Nitish Kumar https://jaivardhannews.com/nitish-kumar-again-cm-of-bihar-for-the-9th-time/

Bihar Updates : जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एक बार फिर से राजनीतिक पाला बदलने के बाद रविवार शाम को नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। Nitish Kumar ने ‘महागठबंधन’ और विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन से नाता तोड़ते हुए भाजपा के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार बना ली। लगभग डेढ़ साल पहले ही नीतिश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़ा था। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पटना स्थित राजभवन में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में नीतिश कुमार ने CM पद की एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। Nitish Kumar ने दिन में यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में उनके लिए ‘‘चीजें ठीक नहीं चल रही थीं” बिहार में नीतिश कुमार के साथ BJP Leader सम्राट चौधरी व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। दोनों ही उप मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। इससे पहले भाजपा विधायक दल की बैठक में दोनों ही नेताओं को क्रमश: नेता व उप नेता चुना गया। भाजपा के दोनों नेताओं ने BJP शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए लालूप्रसाद यादव की पार्टी राजद के जंगलराज से बिहार की रक्षा करने का संकल्प लिया।

जद(यू) नेता विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की अगुवाई वाले हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली। नीतिश कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्री को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। PM Narendra Modi ने ‘एक्स’ पर लिखा कि उन्हें विश्वास है कि बिहार में नई सरकार पूरे समर्पण भाव से लोगों की सेवा करेगी। बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा में सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का कोई नेता शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित नहीं था।

नीतिश कुमार ने रविवार सुबह 11 बजे ही राज्यपाल को मुख्यमंत्री पद का इस्तीफा सौंपा था। साथ ही इस्तीफे के साथ ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। उसके बाद दोपहर में भाजपा ने नई सरकार को समर्थन का औपचारिक ऐलान भी कर दिया। उसके बाद शाम पांच बजे राजभवन में आयोजित समारोह में नीतिश कुमार ने 8 मंत्रियों के साथ शपथ ले ली। मंत्रियों में मुख्यमंत्री समेत 2 कुर्मी, 2 भूमिहार, 1-1 राजपूत, दलित, कहार, कोइरी और यादव हैं।

Nitish Kumar Resigns As Chief Minister Of Bihar

यह है बिहार सरकार का चेहरा

  • मुख्यमंत्री : नीतिश कुमार
  • उप मुख्यमंत्री : 1. सम्राट चौधरी (भाजपा)
    • 2. विजय सिन्हा (भाजपा)

इन्होंने ने मंत्री पद की ली शपथ

  • डॉ. प्रेम कुमार (भाजपा)
  • विजेंद्र प्रसाद (जदयू)
  • श्रवण कुमार (जदयू)
  • विजय कुमार चौधरी (जदयू)
  • संतोष कुमार सुमन (हम)
  • सुमित सिंह (निर्दलीय)
CM Nitish Kumar https://jaivardhannews.com/nitish-kumar-again-cm-of-bihar-for-the-9th-time/
  • नीतीश कुमार पहली बार 3 मार्च 2000 को CM बने थे। हालांकि, बहुमत न जुटा पाने की वजह से उन्हें 10 मार्च 2000 को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
  • बिहार में 2005 में हुए चुनाव में नीतीश भाजपा के समर्थन से दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हुए।
  • 2010 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर नीतीश सीएम बने।
  • लोकसभा चुनाव में BJP के खिलाफ पार्टी के खराब प्रदर्शन की वजह से Nitish Kumar ने CM पद से इस्तीफा दे दिया। तब जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री पद सौंपा। हालांकि 2015 में जब पार्टी में अंदरुनी कलह शुरू हुई तो नीतीश ने मांझी को हटाकर एक बार फिर खुद सीएम पद ग्रहण किया।
  • 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (जदयू, राजद, कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन) की एनडीए के खिलाफ जीत के बाद नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बने। तब पांचवीं सीएम पद की शपथ ली थी।
  • डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया। जुलाई 2017 में पद से इस्तीफा दिया व एक बार फिर NDA का दामन थाम कर CM पद संभाला।
  • 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल की। हालांकि जदयू की सीटें BJP के मुकाबले काफी घट गईं। इसके बावजूद नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली।
  • 2022 में एनडीए से अलग होने के एलान के ठीक बाद नीतीश कुमार ने राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन से जुड़ने का एलान कर दिया। इसी के साथ नीतीश कुमार ने 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 28 जनवरी 2024 को फिर आठवीं बार मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया और शाम 5 बजे फिर 9वीं बार सीएम पद की शपथ ले ली।
  • Bihar JDU CM Nitish Kumar resigns sever ties from Mahagathbandhan RJD BJP to be new ally news
Bihar CM or Diptutes CM https://jaivardhannews.com/nitish-kumar-again-cm-of-bihar-for-the-9th-time/
  • 1996 में नीतीश ने भाजपा से पहली बार गठबंधन किया था। 3 मार्च 2000 को सीएम बने, लेकिन बहुमत नहीं जुटा पाने की वजह से पद छोड़ा और अटलबिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्र में रेल मंत्री बने।
  • 1996 से 2013 तक नीतीश BJP के साथ रहे। जब नरेंद्र मोदी को BJP ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया तो वे एनडीए से अलग हो गए। 2015 में महागठबंधन की सरकार में सीएम रहे।
  • दूसरी बार वे 2017 में NDA में लौटे और BJP की मदद से सरकार बनाई।
  • 2024 में अब वे तीसरी बार भाजपा की मदद से मुख्यमंत्री बनें। 28 साल में तीसरी बार वे भाजपा के साथ हैं।

