Rupala Bayan or Rajput Samaj Gujrat https://jaivardhannews.com/rajput-samaj-protest-controversial-statement/

Rajput Samaj : भाजपा प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला के विवादित बयान को लेकर गुजरात के बाद राजस्थान व महाराष्ट्र तक का राजपूत समाज एकजुट हो गया। गुजरात में कांग्रेस के साथ बीजेपी के राजपूत नेता भी समाज के साथ हो गए हैं। गुजरात के राजकोट में 9 अप्रैल को राजपूत समाज को महापड़ाव होगा। एक पखवाड़े से राजपूत समाज लामबंद है कि BJP नेतृत्व राजकोट भाजपा प्रत्याशी Parshottam Rupala को हटाए। इसी बीच गुजरात के गांधीनगर स्थित भाजपा मुख्यालय पर जौहर (आत्मदाह) करने की चेतावनी के बाद पुलिस अलर्ट हो गई। गुजरात में राजकोट भाजपा प्रत्याशी परतोषात्तम रूपाला के बयान को लेकर क्षत्रिय करणी सेना परिवार संस्थापक डॉ. राज शेखावत ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया, जबकि गुजरात में महिलाओं द्वारा जौहर की चेतावनी देने के बाद श्री राजपूत करणी सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना गुजरात के राजकोट पहुंचे, जहां पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और महिलाओं के धरना स्थल पर नहीं पहुंचने दिया। इसके चलते राजपूत समाज के 92 संगठन एकजुट हो गए और 9 अप्रैल सुबह राजकोट स्थित भाजपा कार्यालय पर राजपूत समाज का महापड़ाव है, जिसमें गुजरात के साथ महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश से भी बड़ी तादाद में राजपूत समाज के पदाधिकारी, युवा व समाजजन शामिल हो रहे हैं।

Rupala statement : गुजरात में राजकोट से भाजपा प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला द्वारा राजपूत समाज विरोधी व महिलाओं के लिए अभद्र भाषा बोलने को लेकर राजपूत समाज आक्रोशित है। पिछले एक पखवाड़े गुजरात के गांव ढाणी से लेकर जिला स्तर तक राजपूत समाज के विभिन्न संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी दिए जा रहे हैं, तो भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भेजकर राजकोट से भाजपा प्रत्याशी रूपाला को हटाकर नया प्रत्याशी घोषित करने की मांग उठाई है। इस बीच क्षत्रिय समुदाय की महिलाओं ने गुजरात के गांधीनगर में भाजपा मुख्यालय के बाहर जौहर (आत्मदाह) करने की चेतावनी दी। इसी के तहत 6 अप्रैल दिन में श्री राजपूत करणी सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपालसिंह मकराना भी राजस्थान से गुजरात पहुंचे, तो पुलिस ने राजकोट में महिलाओं के धरना स्थल पर पहुंचने नहीं दिया। साथ ही पांच महिलाओं के साथ मकराना को भी हिरासत में ले लिया। हालांकि देर रात उन्हें पुलिस कस्टडी से मुक्त कर दिया। फिर मकराना ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर गुजरात में महिलाओं के साथ हो रही अभद्रता, अपमान का जिक्र करते हुए 9 अप्रैल को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को शामिल होने का आह्वान किया है। राजपूत समाज की 9 महिलाओं ने रानी पद्मावती व उनकी दासियों की तर्ज पर स्वाभिमान की रक्षा के लिए प्रदेश भाजपा मुख्यालय कमलम पर सामूहिक जौहर (आत्मदाह) करने का ऐलान कर दिया। उसके बाद पुलिस द्वारा तीन महिलाओं को नजरबंद कर पुलिस थाना ले गई, जबकि उसके साथ अभद्रता की। भाजपा मुख्यालय पर सुरक्षा बढ़ा दी गई।

