राजसमंद। भीम पंचायत समिति के दिवेर पंचायत को राज्य सरकार ने बड़ी सौगात दी है। क्षेत्रीय लोगों के लिए दिवेर में नायब तहसील बनने से राजस्व संबंधी मामलों के अब 50 से 60 किमी. का चक्कर नहीं लगान पड़ेगा। इसके लिए क्षेत्रीय विधायक सुदर्शनसिंह रावत लगातार प्रयासरत थे।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजसमंद जिले के दिवेर में नवीन उप तहसील के सृजन को मंजूरी दी गई है। इस निर्णय से दिवेर सहित आस-पास की ग्राम पंचायतों के स्थानीय स्तर पर ही राजस्व कार्यों में आसानी होगी। नवीन उप तहसील दिवेर में 2 भू-अभिलेख निरीक्षक वृत्त, 7 पटवार मंडल एवं 39 राजस्व ग्राम शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021-22 के बजट सत्र के दौरान इस उप तहसील के सम्बन्ध में घोषणा की थी।

राजस्व कार्यो में होगी आसानी
उप तहसील दिवेर में सात पटवार मंडल व 39 राजस्व गांवों का रिकॉर्ड यही पर रहेगा। इन सभी ग्रामीणों के राजस्व संबंधित कार्यो में सहुलियत होगी। इससे पहले ये सभी ग्रामीण 50 से 60 किलोमीटर दूर भीम में जाने को मजबूर थे। दूरी ज्यादा होने से ग्रामीणों को समय व धन की बर्बादी होती थी। मुख्यमंत्री की इस बड़ी घोषणा से स्थानीय लोगों में हर्ष की लहर दौड़ गई।

अभी तहसील संबंधी कार्य भीम में होते है
वर्तमान में दिवेर सहित आस-पास की ग्राम पंचायतों के 39 राजस्व गांवों सहित ढ़ाणियों का सारा राजस्व रिकॉर्ड भीम तहसील मुख्यालय में है। इससे इन ग्रामीणों 50 किलोमीटर दूर भीम जाना पड़ता था। इससे ग्रामीणों के धन व समय की बर्बादी होती थी। दिवेर में उप तहसील बनने से स्थानीय लोगों के कार्य त्वरित होंगे साथ ही भीम में वर्क लोड कम होने से वहां के ग्रामीणों को भी फायदा होगा।

तहसील बनेगी तो होंगे ये फायदे
दिवेर उप तहसील बनती है तो लोगों को मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रकार के प्रमाण पत्र बनाने एवं राजस्व के कार्यों का निपटारा करवाने में आसानी रहेगी। साथ ही अब स्थानीय ग्रामीणों को भीम जनने की जरूरत नहीं होगी।