Online Satta : युवक को शेयर बाजार और ऑनलाइन सट्टा खेलने का ऐसी लत लगी कि 8 से 10 लाख का कर्जा चढ़ गया। लोग जब तकाजा करने लगे तो युवक ने बहन की 6 लाख रुपए की ज्वैलरी चोरी कर ली। लेकिन उसके सभी दस्तावेज मुंबई के होने कारण वह ज्वेलरी को नहीं बेच पाया और पुलिस के हत्थे चढ़ गया। घटना राजसमंद के देलवाड़ा थाना क्षेत्र के रंठूजणा की है।
Rajsamand news : थानाधिकारी कमलेंद्रसिंह ने बताया कि रंतूजना देलवाड़ा निवासी गंगाबाई ने 29 अप्रैल को प्रकरण दर्ज करवाया कि पुत्री पूजा पटेल के एक माह पूर्व डिलेवरी होने से घर रखूंजणा में ही रह रही थी। पूजा के गले का सोने का हार व सोने का बाजूबंद अलमारी में रखकर ताला लगा रखा था, लेकिन 27 अप्रैल को अलमारी खोलकर चेक की तो 6 लाख रुपए के सोने के आभूषण नहीं मिले। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की और परिजनों से पूछताछ की। इसके बाद पुलिस को नारायणलाल के पुत्र पर शंका होने पर कल्पेश डांगी से सख्ती से पूछताछ करने पर चोरी की वारदात करना कबूल लिया। आरोपी की निशानदेही पर ज्वेलरी बरामद की गई। आरोपी ज्वेलरी बेचने के मार्केट में घूमा, लेकिन व्यापारियों ने बिल मांगा तो बिल नहीं होने पर आधार कार्ड मांगा।
Stock Market : मुबंई का आधार कार्ड होने नहीं बेच पाया ज्वैलरी
Rajsamand Police : आरोपी कल्पेश डांगी का परिवार करीब 40 सालों से मुंबई में व्यापार करता था। पूरे परिवार के दस्तावेज भी वहीं के बने हुए हैं। कल्पेश मुंबई में शेयर बाजार का काम करता था, जहां रुपए डूबने के कारण कर्जा हो गया और पूरा परिवार वापस रगूंजणा में आ गया। कल्पेश डांगी का आधार कार्ड भी मुंबई का बना हुआ है। एक अप्रैल को आरोपी ने ज्वेलरी चुराकर व्यापारियों के बेचने गया, लेकिन आधार कार्ड राजस्थान का नहीं होने पर ज्वैलरी व्यापारियों ने ज्वेलरी खरीदने से मना कर दिया। ज्वेलरी नहीं बिकी तो कल्पेश ने स्वयं के कच्चे मकान में ही छूपा कर रख दी। पूछताछ में आया कि कल्पेश अक्सर ऑनलाइन सट्टा खेलने का आदि होकर करीब 8 से 10 लाख का कर्जदार हो चुका था। इस पर लोगों के पैसे चुकाने के लिए चोरी करना स्वीकार किया। मना कर दिया। इसके बाद कल्पेश ने कच्चे घर में आभूषण को छुपा दिए थे।