पत्नी को ससुराल नहीं भेजने की बात से दामाद इतना नाराज हो गई कि उसने आवेश में आकर अपनी ही सास की गला घोंटकर निर्मम तरीके से हत्या कर डाली। यह दिल दहला देने वाली घटना है राजस्थान के उदयपुर जिले में सुखेर थाना क्षेत्र की, जहां पर सास ने नाबालिग बेटी को ससुराल भेजने से मना किया, तो दामाद आक्रोश हो उठा। बताया कि तीन माह पहले ही शादी हुई थी, मगर बेटी नाबालिग थी। शादी के बाद भी पत्नी मायके ही रह रही थी, क्योंकि उसकी पत्नी अभी मायके में पढ़ रही है। पढ़ाई बीच में छुटने की वजह से पीहर पक्ष बेटी को ससुराल नहीं भेज रहा था। इस बात से नाराज दामाद 6 अगस्त 2023 को स्कूल दिखाने के बहाने सास को खुद के गांव ले आया, जहां आरोपी ने मौका पाकर सास की गला दबाकर हत्या कर डाली।
सुखेर थाना प्रभारी योगेंद्र व्यास ने बताया कि पाली हाल मीरानगर सुखेर उदयपुर निवासी गीताकुंवर (40) पत्नी सुरेंद्रसिंह राजपुत की हत्या के आरोप में दामाद आरणा, पिपलांत्री निवासी ईश्वरसिंह (22) पुत्र धनसिंह बल्ला को हिरासत में लिया है। वहीं दो साथी आरणा निवासी दिलीप नंगारची, ओगणा निवासी मालू की तलाश की जा रही है। रविवार शाम को गीता उदयपुर से दामाद ईश्वरसिंह के साथ आरणा गई थी। फोन नहीं उठाने पर सोमवार सुबह गीताकुंवर के परिजन गुमशुदगी दर्ज करवाने सुखेर थाने पहुंचे। पुलिस ने ईश्वरसिंह से फोन पर बातचीत की तो उसने कहा कि गीता उदयपुर निकल चुकी है। जांच को आगे बढ़ाते हुए गीता कुंवर की मोबाइल लॉकेशन निकाली तो सुखेर आई। लॉकेशन पर गए तो वहां केवल मोबाइल मिला। इससे संदेह पैदा हो गया। ईश्वरसिंह से वापस बात की तो उसने टालमटोल जवाब दिया। पुलिस ने ईश्वरसिंह को थाने लाकर पूछताछ की तो उसने दो साथियों के साथ मिलकर हत्या करना कबूल कर लिया।
पत्नी ने मां के लिए फोन किया तो आरोपी पहुंचा केलवा थाने
बताया कि गीतादेवी के उदयपुर नहीं पहुंचने पर बेटी ने ईश्वरसिंह को फोन कर कहा कि मां घर नहीं आई तो ईश्वरसिंह भी केलवा थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाने पहुंच गया। वहीं सास की मोबाइल लोकेशन उदयपुर में आए, इसलिए हत्या के बाद मृतका का मोबाइल उदयपुर के सुखेर में ही फेंक दिया। आरोपी दामाद की निशानदेही पर श्रीजी मार्बल माइंस की अवैध डंपिंग यार्ड के पत्थरों में गीता का शव मिला, जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर साक्ष्य जुटाते हुए उदयपुर अस्पताल ले गई। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया। मां के जेवर और करीब 15 हजार रुपए नकदी गायब मिली। गीता देवी जब आरोपी ईश्वर के साथ केलवा के लिए रवाना हुई थी। उस समय उन्होंने चांदी की पायल, सोने के कान के टॉप्स, सोने का नाक का कांटा, चार चांदी की अंगूठी पहन रखी थी। साथ ही करीब 15 हजार रुपए नकद होना बताया है।
माइंस में सास के दोनों पैर बांधे
ईश्वरसिंह ने पहली पत्नी को तलाक देकर दूसरी शादी 23 मई 2023 को पाली हाल मीरानगर सुखेर उदयपुर निवासी जाह्नवी पुत्री सुरेद्रसिंह के साथ की। जाह्नवी नाबालिग होकर पढ़ाई करती है। पढ़ाई करने के कारण सास गीताकुंवर शादी के बाद भी ससुराल नहीं भेज रही थी। ईश्वरसिंह सास गीताकुंवर पर बेटी को ससुराल भेजने का दबाव बना रहा था। ईश्वरसिंह रविवार शाम को मीरानगर स्थित ससुराल गया और सास गीता से बात की। यहां बात नहीं बनने पर गीता को अपने घर आरणा लेकर आ गया। रविवार रात गीता आरणा में ही रही और सोमवार सुबह दामाद वापस गीता को उदयपुर छोड़ने के बहाने बाइक पर बिठाकर लंबे समय से बंद पड़ी मूललाइट मार्बल माइंस पर ले गया। यहां दो अन्य साथियों के साथ मिलकर मार्बल काटने वाले वायरशों के तार से गला दबा कर हत्या कर दी। उसके बाद दोनों पैर बांध दिए और पत्थर पटकते हुए सिर को कुचल दिया। उसके बाद तीनों बदमाशों ने मिलकर शव को श्रीजी मार्बल माइंस के अवैध डंपिंग यार्ड के पत्थरों के बीच छुपा दिया।
पति की पहले ही मौत, अब छोटा भाई बेसहारा
मीरा नगर में मृतका गीता देवी अपनी 15 साल व 13 साल की दो बेटियों और 26 साल के भाई पुष्पेंद्र सिंह के साथ रह रही थी। पुष्पेंद्र सुखेर स्थित मिराज की मल्टीकलर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करता है। वहीं एक 10वीं और दूसरी 8वीं कक्षा में सुखेर के सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रही है। गीता देवी के पति सुरेंद्र सिंह की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। इस स्थिति में परिवार में अब दोनों बच्चियां और मामा ही रह गए है और दोनों की जिम्मेदारी उनके मामा पर आ गई है।
परिवारजनों ने कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
जब गीता अगले दिन 7 अगस्त तक घर नहीं आई तो उसकी बड़ी बेटी ने सुखेर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया कि मां लापता है, जो कि फोन भी नहीं उठ रहा है और न ही पति ईश्वर फोन उठा रहा है। इस पर उदयपुर जिले के सुखेर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और राजसमंद जिले में केलवा थाना क्षेत्र के (आरना) गांव निवासी ईश्वरसिंह के बारे में पूछताछ के लिए केलवा थानाधिकारी को सूचित किया। साथ ही आरोपी ईश्वर को केलवा पुलिस की मदद से उदयपुर के सुखेर थाने पर लाए, जहां पुलिस द्वारा सख्ती बरतने पर आरोपी ने हत्या करना कबूल कर लिया। फिर पुलिस ने उसकी निशानदेही से शव को एक मार्बल माइंस के डम्पिंग यार्ड से बरामद कर लिया।