भीलवाड़ा जिले के आसींद क्षेत्र में बरसनी गांव में 11 जनवरी सुबह घर के कमरे में खून से लथपथ मिलने के मामले में पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश कर दिया। फर्स्ट इयर की छात्रा की हत्या उसी के प्रेमी ने चाकू से गला काटकर की थी। अल सुबह जब उसकी मां दूध लेकर कमरे में गई, तो बेटी का खून से लथपथ शव देकर अवाक रह गई। घटना के बाद पुलिस के साथ एफएसएल व डॉग सक्वायड की टीम ने भी घटना स्थल का मुआयना किया। साथ ही पुलिस ने त्वरित जांच करते हुए दो युवकों को राउंड कप कर लिया। पुलिस की सख्त पूछताछ में हत्या की पूरी वारदात खुलकर सामने आ गई।
भीलवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि छात्रा अनु रेगर (18) 10 जनवरी रात घर के बाहर बने कमरे में सो रही थी। पिता प्रेमचंद, मां गणी देवी और दो छोटे भाई घर के अंदर सो रहे थे। फिर 11 जनवरी सुबह जब मां दूध लेकर उसके कमरे में गई, तो अनु का खून से लथपथ शव देखा। मां की चीख पर परिजन दौड़ आए और वे भी ये हालात देखकर चौंक गए। पुलिस ने सभी पहलुओं पर गहन जांच की, जिसमें मामला प्रेम प्रसंग का निकला। प्रेम प्रसंग के चलते ही प्रेमी ने धारदार हथियार से हमला कर अनु रेगर की हत्या कर दी। पुलिस ने साइबर सेल, डीएसटी टीम, गुलाबपुरा, प्रताप नगर और शंभूगढ़ थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से तहकीकात करते हुए दो आरोपी मोटरास, शंभूगढ़ निवासी कैलाश (20) पुत्र मदनलाल रेगर और गोविंद (21) पुत्र कल्याण रेगर को गिरफ्तार कर लिया गया। इस वारदात में एक बाल अपचारी भी शामिल है। पुलिस ने आरोपी कैलाश को भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन व गोविंद को जोधपुर से गिरफ्तार किया। पुलिस तीनों से गहन पूछताछ में वारदात का खुलासा हो गया।
कैलाश व अनु की आठ माह से थी दोस्ती
पुलिस ने बताया कि अनु एवं कैलाश के बीच सात आठ माह से दोस्ती थी और दोनों ही शादी करना चाहते थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों के बीच की दोस्ती में दरार पड़ गई। इसी के तहत 10 जनवरी रात को भी मोबाइल पर बात करने के बाद कैलाश उसके मित्र गोविंद व एक नाबालिग के साथ बाइक पर मिलने के लिए अनु के घर पहुंच गया। गोविंद व अन्य युवक ने कैलाश को गांव के बाहर ही छोड़ था, जहां से कैलाश अकेला पैदल ही चलकर अनु के घर पहुंचा। अनु के घर पहुंचने पर किसी बात को लेकर कैलाश का झगड़ा हो गया। इस पर कैलाश ने अनु के गले पर चाकू से वार कर हत्या कर दी। फिर आरोपी मौके से भाग गया। इस पर अनु के पिता प्रेमलाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या को लेकर आईपीसी की धारा 458, 460, 302 व 201 के तहत प्रकरण दर्ज किया।
परिजन मुआवजे के लिए बैठ गए थे धरने पर
अनु रेगर की हत्या के बाद परिजन व ग्रामीण 50 लाख के मुआवजे की मांग और आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गए थे। परिजनों ने मांगें नहीं मानने तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं कराने की चेतावनी दी थी। देर रात तक पुलिस की समझाइश चलती रही। फिर विधायक जब्बर सिंह सांखला ने पुलिस व प्रशासन के साथ समझाइश की, तो परिजन शांत हो गए और शव उठाया।
परिजनों की ये थे प्रमुख मांग
- अनु के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए
- गिरफ्तारी के बाद मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाकर आरोपी को फांसी दिलाए
- परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा दिलाने की मांग
- परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग