने के गंभीर आरोप लगाए।