राजसमंद। बेरोजगार युवक ने खुद के साथ झूठी लूट की कहानी रची। पुलिस के सख्ती से पूछताछ के बाद सच उगला। कुरज-खंडेल मार्ग पर रविवार शाम बाइक सवार की आंखों में मिर्ची डालकर चार बदमाशों ने साढ़े 8 लाख रुपए की फर्जी लूट का खुलासा किया। युवक मनगढ़त कहानी बनाकर परिजनों की नजर में रुपए वाला बनना चाह रहा था। सख्ती से पूछताछ में युवक ने बताया कि घर से ही मिर्ची लेकर और पेपर कटर से कट लगाकर आया और खुद के साथ लूट की कहानी रची।
पिता को बड़ी कमाई दिखाने के लिए ये साजिश रची। राजसमंद डिप्टी बेनीप्रसाद मीणा ने बताया कि देवगढ़ माणक चौक हाल दरीबा निवासी ललित 32 पुत्र धर्मराज पालीवाल बेरोजगार होने के है। इधर, परिजनों को रोजगार होने का दिलासा देकर अच्छा वेतन मिलने को कहता।
इस पर परिजनों ने मकान बनाने की सलाह दी। मकान बनाने की सलाह के साथ निर्माण कार्य शुरू करने का दबाव बनाया। इससे परेशान होकर लूट की कहानी बनाकर परिजनों का पीछा छुड़वाने की सोची। ललित पालीवाल स्वयं के घर से पेपर कटर व मिर्ची लेकर दरीबा से देवगढ़ जाने के लिए निकला। कुरज से खंडेल चौराहा के बीच सुनसान मार्ग पर जानबूझकर नीचे गिर गया और मिर्ची बिखेर दी और हाथ के पेपर कटर से कट लगा दिए। उसके बाद हल्ला मचाने लगा तो ग्रामीण दौड़कर आए और कुरज अस्पताल ले गए। जहां ललित ने पुलिस को चार बाइक सवार बदमाश आंखों में मिर्ची डालकर 8 लाख 50 हजार रुपए से भरा बैग लूटकर ले जाने की कहानी बताई। इतने रुपए कहां से लाने की पूछताछ की तो युवक ने अलग-अलग जगहों से रुपए लाना बताया।
पुलिस ने ललित के बताए नामों से क्रोस टेली किया तो राज खुला। एएसपी राजेश गुप्ता और डिप्टी बेनीप्रसाद मीणा व थानाधिकारी पेशावर खान की पूछताछ में बताया कि बेरोजगारी से परेशान होकर परिजनों से झूठ बोलते हुए नौकरी व धंधा करना बताकर अच्छा पैसा कमाने की जानकारी दी। इस पर परिजनों ने देवगढ़ में मकान निर्माण कार्य शुरू करने का दबाव बनाने लगे तो बिना पैसा मकान कैसे बनाएं। इस पर मकान निर्माण का रुपया लूटने की कहानी बनाकर परिजनों से छुटकारा पाना चाहता था।
लेकिन पुलिस के आगे चली नहीं और कहानी लोगों के आ गई। कहानी बनावटी होने पर पुलिस की दौड़ हो गई और पुलिस की अनावश्यक सख्ती लगने पर ललित के खिलाफ कार्रवाही करने लगे तो एएसपी राजेश गुप्ता और डिप्टी बेनीप्रसाद मीणा के सामने रोते हुए कार्रवाई नहीं करने की गुहार लगाई।