राजसमंद। गत 10 जून को केलवाड़ा थाना क्षेत्र के गजपुर पंचायत के अमल बीड़ा स्थित दाबेता कलरा आम की पहाड़ी पर गुरुवार को अटडुम्बा के रहने वाले दो सगे भाइयों के लगभग चार दिन पुराने सड़े हुए शव पेड़ पर लटके मिले थे। वे लगभग एक माह पूर्व सूरत से डेढ़ लाख रुपए लेकर भाग आए थे। बताया कि मृतक घर जाने की बजाए लगभग एक माह तक इधर-उधर घूमते रहे और आखिर में दोनों ने आत्महत्या कर ली थी।
केलवाड़ा पुलिस के अनुसार इनके साथ इनका साला रमेश भी वहां से साथ ही भागकर आया था। लेकिन उसके फरार होने से मामले का पूरा खुलासा होना बाकी है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। केलवाड़ा थानाधिकारी शैतानसिंह नाथावत ने बताया कि अटडुम्बा निवासी प्रकाश एवं अम्बालाल भील सूरत में पासून निवासी रमेशसिंह के यहां साडिय़ा (चरक) साड़ी बनने के बाद फिनिशिंग कर व्यवस्थित समेटने का काम करते थे।
व्यापारी रमेशसिंह से पूछताछ के बाद पता चला कि एक माह पूर्व रमेश से लगभग 15 लाख रुपए का माल चरक करने के लिए लिया था। लेकिन नियत खराब होने से उन्होंने उक्त माल को एक टेम्पों वाले के सहयोग से मात्र ढ़ाई लाख रुपए में बेच दिया। जिसमें से एक लाख रुपए इनसे टेम्पों वाले ने ले लिए एवं बाकी बचे डेढ़ लाख रुपए लेकर ये यहां आ गए थे। इसके बाद वे इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन घर नहीं गए। इसके बाद संभवतया बदमानी के डर से इन्होंने आत्महत्या कर ली जिसकी पुष्टी पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में हो चुकी है।
थानाधिकारी नाथावत ने बताया कि इनके साथ इनका साला रमेश भी वहां से भाग कर आया, लेकिन वो अब तक फरार है। उसके पकड़ में आने के बाद ही पूरा मामला साफ होगा कि यहां आने के बाद आखिर क्या और कैसे हुआ।