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Dwarkadhish Temple : जिला मुख्यालय स्थित श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के प्रभु श्रीद्वारिकाधीश मंदिर में शनिवार को जगतगुरु श्रीमद् वल्लभाचार्यजी महाप्रभु जी का 447वां प्राकट्य उत्सव पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर श्री महाप्रभुजी की पादुका जी का पंचामृत स्नान करवाया गया। वहीं श्रंगार में प्रभु श्री द्वारकाधीश को श्री मस्तक पर बड़े साझ की केसरी कुले जिस पर 11 चंद्रिका का सादा जोड़, केसरी खुले बंद का वागा जो बंदे बंद के धरे, लाल कटी का पटका, हीरा, पन्ना, माणक के 2 जोड़ी के श्रंगार, श्वेत महीन ठाड़े वस्त्र, चरण चौकी, वनमाला धराई गई।

Rajsamand news : इसके बाद राजभोग दर्शन के पूर्व द्वारकेश गार्ड मंदिर के सुरक्षा अधिकारी लक्ष्मीलाल के नेतृत्व में द्वारकेश बैंड की सुमधुर धुनों पर विलास बाग से परेड करते हुए द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे। जहां गोवर्धन चौक में मंदिर अधिकारी भगवतीलाल पालीवाल, अतिरिक्त अधिकारी विनीत सनाढ्य, अतिरिक्त अधिकारी गणेशलाल साचीहर ने परेड की सलामी ली। इसके बाद राजभोग के दर्शन में प्रभु द्वारकाधीश के सम्मुख मंदिर पुरोहित पंडित बिंदुलाल शर्मा ने पंचांग का वाचन किया गया। इस मौके पर द्वारकाधीश प्रभु के कीर्तन कार प्रमोद कुमार चारण ने प्रभु को बधाई के पद सुनाए गए।

Shrimad Vallabhacharyaji : शहर में निकाली शोभायात्रा

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भोग आरती दर्शन के बाद द्वारकाधीश मंदिर से एक शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में द्वारकाधीश मंदिर का ध्वज निशान, घोड़े, द्वारकेश बैंड एवं महिलाएं वैष्णव जन चल रहे थे। इस मौके पर शोभायात्रा में द्वारकाधीश मंदिर के अधिकारी भगवतीलाल पालीवाल, अतिरिक्त अधिकारी विनीत सनाढ्य, गणेशलाल सांचिहर, सलाहकार जयेश शाह, कार्यालय अधीक्षक राजकुमार गौरवा, मनोहर कृष्ण व्यास, सहायक समाधानी सोहनलाल पुर्बिया, गिरीशचन्द्र रावल, मंदिर पुरोहित पंडित बिंदुलाल शर्मा, सुरक्षा प्रभारी लक्ष्मीलाल पालीवाल सहित मंदिर कर्मचारी और सेवादार के अलावा वैष्णवजन शामिल थे। यह शोभायात्रा द्वारकाधीश मंदिर से शुरू होकर रेती मोहल्ला, नया दरवाजा, सब्जी मंडी, नया बाजार, मालनीया चौक होते हुए द्वारकाधीश मंदिर पहुंची। जहां गोवर्धन चौक में महिलाओं ने द्वारकेश बैंड की धुनों पर जमकर नृत्य कर महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के प्राकट्य उत्सव पर अपनी भावनाओं को प्रकट किया।