Child Thief Woman Caught : राजसमंद शहर के चिकित्सालय से दो दिन का नवजात शिशु चोरी होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए करीब छह घंटे की समयावधि में तलाश लिया। बच्चा चोरी की सूचना मिलते ही प्रसूता मां का रो रो कर बुरा हाल हो गया। राजसमंद पुलिस उप अधीक्षक विवेकसिंह राव के नेतृत्व में 15 टीमों का गठन किया। सीसीटीवी फुटेज, लोगों से पूछताछ व पुलिस नाकाबंदी आदि जांच के अहम बिन्दु थे और इसी के आधार पर बच्चे को बरामद किया। फिर कुंवारिया थाना प्रभारी सोनाली शर्मा जब मासूम बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंची, तो असल मां बच्चे को देखकर फफक पड़ी और खुशी के आंसू छलक पड़े।
Rajsamand Police : पुलिस उप अधीक्षक विवेक सिंह राव ने बताया कि कमला नेहरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांकरोली में बुधवार सुबह करीब दस बजे बच्चा चोरी हो गया। फिर करीब 11 बजे बद्रीलाल ने कांकरोली थाने पहुंचकर बच्चा चोरी होने की सूचना दी। एक अज्ञात महिला अस्पताल कर्मचारी बनकर आई और बच्चे का वजन चैक कराने के बहाने बच्चे को लेकर अस्पताल से बाहर निकल गई, जो काफी देर बाद भी नहीं लौटी तो उसके पति ने जाकर तलाशा, मगर पता नहीं चलने पर अस्पताल प्रभारी प्रशासन को सूचना देने के बाद मासूम बच्चे के पिता बद्रीलाल कांकरोली थाने पहुंचे और रिपोर्ट दी। कांकरोली थाना प्रभारी हनवंतसिंह सोढा तत्काल अस्पताल पहुंच गए, जहां से घटना की पूरी जानकारी मिलने के बाद डीएसपी, एएसपी व एसपी को बताया गया। इस पर एसपी मनीष त्रिपाठी ने गंभीरता से लेते हुए एएसपी महेंद्र कुमार पारीक के निर्देशन में राजसमंद डीएसपी विवेकसिंह राव को इसकी तहकीकात की कमान सौंपी। फिर विवेक सिंह के नेतृत्व में 15 टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और जिलेभर में नाकाबंदी करवा ली। साथ ही अस्पताल से निकाले सीसीटीवी फुटेज को वायरल किया गया और उसके बाद रूपाखेड़ा में कुंवारिया थाना पुलिस द्वारा नाकाबंदी में खड़े थे, तभी उसी हुलिए की एक महिला ऑटो में सवार दिखी, जिसमें नवजात शिशु भी मिला। नाकाबंदी पर तैनात जवानों ने तत्काल थाना प्रभारी सोनाली शर्मा को सूचना दी और उससे पूछताछ करने पर महिला ने आरके जिला अस्पताल में प्रसव होने की जानकारी ली। इस पर थाना प्रभारी सोनाली तत्काल आरके जिला अस्पताल पहुंची, जहां महिला द्वारा प्रसव होने की बात झूठी निकली। फिर उस मासूम बच्चे के फोटो को कमला नेहरु अस्पताल में भर्ती मां को दिखाया गया, तो उसने पहचान लिया। इस पर थाना प्रभारी सोनाली ने तत्काल मासूम बच्चे को बरामद करते हुए आरोपी महिला शिवपुरा, जिला भीलवाड़ा निवासी कोमल पत्नी घनश्याम व पिता रमेश नायक को हिरासत में ले लिया, जो कुंवारिया के पास बगतपुरा स्थित अपने पीहर पहुंच गई थी। इस कार्रवाई में कांकरोली थाना प्रभारी हनवंतसिंह सोढा, राजनगर थाना प्रभारी योगेश चौहान, यातायात प्रभारी सुरेश के साथ पूरी टीम की अहम भूमिका रही।
