राजसमंद शहर में रूपम गोल्ड ज्वैलर्स दुकान पर 23 अगस्त को दिनदहाड़े पिस्ताेल की नोक पर 2 करोड़ की लूट के मामले में कांकरोली थाना पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए एक शातिर आरोपी को उसके घर से पकड़ लिया। वारदात में शामिल तीन अन्य आरोपियों की भी लगभग पहचान हो चुकी है और पुलिस द्वारा दावा किया जा रहा है कि जल्द उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा। फिलहाल लूटकर ले गए नकदी व सोने- चांदी के जेवर की बरामदगी नहीं हुई, मगर पुलिस का कहना है कि जल्द ही लूट का सारा माल भी आरोपियों से बरामद कर लिया जाएगा।
राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 23 अगस्त 2023 को कालिंदी विहार, कांकरोली, राजसमंद निवासी आर्यन पुत्र संजय कुमार सोनी की रूपम ज्वैलर्स शॉप पर पिस्तोल की नोक पर बंधक बनाकर करीब 2 करोड़ के सोने- चांदी के जेवर व नकद राशि लूट आरोपी भाग गए। वारदात में तीन आरोपी दुकान में घुसे थे और एक आरोपी दुकान के बाहर खड़ा रहा था और लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद दो अलग अलग मोटरसाइकिलों से बदमाश फरार हो गए थे। घटना के बाद 10 अलग अलग टीमों का गठन किया और राजसमंद के साथ ही पाली, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ व उदयपुर जिले में नाकाबंदी की, मगर बदमाशों के बारे में पता नहीं चल सका। हालांकि बाद में यह पता चल गया था कि आरोपी कुछ दिन से नाथद्वारा के उपली ओडन में रह रहे थे और भीलवाड़ा में बाइक छोड़कर चले गए। उसके बाद पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पाई। मगर पुलिस को मिले कुछ सीसीटीवी फुटेज, लोगों की जानकारी और अन्य संदिग्ध बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई, तो पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए बिहार पहुंच गई। पुलिस टीम ने बिहार के वैशालीनगर से बदमाश को उसके घर से पकड़ लिया।
इस तरह से पुलिस ने की 18 दिन कड़ी मेहनत
लूट की वारदात होने के बाद दस टीमों का गठन किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कई रास्तों को भी देखा और अन्तर्राज्यीय गिरोह के पुराने रिकॉर्ड को भी खंगाला। साथ ही उदयपुर व महाराष्ट्र में भी हुई इसी तरह की वारदात के बारे में भी पुलिस ने वहां जाकर कुछ अहम जानकारी जुटाई। उसके बाद तीन पुलिस टीमें बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश व दिल्ली तक पहुंची, जहां भी आरोपियों के हुलिए के आधार पर पहचान के प्रयास किए। इस तरह 18 दिन तक पुलिस जांच व तलाश में जुटी रही, मगर पुलिस ने धैर्य नहीं खोया और हर एक पहलू से जांच करती रही।
बिहार के वैशाली का है यह शातिर बदमाश
राजसमंद पुलिस की टीम ने बिहार के वैशालीनगर पहुंचकर वहां से 20 साल के कृतिक कुमार उर्फ किट्टू पुत्र कन्हैयालाल पासवाल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ शराब तस्करी संबंधी एक मामला दर्ज है। इसके अलावा चोरी, लूट, डकैती संबंधी कोई प्रकरण दर्ज नहीं है।
पुलिस कार्रवाई में यह है शामिल
राजसमंद डीएसपी रूद्रप्रकाश शर्मा, कांकरोली थाना प्रभारी डीपी दाधीच, श्रीनाथजी मंदिर थाना प्रभारी सुनील शर्मा, फतहनगर थाना प्रभारी सुरेश मीणा, केलवा थाना प्रभारी संजय गुर्जर, केलवाड़ा उप निरीक्षक केसाराम, साइबर टीम प्रभारी पवनसिंह, हैड कांस्टेबल शंभूप्रतापसिंह, कांस्टेबल इन्द्र कुमार चोयल, प्रकाश, हंसराज, शिवदर्शनसिंह, मदनलाल, रामकरण, हिम्मतसिंह, सुरेंद्रसिंह व उदयपुर के कांस्टेबल मनमोहनसिंह आदि शामिल है।
उपली ओडन में दिए आधार कार्ड निकले फर्जी
एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि लूट के शातिर चारों आरोपी 11 अगस्त को उपली ओडन पहुंचे, जहां पर कमरा किराए पर लेकर रहे। यहां पर मकान मालिक को आधार कार्ड दिए, जो भी पुलिस की जांच में फर्जी निकले। साथ ही मोटरसाइकिल भी भीलवाड़ा में रेलवे स्टेशन के पास छोड़कर भाग गए थे। वह मोटरसाइकिल भी चोरी की निकली, जो बिहार से पटना से चोरी हुई थी।
आरोपियों ने की थी वारदात स्थल से भागने की रिहर्सल
राजसमंद शहर के रूपम ल्वैलर्स शॉप से लूट से आरोपियों ने लूट के बाद जिस रास्ते से भागना है, उस रास्ते की तीन से चार बार रिहर्सल की। 11 अगस्त से 22 अगस्त तक उन्होंने लूट के लिए भी रूपम ज्वैलर्स को इसलिए चुना, ताकि यह मुख्य रोड पर है और अगल बगल के दुकानदारों को भी ज्यादा मतलब नहीं रहा। उस वक्त कोई लोग भी नहीं आते। इस तरह उन्होंने दो तीन इस दुकान की सुबह से शाम तक अलग अलग समय में रैकी की। फिर 23 अगस्त को सुबह वारदात को अंजाम दिया।