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सीएम नीतिश कुमारी की कितनी है सम्पत्ती, देखिए

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में आई एक रिपोर्ट में CM Nitish Kumar के मुकाबले उनके बेटे निशांत कुमार की संपत्ति 5 गुना ज्यादा थी। उस समय निशांत के पास 16,549 रुपए नकद, 1.28 करोड़ (FD) और बैंकों में जमा रकम थी। 1.63 करोड़ की चल व 1.98 करोड़ अचल संपत्ति थी। सीएम के बेटे निशांत के पास पटना व नालंदा में आवासीय भवन व कृषि भूमि भी थी। जिस साल यह रिपोर्ट आई थी, उस उस समय नीतीश कुमार की कुल नेटवर्थ 75.53 लाख रुपये थी। वर्तमान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1.64 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। उनके पास 22,552 रुपये नकद और बैंक खातों में 49,202 रुपये जमा हैं। नीतीश के पास एक फोर्ड इकोस्पोर्ट कार है जिसकी कीमत 11.32 लाख रुपये है। इसके अलावा 1.28 लाख की दो सोने और एक चांदी की अंगूठी है। नीतीश कुमार के पास 1.45 लाख रुपये की 13 गायें और 10 बछड़े भी हैं। इसके साथ ही ट्रेडमिल, व्यायाम साइकिल और एक माइक्रोवेव ओवन भी है। अचल संपत्ति के नाम पर नीतीश कुमार के पास सिर्फ नई दिल्ली के द्वारका में एक अपार्टमेंट है, जिसकी कीमत 1.48 करोड़ रुपये है। साल 2004 में इसकी कीमत 13.78 लाख रुपये थी। नीतीश कुमार की संपत्ति का यह ब्योरा 31 दिसंबर को कैबिनेट सचिवालय की ओर से जारी किया गया था। हालांकि, इस बार नीतीश कुमार ने बेटे निशांत की संपत्ति के बारे में जानकारी नहीं दी थी। नीतीश कुमार हर साल अपनी संपत्ति का ब्योरा देते हैं। सरकार की वेबसाइट पर मुख्यमंत्री समेत सरकार के सभी मंत्रियों की संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक की जाती है। 31 दिसंबर 2023 को सीएम नीतीश कुमार और तत्कालीन मंत्रियों की नेटवर्थ की जानकारी शेयर की गई थी।

सीएम नीतिश कुमार के जीवन की दिलचस्प कहानी

  • 1 मार्च 1951 को बिहार के बख्तियारपुर जिले में जन्मे नीतीश कुमार ने NIT पटना से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। पढ़ाई के बाद ही शादी कर ली। फिर राजनीति में जाने का फैसला लिया।
  • 1974 से 1977 तक नीतीश कुमार जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से भी जुड़े रहे। फिर वे जनता पार्टी में शामिल हुए।
  • 1977 में जब बिहार में विधानसभा चुनाव हुए, तो हरनौत सीट से नीतीश कुमार भी खड़े हुए। तब जनता पार्टी ने 214 सीटें जीतीं व 97 पर हार गई। इन हारी हुई 97 सीटों में से एक हरनौत भी थी, जहां से नीतीश कुमार उम्मीदवार थे व हार गए।
    नीतीश कुमार को पहले चुनाव में कांग्रेस के भोला प्रसाद सिंह से हार मिली थी।
  • नीतीश पहली हार भुलाकर 1980 में दोबारा हरनौत से खड़े हुए, लेकिन इस बार जनता पार्टी (सेक्युलर) की टिकट पर इसमें भी उन्हें हार मिली। इस बार उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार अरुण कुमार सिंह ने हराया, जिन्हें भोला प्रसाद सिंह का समर्थन हासिल था।
  • इस हार के बाद नीतीश इतना टूट गए कि उन्होंने राजनीति छोड़ने का मूड बना लिया था। एक कारण ये भी था कि यूनिवर्सिटी छोड़े 7 साल हो गए थे और शादी हुए भी काफी वक्त हो गया था, लेकिन उनके पास तब तक कमाई का कोई जरिया नहीं था।
  • पत्रकार संतोष सिंह की किताब ‘रूल्ड व मिसरूल्ड’ में इस किस्से का जिक्र है। लगातार 2 हार के बाद नीतीश ने अपने करीबी दोस्त मुन्ना सरकार से कहा, ‘ऐसे कैसे होगा? लगता है कोई बिजनेस करना होगा।’
  • उन्होंने बिजनेस शुरू नहीं किया और फिर चुनावी राजनीति में जाने की ठानी। किताब के मुताबिक, नीतीश ने तब अपनी पत्नी मंजू से 1985 के चुनाव में आखिरी मौका मांगा। पत्नी मंजू उस समय सरकारी स्कूल में टीचर थीं।
  • 1985 का चुनाव नीतीश के लिए एक तरह से आखिरी मौका था। तब उनके दोस्तों ने जिताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। पत्नी मंजू ने भी अपनी बचत से 20 हजार रुपए दिए व चंदा जुटाकर चुनाव लड़े। इसमें नीतीश लोकदल के टिकट पर हरनौत से ही फिर चुनाव लड़े। तब नीतीश 21 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से कांग्रेस के बृजनंदन प्रसाद सिंह को हराकर जीते।