sachin pilot priyanka gandhi vadra ashok gehlot 1594631774 https://jaivardhannews.com/the-political-battle-of-rajasthan-has-now-reached-delhi/

राजस्थान सरकार में पहले दो मंत्रियों की आपसी हुई नोक झोंक काफी चर्चा में रही और अब सचिन पायलट पिछले साल उनसे किए गए वादे 10 महीने बाद भी पूरे नहीं होने पर नाराजगी जता चुके है इस बीच सियासी लड़ाई थमने का नाम ही नहीं ले रही है आपसी खिंचतान बढ़ती ही जा रही है। पायलट और उनके खेमे की नाराजगी को लेकर सियासी हलचल धीरे-धीरे तेज हो रही है। इस बीच पायलट कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के संपर्क में हैं।

पायलट अब दिल्ली जाने वाले है वे कांग्रेस के सीनियर लीडर्स से मिल सकते हैं। अब नजरें इस पर रहेंगी कि पायलट की प्रियंका से मुलाकात कब होती है। क्योंकि पिछली बार बगावत के बाद उन्हें मनाने में प्रियंका की ही अहम भूमिका रही थी। जाहिर है कि पायलट को लेकर अब कांग्रेस की चिंता इसलिए भी बढ़ गई होगी, क्योंकि दो दिन पहले ही राहुल गांधी के करीबी रहे जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गए थे।
वहीं पायलट दिल्ली में कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात कर सकते हैं। ये दोनों ही नेता पायलट के मुद्दे को लेकर पिछले साल बनाई गई सुलह कमेटी में शामिल हैं। हालांकि इस कमेटी की रिपोर्ट 10 महीने बाद भी नहीं आई है और पायलट की नाराजगी की वजह भी यही है।

सचिन पायलट ने अशोक गहलोत सरकार से नाराजगी तो जाहिर की है, लेकिन यह संकेत भी दिए हैं कि वे कांग्रेस में रहकर ही संघर्ष करेंगे। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पायलट की मुख्य लड़ाई कांग्रेस से नहीं बल्कि अशोक गहलोत से है। इन दोनों के बीच सत्ता का संघर्ष आगे भी जारी रहेगा। सचिन पायलट जयपुर में महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। पायलट ने पेट्रोल.डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने की पैरवी की है। वे कांग्रेस के सभी कार्यक्रमों में लगातार हिस्सा ले रहे हैं। इसके पीछे लगातार सक्रिय रहने की रणनीति है।