दो दिन पहले ही हुआ था प्रसव
कमला नेहरु चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. भूपेश परतानी ने बताया कि 20 मई को सनवाड़, राजसमंद निवासी पारस देवी की सुबह करीब सवा 5 बजे प्रसव हुआ था। फिर उसके नसबन्दी ऑपरेशन किया गया और बुधवार को अस्पताल से छुट्टी होने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही अज्ञात महिला ने खुद को अस्पताल का कर्मचारी दिखाते हुए बच्चे का वजन करवाने की बात कहते हुए बच्चे को ले लिया। अज्ञात महिला ने प्रसूता से कहा कि वो बच्चे का वजन करवाने के लिए अपने साथ लेकर जा रही है। जब प्रसूता के परिजनों ने साथ चलने के लिए कहा तो महिला ने मना कर दिया। करीब पौन घंटे बाद भी जब आरोपी महिला बच्चे को लेकर नहीं लौटी तो प्रसूता के परिजनों ने नर्सिंग स्टाफ को बात बताई।
पास में सो रहा था प्रसूता का पति
प्रसूता पारस देवी गमेती (30) के पास ही नवजात शिशु था। उसका पति बद्रीलाल गमेती भी पास में सो रहा था। अज्ञात महिला ने आकर पहले बातों में उलझाते हुए बच्चे का वजन करने की बात कहकर बच्चे को ले गई। बद्रीलाल मजदूरी कर परिवार का घर गुजारा चलाता है। पारस देवी के नवजात के अलावा 2 बच्चे और है, जिसमें 6 साल का बेटा प्रभु व 3 साल की बेटी मधु है। घटना के दौरान पारस देवी के पास उनकी देवरानी मीना गमेती (25) पत्नी टिलू गमेती भी मौजूद थी। घटना के वक्त अस्पताल में बिजली बंद होने से सीसीटीवी कैमरे भी बंद थे। जब पुलिस ने पुरानी रिकार्डिंग चेक की तो यह अज्ञात महिला एक दिन पहले यानि मंगलवार को भी अस्पताल के प्रसूता वार्ड में रेकी करते वीडियो में साफ नजर आई।
मां नहीं बनने से आरोपी ने चुराया था बच्चा
डीएसपी विवेक सिंह ने बताया कि बगतपुरा निवासी कोमल नायक की शादी शिवपुरा, भीलवाड़ा में घनश्याम से करीब डेढ़ साल पहले शादी हो गई, मगर बच्चा नहीं जन्म रहा था। इस कारण वह काफी परेशान हो चुकी थी। ससुराल पक्ष को पेट से होने की झूठी जानकारी दी थी। इसी के तहत उसने दो दिन तक कमला नेहरु अस्पताल में रेकी की और उसके बाद बुधवार सुबह उस बच्चे को चुरा लिया। बताया कि वह मां नहीं बन पा रही थी। उसे बार-बार मिसकैरेज हो रहा था। इस कारण उसने मां बनने की अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए यह बच्चा चुरा लिया।
पुलिस की 15 टीमों में इनकी खास भूमिका
कांकरोली थाना प्रभानी हनवंतसिंह सोढा, राजनगर थाना प्रभारी योगेश चौहान, कुंवारिया थाना प्रभारी सोनाली शर्मा, उप निरीक्षक रामसिंह, उप निरीक्षक पूरणसिंह, हैड कांस्टेबल रतनसिंह, रामसहाय, हैड कांस्टेबल नरेंद्रसिंह, हैड कांस्टेबल रामचंद्र, कांस्टेबल महेन्द्र, राजेन्द्र सिंह, हिम्मतसिंह, विक्रमसिंह, नरेंद्र वसीटा, किशनलाल, मिंटू, हरीशंकर, देवेंद्र, करणसिंह, सुरेश कुमार, रामप्रकाश, चन्द्रशेखर, सीमा, प्रीति सिंह, केसरसिंह आदि की अहम भूमिका रही।