JK Tyre Factory : जेके टायर फैक्ट्री राजसमंद में गुरुवार को मानदेय वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर श्रमिकों ने कार्य का बहिष्कार करते हुए कंपनी कार्यालय के बाहर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन के बाद कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कांकरोली थाना प्रभारी हनुवंत सिंह सोढा सहित तीन थानों को जाब्ता तैनात कर दिया। दो से तीन दौर में प्रबंधन की बैठकें हुई और श्रमिक युनियन इंटक से वार्ता हुई। एक बार कंपनी द्वारा 15 दिन का समय और मांगा गया, लेकिन श्रमिक तत्काल समझौता पत्र जारी करने की मांग पर अड़ गए। आखिर प्रबंधन की उच्च स्तरीय बैठक के बाद कंपनी अधिकारियों द्वारा जल्द ही समझौता पत्र जारी करने का आश्वासन दिया, तब करीब 4 घंटे बाद श्रमिक वापस कार्य पर लौट गए और कंपनी में टायर बनाने का कार्य शुरू हो गया।

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Rajsamand Police : जेके टायर फैक्ट्री में कार्यरत श्रमिकों के हित के लिए जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड प्रबंधन और इंटक युनियन प्रतिनिधियों के बीच 10 मई 2024 को वार्ता हुई थी। उसमें 15 मई तक श्रमिकों के लिए तय किए गए एलटीए नियम, वेतनवृद्ध व अन्य परिलाभों के लिए समझौता पत्र जारी नहीं किया गया। इस कारण श्रमिक युनियन इंटक अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली के आह्वान पर गुरुवार सुबह 8 बजे से प्रथम शिफ्ट के श्रमिकों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया और सभी श्रमिक मशीने बंद करके कंपनी प्रबंधन कार्यालय के बाहर बैठ गए। साथ ही श्रमिकों के हक की बात करते हुए जेके टायर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कांकरोली थाना प्रभारी हनुवंत सिंह, राजनगर थाना प्रभारी योगेश चौहान, कुंवारिया थाना प्रभारी सहित पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया। इस बीच सुबह से ही जेके टायर प्रबंधन द्वारा अलग अलग दौर में श्रमिकों से वार्ता की गई, जिसमें प्रबंधन द्वारा 15 दिन का समय और मांगा, जिस पर इंटक युनियन अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली फैक्ट्री के मुख्य गेट पर पहुंचे, जहां श्रमिकों से कहा कि कंपनी द्वारा 15 दिन का समय और मांगा जा रहा है, जिस पर आप सहमत हो क्या। इस पर श्रमिकों ने असहमति जताते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर चुन्नीलाल पंचोली ने जाते जाते सभी श्रमिकों को कानून हाथ में नहीं लेने, लड़ाई झगड़ा नहीं करने और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग प्रबंधन के समक्ष रखने का आह्वान किया। इसके तहत सुबह से दोपहर तक लगातार प्रबंधन के उच्च अधिकारियों की अलग अलग दौर की बैठके हुई और उसके बाद कंपनी के अधिकारियों द्वारा युनियन प्रतिनिधि के साथ श्रमिकों से वार्ता की गई। कंपनी द्वारा गुरुवार शाम तक ही समझौता पत्र जारी करने की बात कही, तो श्रमिक कंपनी की बात को मान गए और ठीक बारह बजे वापस अपने काम पर लोट गए। इस तरह करीब 4 घंटे तक जेके टायर फैक्ट्री में प्रोडक्शन का कार्य ठप रहा और करीब 12 बजे बाद कामकाज फिर से सुचारू शुरू हो गया।

जेके टायर फैक्ट्री तीन हजार से ज्यादा श्रमिक कार्यरत

राजसमंद में जेके टायर फैक्ट्री में तीन हजार से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है और इसके अलावा इसके पैरेलल अप्रत्यक्ष तौर से भी कई लोग ट्रक, ट्रेलर सहित अन्य लोग कारोबार से जुड़े हुए हैं। फैक्ट्री का संचालन प्रतिदिन 3 शिफ्ट में होता है। पहली शिफ्ट सुबह 6 बज से 2 बजे तक है, तो दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 से रात 10 बजे और तीसरी शिफ्ट रात 10 से सुबह 6 बजे तक है। इस तरह राजसमंद के साथ ही आस पास के ग्रामीण क्षेत्र से लोग कंपनी में कार्यरत है। बताया जाता है कि जेके टायर कंपनी का यह मदर प्लांट है, जहां पर सबसे पहले टायर निर्माण का कार्य शुरू हुआ था और उसके बाद कंपनी द्वारा देश के अन्य जिलों व राज्यों में टायर निर्माण के प्लांट बनाए गए। इस तरह राजसमंद में जेके टायर कंपनी का राजसमंद में टायर निर्माण का मदर प्लांट है। यहां कंपनी द्वारा सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त लक्ष्मीपत सिंहानिया स्कूल भी संचालन किया जाता है, जिसमें फैक्ट्री में कार्यरत कार्मिक, अधिकारियों के अलावा शहर व ग्रामीण क्षेत्र के भी बड़ी तादाद में छात्र छात्राएं अध्ययनरत है।