इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर साइंटिफिक स्प्रिचुअलिज्म (IASS) मेरठ के तत्वावधान में राजसमन्द के अणुव्रत विश्व भारती एवं तुलसी साधना शिखर परिसर में मानस योग साधना पर आधारित तृतीय सात दिवसीय स्वास्थ्य एवं आध्यात्म साधना शिविर के आज अंतिम दिवस में मेरठ से पधारे हुए मुख्य प्रशिक्षक गोपाल शास्त्री ने शिविरार्थियों को तप सेवा सुमिरन साधना को प्राप्त करने हेतु समर्पण के सिद्धांत को समझाया। रामचरित मानस के प्रसंगों का उल्लेख करते हुए शास्त्री जी ने कहा की मनुष्य जीवन की पांच प्रमुख अपेक्षाए होती है स्वास्थ्य, शक्ति, आनंद, ज्ञान, प्रेम और इनकी प्राप्ति के सूत्र बताते हुए कहा की संतुलित आहार से स्वास्थ्य प्राप्त होता है उपयुक्त उपवास से शक्ति की साधना की जा सकती है। विवेक पूर्ण सेवा से आनंद, विधिवत ध्यान से ज्ञान और समर्पण भाव से प्रेम की प्राप्ति होती है।
मीडिया प्रभारी जितेन्द्र लड्ढा ने बताया की शिविर के समापन सत्र की मुख्य अतिथि राजसमन्द विधायक दीप्ति माहेश्वरी की उपस्थिति में सभी साधकों ने सात दिवस के अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य से जुड़े अनुभव साझा किए। शिविर में सहभागी हुए गाजियाबाद निवासी एक साधक का कहना था की सात विशेषज्ञ चिकित्सकों के परामर्श में जिस बीमारी का इलाज ऑपरेशन के बगैर असंभव बताया उस का इलाज इस शिविर में बिना दवा के संभव हो सका है। अपने कड़वे चिकित्सकीय अनुभव बताते-बताते साधक की आँखे नाम हो गयी। अनेक साधकों ने अपने ब्लड प्रेशर, शुगर आदि चिकित्सकीय रिपोर्ट्स में आश्चर्यजनक सुधार होना बताया, तथा अनेकों साधकों ने कब्ज, कमर दर्द, घुटनों के दर्द, कमजोरी आदि में सुधार आदि के अनुभव शेयर किए।
शिविर में सेवा दे रहे कार्यकर्ताओं का सम्मान
शिविर में साधकों के अनुभव सुनने के बाद स्वयं विधायक ने आगामी शिविर में सहभागी होने की इच्छा जाहिर करते हुए डॉ गोपाल शास्त्री को राजसमन्द में शिविर में समय देने हेतु धन्यवाद किया। सत्र के अंत में डॉ. शास्त्री ने शिविर में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष दिन-रात सेवा दे रहे मानस सेवा परिवार के सभी कार्यकर्ताओं जगदीश प्रसाद व्यास, कमल किशोर व्यास, सुरेश व्यास, सुरेश पालीवाल, पुष्पा तोतला, सीमा झंवर, दिनेश झंवर, बालमुकुन्द तोतला, मनोज गुप्ता, सुधीर व्यास, गीता व्यास, राजेंद्र सेठिया, जगजीवन चोर्डिया, कमलेश कच्छारा, भूपेंद्र चोर्डिया, विजय शर्मा, भगवती प्रसाद व्यास, जितेन्द्र लड्ढा, संजय व्यास, गिरिराज व्यास आदि का तिलक एवं उपरना ओढाकर स्वागत एवं अभिनन्दन किया। इस दिनचर्या को जीवन में निरंतर बनाये रखने का आव्हान किया।
Healthy Food : शिविरार्थियों को दिया गया पौष्टिक आहार
व्यवस्था प्रमुख बालमुकुन्द तोतला ने बताया की आज शिविर में शिविरार्थियों को नारियल के रस से बना छाछ जैसा विशिष्ट पेय दिया गया। दोपहर के अल्पाहार में फल एवं सब्जियों के कचुम्बर सलाद व सांयकालीन भोजन में पौष्टिक दाल बाटी और गुड से निर्मित चूरमा परोसा गया। शिविर के अंत में पुष्पा तोतला ने सभी कार्यकर्ताओं, शिविरार्थियों, सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। समापन सत्र का सञ्चालन शिविर प्रभारी डॉ. रजनी चौधरी ने किया।