Rajput Samaj : गुजरात में इस तरह जगह जगह हो रहा विरोध

  • क्षत्रिय राजपूत समाज के मार्च करने की अनुमति मांगी, मगर देवभूमि द्वारका जिले के जाम खंभालिया शहर में, प्रदर्शनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गुजरात इकाई के प्रमुख सीआर पाटिल की मौजूदगी वाले एक कार्यक्रम में घुसकर काले झंडे दिखाए और केंद्रीय मंत्री रूपाला के खिलाफ नारे लगाए।
  • यह है विवादित बयान : राजकोट लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रूपाला ने यह दावा करके विवाद पैदा कर दिया था कि तत्कालीन ‘महाराजाओं’ ने विदेशी शासकों और अंग्रेजों के उत्पीड़न के आगे घुटने टेक दिए थे और यहां तक कि अपनी बेटियों की शादी भी उनसे कर दी थी।
  • गुजरात में क्षत्रिय समुदाय ने रूपाला के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। क्योंकि तत्कालीन राजघरानों में अधिकतर राजपूत थे। क्षत्रिय समुदाय के नेताओं के अनुसार पांचों महिलाओं ने गांधीनगर में राज्य भाजपा मुख्यालय के बाहर ‘जौहर’ करने की चेतावनी दी। उसके बाद पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई। उन महिलाओं को हिरासत में ले लिया गया।
  • 6 अप्रैल को मकराना को महिलाओं से मुलाकात करने से पहले हिरासत में ले लिया गया. एसीपी (एम डिवीजन) एबी वालंद ने कहा, ‘उन्हें (मकराना) शाम को रिहा कर दिया गया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात होने के कारण जिन महिलाओं को घर से निकलने से रोका गया, वे बाद में घर वापस चली गईं.”
  • गुजरात में रुपाला के विवादित बयान के विरोध में द्वारिका में युवकों ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के समक्ष काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। केंद्रीय मंत्री के टिप्पणी को लेकर राजपूत समाज की कई महिलाओं ने जौहर करने की चेतावनी दी। वहीं द्वारिका में युवकों ने प्रदेश भाजपााध्यक्ष सीआर पाटिल के समक्ष काली पट्टी बांध विरोध जताया।
  • अहमदाबाद के गोता में स्थित राजपूत सभा भवन में महिला पुलिस ने उन्हें रोक लिया। राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महीपाल सिंह मकराणा इन महिलाओं को समझाने तथा आंदोलन को देशव्यापी बनाने की रणनीति पर चर्चा के लिए अहमदाबाद पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया।
  • BJP प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला को पार्टी से हटाने की मांग भाजपा कार्यकर्ता कर रहे हैं।

Rupala Speech : गुजरात के राजकोट में क्षत्रिय समाज द्वारा सौंपा

Rupala के विवादित बयान को लेकर गुजरात के राजकोट में क्षत्रिय समुदाय के लोगों ने जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपने के लिए एक रैली निकाली। समाज के एक नेता ने कहा, “राजकोट में बैठक का एक और दौर आयोजित किया गया और यह निर्णय लिया गया कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक पूरे गुजरात में “ऑपरेशन रूपाला” अभियान के तहत प्रदर्शन किए जाएंगे। क्षत्रिय नेता करणसिंह चावड़ा ने कहा कि यदि रूपाला अपना नामांकन पत्र दाखिल करते हैं, तो क्षत्रिय समुदाय के 400 सदस्य भी उनके खिलाफ अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा कि राजकोट निर्वाचन क्षेत्र जहां रूपाला मैदान में हैं, वहां मतपत्र के माध्यम से मतदान होना चाहिए।

BJP द्वारा प्रत्याशी नहीं बदलने पर बीजेपी को हराने के संकेत

Gurjar के राजकोट में राजपूत समाज की महिलाओं ने वहां से रुपाला का टिकट रद करने की मांग की। भाजपा ने साफ संकेत दिया है कि अब वह राजकोट में अपने प्रत्याशी को नहीं बदलेगी। गुजरात में अब तक राजपूत समाज के 92 संगठनों के पदाधिकारी एकजुट हो गए हैं। इस मामले पर बीजेपी के नेता गुजरात के 92 राजपूत संगठनों के प्रतिनिधियों से बैठक में एकजुट होकर उग्र आंदोलन का निर्णय लिया गया। समुदाय की केंद्रीय कोर समिति, जिसमें अश्विनसिंह सरवैया, सुखदेव सिंह वाघेला, तृप्तिबा रावल, रामजुभा जड़ेजा और अन्य जैसे प्रतिनिधि शामिल होने की बात की जा रही । सभी प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद ही कोई फैसला लिया जा सकेगा।

Parshottam Rupala : रूपाला ने दिया था विवादित बयान

Rajkot, Gujrat में राजकोट भाजपा प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला ने वाल्मिकी समाज के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में क्षत्रिय समाज को लेकर विवादित बयान दे दिया। उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजपूत समाज शर्मिंदा है और पुरुषोत्तम रूपाला के बयान पर विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि “जब अंग्रेज भारत में थे तो उन पर अत्याचार होता था और महाराजा रोटी-बेटी का लेन-देन करते थे, लेकिन मेरी रुखी जाति ने न तो धर्म परिवर्तन किया और न ही लेन-देन किया। 1000 साल बाद राम भी इसीलिए आए हैं। वे तलवारों के आगे भी नहीं झुके। न वे डर से टूटे, न भूख से टूटे। ये सनातन धर्म के उत्तराधिकारी हैं जो अटल रहे हैं, जिन पर मुझे गर्व है”।

रूपाला ने वीडियो जारी कर समाज से मांगी माफी

Rajkot BJP प्रत्याशी रूपाला एक ने वीडियो के जरिए क्षत्रिय समाज से माफी मांगी थी। जिसमें उन्होंने कहा था। मैंने राजकोट में वाल्मिकी समाज के कार्यक्रम में भाषण दिया, जिसका वीडियो वायरल हुआ। वीडियो को लेकर क्षत्रिय समाज में आक्रोश जताया, जिसमें भूपेन्द्रसिंह चुडासमा, राज्यसभा सांसद केसरीदेवसिंहजी, राजकोट राजवी मांधातासिंह जाडेजा सहित क्षत्रिय समुदाय के नेताओं की प्रतिक्रियाएं मिली हैं। क्षत्रिय समाज भाजपा से मांग कर रहा है कि राजकोट से रूपाला का टिकट वापस ले और प्रत्याशी बदले।

Dr. Raj Sekhawat ने भाजपा छोड़ी, रूपाला की प्रत्याशी बदलने की मांग

गुजरात में भाजपा प्रत्याशी रूपाला के बयान के विरोध के चलते करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत के बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी के एक और नेता रूपाला की उम्मीदवारी वापस लेने की दौड़ में शामिल हो गए। भावनगर एपीएमसी के निदेशक और क्षत्रिय संजयसिंह गोहिल ने फेसबुक पर पोस्ट कर रूपाला की जगह राजकोट से किसी अन्य उम्मीदवार को टिकट देने की मांग की है।

राजकोट लोकसभा सीट में चुनाव की रोचक कहानी

गुजरात के राजकोट लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रही है। 2009 के अपवाद में कांग्रेस प्रत्याशी सांसद चुना गया था तो 1989 से लेकर 2019 तक यहां बीजेपी का ही सांसद रहा है. इस लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा की सीटें आती हैं और सभी पर बीजेपी का कब्जा है. लेकिन रूपाला के विवादित बयान के बाद इस बार कहानी में ट्विस्ट आ गया है। इस तरह 23 मार्च से अब तक लगातार राजपूत समाज आक्रोशित है। अब 20 अप्रैल को ही सस्पेंस से पर्दा हटेगा। क्योंकि 20 अप्रैल को पर्चा भरने की आखिरी तारीख है। उसे तारीख को ही यह साफ हो सकेगा कि क्षत्रिय विरोध के आगे घुटने देखते हुए बीजेपी रूपाला की प्रत्याशी वापस लेने पेर रूपल को भाजपा प्रत्याशी बनानेकी चर्चा है।

चुनाव आयोग ने दे दी रूपाला को क्लीन चिट

26 मार्च को रूपाला की विवादित टिप्पणी पर चुनाव आयोग की गुजरात युनिट से राजकोट के जिला कलक्टर (जिला निर्वाचन अधिकारी) से रिपोर्ट मांगी थी। आयोग ने कलेक्टर की रिपोर्ट को देखते के बाद रूपाला के बयान को आदर्श आचार चुनाव संहिता का उल्लंघन नहीं माना है। आयोग ने रूपाला को क्लीन चिट दे दी है, लेकिन रूपाला के बयान से नाराज क्षत्रिय समाज झुकने को तैयार नहीं है। क्षत्रिय समाज के प्रदर्शनों में महिलाएं रूपाल के घर के बार जौहर करने की भी धमकी दे रही हैं। राजकोट में पुतले फूंके जाने के बाद विरोध कम नहीं हो रहा है। राजकोट में बॉयकॉट रूपाला के पोस्टर भी सामने आए हैं। इस तरह गुजरात के बाद राजस्थान, महाराष्ट्र तक में राजपूत समाज में आक्रोश है।