Ravindra Singh Bhati : विधायक रविन्द्रसिंह भाटी ने सर्वसमाज की बैठक के बाद लोकसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। Ravindra singh Bhati के चुनाव लड़ने से जैसलमेर- Barmer Loksabha सीट पर अब मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है। MLA Bhati ने आज मंगलवार को आलोक आश्रम में मीटिंग रखी जहां पर बैठक में Bhati ने लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। भाटी ने बताया कि वो 4 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल कर देंगे व उसके बाद भाटी अपनी सीट से 27 मार्च से एक जन आर्शीवाद यात्रा प्रारंभ करेंगें।
बाड़मेर की शिव विधानसभा से निर्दलीय MLA है Ravindra singh Bhati। बताया कि भाटी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के पहले ही संकेत दे दिए थे। Ravindra singh Bhati ने यह संकेत अपनी ईश आराधना यात्रा में दिए थे। भाटी की यात्रा में उमड़े जन सैलाब को देखकर प्रदेश स्तर के बड़ नेता केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी व स्थानीय विधायकों के साथ 18 मार्च को एक बैठक रखी। उस बैठक के बाद भाटी व भाजपा में सहमति नहीं बन पाई। उस मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं जोधपुर आए, जहां से वो भाटी के प्लेन में बिठाकर उदयपुर लाए। हालांकि इसके बावजूद भी भाजपा व भाटी में सहमति नहीं बन पाई थी। हालांकि आज 26 मार्च को भाटी ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
हेडपम्प स्वीकृति को लेकर गुस्साए भाटी समर्थक
मुख्यमंत्री से मुलाकात और वार्ता के बाद 14 मार्च 2024 को एक आदेश सोशल मीडिया पर सामने आया। इस आदेश के अनुसार, पीएचडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के निर्देश पर शिव विधानसभा में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष एवं विधानसभा प्रत्याशी की “डिजायर” पर 20 हैंडपंप स्वीकृत किए गए हैं। जबकि निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी की “डिजायर” पर 2 हैंडपंप स्वीकृत हुए हैं। यह आदेश 9 विधानसभाओं के हैंडपंप स्वीकृति का जिक्र करता है, लेकिन सिर्फ शिव विधानसभा के काम के आगे ही “डिजायर” शब्द का इस्तेमाल किया गया है। यह बात निर्दलीय विधायक Ravindra singh Bhati और उनके समर्थकों को नाराज कर रही है। उनका मानना है कि सरकार जानबूझकर उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास कर रही है।