शेर, पैंथर, डॉग के नरभक्षी होने की खबरें तो आपने कई देखी होगी, मगर एक पालतू ऊंट ही नरभक्षी बन गया और उसने अपने ही मालिक के सिर को जबड़े से चबा दिया। यह अजीब घटना है राजस्थान के चुरू जिले की, जहां पर पशुपालक जैसे ही ऊंट के पास गया, तो उसके सिर को ऊंट ने जबड़े में पकड़ लिया। फिर पशुपालक काफी देर तक छुड़ाने के प्रयास करता रहा, मगर ऊंट ने पशुपालक को जमीन पर पटक पटक कर मार डाला। जब उसकी मौत हुई, तब भी ऊंट उसके पास ही बैठा रहा। इस घटना के बारे में जिसने भी सुना और मौके के हालात देखे, हर किसी की रूह कांप उठी। साथ ही वहां आए हर शख्स के मुंह से आह निकल पड़ी।
जानकारी के अनुसार मृतक रामलाल देहडू (28) पुत्र दीपाराम चूरू जिले की सरदारशहर तहसील के अजीतसर गांव का निवासी है बताया गया कि मृतक रामलाल शनिवार को सुबह अपने खेत में गया जहां पर काम करने के दौरान ऊंट ने करीब सात बजे किसान का सिर अपने जबड़े से पकड़ लिया, रामलाल ने खुद को छुड़ाने की काफी कोशिश की, लेकिन वह अपना सिर छुड़ाने में असफल रहा। रामलाल के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोस के खेत में काम कर रहा मनफूल वहां पहुंचा। उसने देखा कि ऊंट रामलाल का सिर मुंह में दबाकर उसे जोर-जोर से जमीन पर पटक रहा था जिसके कारण उसकी मौत हो चुकी थी। मनफूल ने रामलाल को छुड़ाने का प्रयास किया मगर ऊंट ने नहीं छोड़ा मगर कुछ देर बाद ऊंट ने उसे छोड़ दिया, और शव के पास बैठ गया। लेकिन रामलाल का चेहरा पूरी तरह से खराब हो चूका था। सूचना मिलने पर जब परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और ऊंट को खेजड़ी के पेड़ से बांध दिया है। उस समय ऊंट ने किसी पर भी हमला नहीं किया। पूरे घटनाक्रम को लेकर रामलाल के चचेरे भाई हनुमाना राम ने थाने में रिपोर्ट दी।
मजदूरी के लिए लाया था ऊंट
रामलाल के चचेरे भाई हनुमाना राम ने बताया कि रामलाल एक महीने पूर्व ही ऊंट को रतनगढ़ तहसील के कांगड़ गांव से 45 हजार रुपए में यह ऊंट खरीद कर लाया था। रामलाल गांव में ही हरिराम सारण की जमीन हिस्सेदारी में लेकर खेती करता था। खेती के अलावा वह ऊंट गाड़ी से मजदूरी करता था। लेकिन शनिवार को सुबह घर से करीब 3 किलोमीटर दूर खेत जोतने निकला था। जहां खेत में सुबह करीब 7 बजे ऊंट ने सिर मुंह में दबाकर जमीन पर पटक-पटक कर मार डाला, जिससे रामलाल की मौके पर ही मौत हो गई।
रामलाल के चीखने पर दौड़ा मनफूल
मनफूल ने बताया कि जब वह खेत पर काम कर रहा था ताे उसने रामलाल के चिल्लाने की आवाज सुनकर वह उसकी खेत की तरफ दौड़ा। वहां पहुंचा तो उसने देखा कि ऊंट ने रामलाल के सिर को जबड़े से पकड़ रखा था और बार-बार उसे जमीन पर पटक रहा था। जिससे वो पहु़चा तब तक रामलाल की मौत हो चुकी थी, और उसका चेहरा पूरी तरह से खराब हो चुका था।
रामलाल के परिवार में उसके दो बेटे व एक बेटी है, बेटे का नाम विशाल (13) और अनिल (10) है, जबकि बेटी अनिता (5) है। घटना के बाद परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। व लेखराम देहडू ने बताया कि हादसे के बाद ऊंट को घर में नहीं रखेंगे उसे फिलहाल खेजड़ी के पेड़ से बांध रखा है।