जिले की राजनगर थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से जमीन का विक्रय करने के मामले में गिरोह में डमी बनी महिला की पहचान कर रजिस्ट्री में गवाही देने वाला आरोपी को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी लीलाधर मालवीय ने बताया कि अमरी बाई(65) पत्नी परथा गायरी निवासी गाडरियावास धोईन्दा ने 30 जनवरी को थाना में रिपोर्ट पेश की मेरी तथा मेरे पुत्र प्यारेलाल की संयुक्त कृषि भूमि गांव धोईन्दा में है। जब प्रार्थिया ने जमीन के दस्तावेज प्राप्त किये जो ज्ञात हुआ कि प्रार्थिया के हिस्से की जमीन कविता त्रिपाठी निवासी तलमण्डी कोटा के नाम पर हो गई है जबकि प्रार्थिया ने अपनी भूमि को किसी को भी विक्रय नहीं की।
प्रार्थिया ने उप पंजीयन कार्यालय राजसमन्द से पंजीयन संबंधी दस्तावेज निकलवाये जिसमें 27 दिसम्बर 2021 को प्रार्थिया अमरी बाई के नाम पते से किसी अन्य महिला का फोटो लगाया जाकर आधार कार्ड में भी प्रार्थिया की फोटो हटा कर जमीन को कविता त्रिपाठी को विक्रय कर पंजीयन करवाया। उक्त पंजीयन में मगनीराम पुत्र गणेश जाट निवासी जीवा खेडा व वेणीराम भील निवासी मोखमपुरा न गवाही दी है। पंजीयन दस्तावेज पर खरीददार कविता के फोन नम्बर अंकित जिससे वार्तालाप करने पर बताया कि यह जमीन मुझे देवकिशन गायरी निवासी राज्यावास, दिलीप खारोल निवासी राज्यावास व पुष्कर आमेटा निवासी कारोलिया रेलमगरा ने दिलवाई है। इस प्रकार देवकिशन गायरी, दिलीप खारोल, पुष्कर ब्रह्मण, मगनीराम जाट तथा वेणीराम एवं कविता त्रिपाठी ने मेरे नाम की एक अज्ञात फर्जी महिला को तैयार कर मेरे हक हिस्से की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवा ली है। रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। एसपी सुधीर जोशी एवंडीएसपी पार्थ शर्मा क े निर्देशन में गति टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए नामजद आरोपी मगनीराम (63) पुत्र गणेश जाट निवासी जीवा का खेड़ा थाना रेलमगरा को जीवा खेडा से डिटेन कर पूछताछ के बाद अनुसंधान न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया ।