अलवर में ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज एवं हॉस्पिटल में नर्सिंग व अन्य स्टाफ की भर्ती के लिए घूसखोरी का मामला उजागर होने व इस मामले में चार लोगाें की गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने मेडिकल काॅलेज की डीन डाॅ. हरनाम काैर सहित सात अधिकारियों के चैंबर सीज कर दिए। भर्ती संबंधित रिकॉर्ड व अभ्यर्थियों के आवेदनाें काे भी जब्त कर लिया। इसके अलावा एसीबी ने भर्ती के लिए रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार चाराें आराेपियाें काे दाेपहर 3.30 बजे अलवर में एसीबी काेर्ट की न्यायाधीश शिवानी सिंह के रेलवे स्टेशन राेड स्थित आवास पर पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। इससे पूर्व सुबह 10.30 बजे एसीबी की टीम चारों आरोपियों को मेडिकल जांच के लिए सामान्य अस्पताल लेकर पहुंची।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह ने बताया कि भर्ती का ठेका लेने वाली प्लेसमेंट एजेंसी गुजरात के राजकोट की एमजे साेलंकी कंपनी के हिस्सेदार व मालिक मंजल पटेल उर्फ मिनेश पटेल पुत्र नटवर लाल निवासी ए-302 उमीया तीर्थ विले, गायत्री मंदिर राेड कलाेल गांधी नगर गुजरात, कंपनी के फील्ड इंचार्ज भरत पुत्र कमलेश पूनिया निवासी पाल चाैहटे थाना बाेरानाड़ा जाेधपुर, कंपनी के सुपरवाइजर काना राम पुत्र रामाराम चाैधरी निवासी धायलाें की ढाणी गंगाणा जिला जाेधपुर तथा एम्स जाेधपुर के सीनियर नर्सिंग ऑफिसर महिपाल पुत्र सूबेसिंह यादव निवासी गुलहेडा मुंडावर अलवर को रिमांड पर लिया है। इनसे पूछताछ की जाएगी। एएसपी ने बताया कि एसीबी को एक सूत्र से सूचना मिली थी कि प्लेसमेंट कंपनी के मालिक व कर्मचारी गिरोह बनाकर बेरोजगार युवाओं काे स्थाई नियुक्ति का झांसा देकर वसूली कर रहे हैं, जबकि हकीकत में भर्ती संविदा पर हो रही है।
अब तक 82 अभ्यर्थियों की भर्ती, मूल दस्तावेज 12 के मिले
एसीबी की प्रथमदृष्ट्या जांच में सामने आया है कि कंपनी की ओर से नर्सिंग सहित विभिन्न पदों पर फिलहाल 108 लोगों की भर्ती की जानी थी। कंपनी के कर्मचारियों ने खुली भर्ती प्रक्रिया काे दरकिनार कर अब तक 82 अभ्यर्थियों की फर्जी तरीके से भर्ती कर ली। हालांकि सर्च के दाैरान एसीबी को सिर्फ 12 अभ्यर्थियों के ही मूल दस्तावेज मिले हैं। एसीबी के एएसपी विजय सिंह ने बताया कि कंपनी ने काेविड का बहाना बनाकर भर्ती संबंधित काेई विज्ञापन भी जारी नहीं किया। सरकार की शर्तों के आधार पर यह भर्ती 15 दिन के अंदर होनी थी।
कंपनी मालिक गुरुवार काे अलवर से वापस लाैट गया
एसीबी ने बताया कि कंपनी मालिक मंजल उर्फ मिनेश पटेल गुरुवार काे अलवर आया था। वह यहां से वसूले 15 लाख रुपए लेकर रवाना हाे गया था। वह फील्ड इंचार्ज भरत पूनिया के पास करीब 4.50 लाख रुपए छाेड़ गया था। एसीबी ने भरत पूनिया के कब्जे से उक्त राशि बरामद कर ली है। आरोपियों की दाे गाड़ियां भी बरामद की हैं।
कंपनी मालिक की बिगड़ी तबीयत
शुक्रवार सुबह जब एसीबी की टीम नर्सिंग भर्ती घाेटाले में गिरफ्तार प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक मंजल उर्फ मिनेश पटेल काे मेडिकल जांच के लिए सुबह 10.30 बजे सामान्य अस्पताल लेकर गई। मेडिकल जांच के बाद मंजल पटेल की तबीयत खराब हाे गई। इससे बाद एसीबी के पुलिस निरीक्षक रघुवीर शर्मा फिर से उसे डॉक्टर के पास ले गए।