गत दिनों एक विधवा की हत्या के मामले का खुलासा हो गया है। आरोपी ने सोमवार को पूछताछ के दौरान जो घटनाक्रम बताया वो रौंगटे खड़ा करने वाला है। आरोपी युवक नेतीराम एक तरफा प्यार में पागल था। उसने हत्या को अंजाम देने से कुछ घंटे पहले अपने मोबाइल से लक्ष्मीदेवी को कॉल किया। कहा कि मैं तुमसे प्यार करता हूं और मुझे ही जेल भेज दिया। तुम मेरी नहीं हो सकती तो किसी और की भी नहीं हो सकती। अब फैसला तुम को करना है। इस पर लक्ष्मीदेवी ने कहा कि मैं शादीशुदा हूं, मेरे दो बच्चे हैं। प्लीज मेरा पीछा छोड़ दो, लेकिन आरोपी के मन में कुछ और ही चल रहा था। आखिरकार उसने लक्ष्मीदेवी की चाकुओं से एक के बाद एक 7-8 वार कर हत्या कर दी। गौरतलब है कि महिला के पति की 4 साल पहले मौत हो गई थी।
यह घटना है राजस्थान के सिरोही जिले के नागाणी गांव की। आरोपी जेल से छूटते ही लक्ष्मीदेवी की हत्या करने की फिराक में था। उसने हत्या करने के लिए प्लान भी बना लिया। वह चाहता था कि लक्ष्मीदेवी उससे विवाह कर ले, लेकिन लक्ष्मीदेवी ने ही उसे रेप केस में जेल भिजवा दिया। इसके चलते जेल से छूटते ही उसने लक्ष्मीदेवी की हत्या की साजिश रची। 12 जून को नेतीराम ने लक्ष्मीदेवी को अपने फोन से कॉल किया। उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद आरोपी ने अपनी भतीजी के मोबाइल से उसे फोन किया। जैसे ही लक्ष्मी ने फोन उठाया, नेतीराम ने कहा कि वह उससे प्यार करता है और उसे किसी और की नहीं होने दे सकता। लक्ष्मीदेवी ने उसकी बात नहीं मानी तो रात को उसके घर जाकर उसकी हत्या कर दी।
रेवदर वृत्ताधिकारी नरेन्द्र सिंह देवड़ा ने बताया कि आरोपी सिरोड़ी से एक युवक से लिफ्ट लेकर धानराणी गांव पहुंचा। काले रंग के बैग में रखी महिला की ड्रेस पहनी। यहां से करीब साढ़े तीन किलोमीटर का सफर पैदल ही तय कर नागाणी गांव पहुंचा। इसके बाद लक्ष्मीदेवी की हत्या चाकुओं से वार कर हत्या कर दी। आरोपी को गांव के लोग पहचानते थे, इसलिए वह महिला के वस्त्र पहनकर गांव पहुंचा।
निलंबित हेड कॉन्स्टेबल के इनपुट ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
आरोपी को पकडऩे वाली एक टीम में निलंबित हेड कॉन्स्टेबल गणेशराम भी शामिल था। उसके पास सूचना आई कि सनपुर से पोसीतरा रोड पर नेतीराम घूम रहा है। जिस पर रेवदर थानाप्रभारी पदमपाल सिंह व कांस्टेबल बन्ने सिंह निजी वाहन से सादे वस्त्रों में मौके पर पहुंचे तथा आरोपी को पकड़ा।
घर छोडऩे का झांसा देकर किया था खेत में ले जाकर दुष्कर्म
लक्ष्मी मेघवाल और आरोपी नेतीराम दोनों एक ही जाति के थे तथा सिरोड़ी गांव में एक ही मोहल्ले में रहते थे। मृतका का ससुराल नागाणी गांव में था। आरोपी मृतका से एक तरफा प्यार करता था। नवम्बर 2020 में मृतका ने आरोपी के खिलाफ अनादरा थाने में दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया था। जिसमें बताया कि वह अपने पीहर सिरोड़ी जा रही थी। इस दौरान नेमराम उसे रास्ते में मिला तथा गांव छोडऩे का आश्वासन देकर बाइक पर बिठाया। परिचित होने के कारण वह उसकी बाइक पर बैठ गई थी। रिपोर्ट में बताया था कि बीच रास्ते एक सुनसान खेत में आरोपी उसे ले गया तथा उसके साथ दुष्कर्म किया। इससे पहले भी नेतीराम के खिलाफ 2017 में एक अन्य युवती ने भी दुष्कर्म के प्रयास का केस दर्ज कराया था।
यह हैं घटनाक्रम
सिरोडी निवासी नेतीराम जेल से जमानत पर छूट कर कुछ दिनों पहले ही बाहर आया था। 12 जून की रात को महिला के कपड़े पहने वह नागाणी निवासी लक्ष्मी मेघवाल के घर पहुंचा तथा नींद में सो रही लक्ष्मी देवी पर 7-8 वार चाकू कर उसकी हत्या कर दी थी। बीच-बचाव में आई मृतका की बहन को भी घायल कर मौके से फरार हो गया था। 13 जून को मृतक के परिजन व ग्रामीण अनादरा थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने एवं मृतका के दोनों बच्चों को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से की थी। एसपी धर्मेन्द्र यादव के नेतृत्व में चार-पांच टीमों का गठन की आरोपी तलाश शुरू की गई। 13 जून की शाम को सनपुर से पोसीतरा रोड पर पुलिस ने नेतीराम को गिरफ्तार कर लिया।