भ्रष्टाचार के आरोप में उदयपुर एसीबी टीम ने एक कांस्टेबल को 5000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। कांस्टेबल लालशंकर ने प्रार्थी बांजना थाना के लालपुरा निवासी जीवणा मसार के खिलाफ दर्ज एक प्रकरण में कार्रवाई नहीं करने की एवज में रिश्वत की मांगी थी। यह मामला है बांसवाड़ा जिले के पाटन थाने का है।
मामले में भीमा मछार ने 4 जून को एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें भीमा ने बताया कि उसके बेटे जीवणा मछार व अन्य के खिलाफ लालपुरा निवासी फूलिया ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। उसमें उसके बेटे के खिलाफ आरोप लगाया था कि वह जीवणा की बेटी को जबरन नाता विवाह कराने के लिए भगाकर ले गया। प्रकरण में कांस्टेबल प्रार्थी और उसके बेटे को थाने ले आया। जहां विरोधी पक्ष के फुलिया के बीच समझौता किया गया। यह सब लिखित में हुआ, लेकिन इसके बाद भी कांस्टेबल ने प्रकरण में कार्रवाई करने की बात कही और कहा कि यदि तू कोई कार्रवाई नहीं चाहता तो मेरे लिए 10 हजार और थानाधिकारी के लिए 25 हजार रुपए मेरे पास पहुंचा दे।
एएसपी माधोसिंह ने बताया कि गत 18 मई को कांस्टेबल लालशंकर ने प्रार्थी से 10 हजार रुपए ले लिए। लेकिन प्रार्थी ने थानाधिकारी के लिए 25 हजार रुपए में बाद में देने को कहा गया। इस पर इंतजार के बाद कांस्टेबल शिकायतकर्ता के घर 1 जून को पहुंच गया और थानाधिकारी के लिए रुपए की मांग करने लगा। प्रार्थी ने रुपए का इंतजाम नहीं होने पर 4 जून को 10 हजार रुपए देने की बात कही। इसी दिन परिवादी ने एसीबी कार्यालय में शिकायत कर दी। एसीबी ने भी इसका सत्यापन कर लिया।
सत्यापन में थानाधिकारी सुभाष परमार द्वारा भी प्रार्थी ने रिश्वत की मांग करते हुए कहा कि अभी कितने रुपए की व्यवस्था है। प्रार्थी ने कहा कि अभी 10 हजार रुपए हैं, शेष बाद में देने को कह दिया। इस पर थानाधिकारी परमार ने यह रिश्वत खुद नहीं लेकर कांस्टेबल लालशंकर को देने को कहा। कांस्टेबल ने रिश्वत की 10 हजार रुपए राशि ले ली। लेकिन कांस्टेबल ने प्रार्थी से रिश्वत की राशि कम करते हुए 5 हजार रुपए की और व्यवस्था करने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि थानाधिकारी को 5 हजार रुपए और देकर मामला निबटा दूंगा।
रिश्वत लेते एसीबी ने किया गिरफ्तार
सोमवार को एसीबी टीम प्रार्थी के साथ पाटन पहुंची, जहां थानाधिकारी सुभाष परमार के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत की राशि लेते हुए कांस्टेबल लालशंकर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इधर, आरोपी थानाधिकारी सुभाष परमार कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है।