एटीएम कार्ड चोरी कर रुपए निकालने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये दोनों एटीएम रूम में मिले डेबिट कार्ड से पेट्रोल भरवाते थे। बापू बाजार के एटीएम से नंदलाल पोरवाल का कार्ड चोरी हो गया था। जिससे 7 दिन में 50 हजार रुपए के ट्रांजेक्शन किए गए थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गुरुवार को पुलिस ने एटीएम चोर इंजीनियर अविनाश पुत्र अमरजीत सिंह चौधरी और इसका भाई फार्मेसी छात्र मेहुल उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया।
उदयपुर के सूरजपोल थाना पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने उदयपुर-नाथद्वारा रोड पर 12 पेट्रोल पंपों की पॉस मशीनों से 30 बार में रुपए निकाले गए हैं। हनवंत सिंह ने बताया कि 13 अप्रैल को बडग़ांव आरा मशीन की गली निवासी कमलेश पुत्र नंदलाल पोरवाल ने थाने शिकायत की। 26 मार्च को बापू बाजार के आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम में डेबिट कार्ड से राशि निकलवाने गया था। जल्दबाजी में कार्ड वहीं गिर गया। इसका पता 29 मार्च को चला।
कार्ड से 29 मार्च से लेकर 5 अप्रैल तक अलग-अलग ट्रांजेक्शन से करीब 50 हजार रुपए निकाले गए। पुलिस ने बैंक खाते के ट्रांजेक्शन का पता किया तो सभी ट्रांजेक्शन नाथद्वारा रोड स्थित पेट्रोल पंप से होना सामने आया। दो पेट्रोल पंप पर ट्रांजेक्शन के समय के सीसीटीवी फुटेज मिले, इसमें दो युवक कार्ड स्वैप करते नजर आए। इसी आधार पर दोनों पकड़े गए। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे पेट्रोल पंपों पर जाते और बाइक में 100-200 रुपए का पेट्रोल डलवाते, फिर कर्मचारियों से अलग-अलग बहाने बनाकर कार्ड से 2 हजार तक की राशि स्वैप कराते। बची हुई राशि नकद ले लेते।
पॉस मशीन पर दो हजार तक ट्रांजेक्शन पर पासवर्ड की जरूरत नहीं
इंजीनियर छात्र को एटीएम में कार्ड मिला। इंजीनियर को पता था कि 2000 रुपए तक की लिमिट में पॉस मशीन से राशि निकलवाए तो पासवर्ड की जरूरत नहीं पड़ती। लॉकडाउन था तो दुकानें बंद थी। ऐसे में एकमात्र सहारा पेट्रोल पंप पर ही नजर आए। क्योंकि, वहीं पर पॉस मशीनें काम कर रही थी। इसी का फायदा उठाया।