Disclosure of Bribery : जमीन के सीमा ज्ञान कराने की एवज में 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कालिंजर पटवारी अशोक कुमार जाट को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद की टीम ने उदयपुर स्थित एसीबी के स्पेशल कोर्ट में पेश किया। न्यायालय द्वारा आरोपी पटवारी को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। इस पर एसीबी टीम द्वारा आरोपी को उदयपुर स्थित केन्द्रीय कारागृह में भेज दिया। राजसमंद में 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार पटवारी अशोक कुमार जाट के नौकरी के 2 साल का परीविक्षाकाल यानि प्राेबेशन पीरियड भी पूरा नहीं हुआ, मगर वह बिना पैसे कोई काम नहीं करता था। यह खुलासा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद द्वारा किया गया है। किसान ने जब खुद की जमीन के सीमा ज्ञान के लिए ई मित्र के जरिए आवेदन किया और तहसील कार्यालय कुंभलगढ़ से आदेश भी जारी हो गए, मगर पटवारी टालमटाेल करता रहा। फिर उससे 9 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई।

Anti Corruption Bureau Rajsamand के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह चारण ने बताया कि उदाजी की भागल, मादरेचो का गुड़ा, कालिंजर निवासी भैरूसिंह ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय राजसमंद में 19 जून को कालिंजर पटवारी अशोक कुमार जाट की शिकायत दर्ज करवाई। इस पर एसीबी टीम द्वारा शिकायत का सत्यापन उसी दिन शाम को करवाया गया। एसीबी के प्लान के तहत पीड़ित भैरूसिंह ने पटवारी अशोक कुमार को सीमा जानकारी के लिए मोबाइल पर कॉल किया, तो पटवारी ने रिछेड़ में आवास पर बुला लिया। इस पर भैरूसिंह शाम को ही रिछेड़ में पटवारी अशोक कुमार जाट के किराए के मकान पर पहुंच गया, जहां पर भी पटवारी द्वारा अन्य कार्य होने की वजह से टालमटोल की प्रवृत्ति ही अपनाई। फिर कहा कि सीमा जानकारी करवानी है, तो पैसा लगेगा। इस पर भैरूसिंह ने बताया कि बताओ कितना देना पड़ेगा। इस पर पटवारी द्वारा बताया गया कि प्रति खसरा 500 रुपए लगेगा और आपके 18 खसरा की सीमा जानकारी करनी है, तो 9 हजार रुपए देने पड़ेंगे। इस पर पीड़ित भैरूसिंह बोला कि उसके पास इतने पैसे नहीं है और कुछ कम करों, तो आखिर में पटवारी ने कहा कि 8 हजार रुपए तो देने ही पड़ेंगे और पैसे लाए हो, तो अभी दे दो। इस पर पीड़ित ने कहा कि अभी तो उसके पास 2 हजार रुपए ही है और बाकी के रुपए कालिंजर में देने की बात हुई। इसके बाद भैरूसिंह शुक्रवार सुबह 6 हजार रुपए लेकर पटवार मंडल कालिंजर पहुंच गया, जहां पटवारी अशोक कुमार जाट अन्य ग्रामीणों के साथ पटवार मंडल में बैठे हुए थे। भैरूसिंह के जाते ही पटवारी बाहर निकला और उससे 6 हजार रुपए की राशि ले ली। उसी दौरान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के निरीक्षक मंशाराम व टीम द्वारा रंगे हाथ पटवारी पालड़ी, लक्ष्मणगढ़ जिला सीकर निवासी अशोक कुमार जाट पुत्र सांवरमल जाट को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद पटवारी अशोक कुमार जाट को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद की टीम ने शनिवार को उदयपुर स्थित एसीबी के स्पेशल कोर्ट में पेश किया। न्यायालय द्वारा आरोपी पटवारी को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।

ACB Rajsamand : बेखौफ होकर लोगों से लेता था रिश्वत

ACB Rajsamand : पीड़ित भैरूसिंह ने बताया कि पटवारी अशोक कुमार जाट को किसी से कोई डर नहीं था। इसलिए वह न सिर्फ अभद्रता से लोगों से पेश आता था, बल्कि रिश्वत देने के लिए टॉर्चर करता था। वह बेखौफ होकर रिश्वत मांगकर लेता था।

caught taking bribe : परीविक्षाकाल भी नहीं हुआ अभी पूरा

caught taking bribe : पटवारी अशोक कुमार जाट ने पटवारी के पद पर 18 जुलाई 2022 को ज्वाइन किया था। इस तरह उसकी नौकरी के 2 साल का परीविक्षाकाल भी अभी तक पूरा नहीं हुआ। 17 जुलाई 2024 को उसका प्रोबेशन पीरियड पूरा होने वाला था और उससे पहले ही रिश्वत लेते पकड़ा गया। अब उसकी नौकरी पर तलवार लटक गई है।

7 दिनों से टरका रहा था पटवारी

एसीबी सीआई मंशाराम ने बताया कि पटवारी अशोक कुमार जाट पिछले सात दिनों से पीड़ित भैरूसिंह को सीमा जानकारी के लिए टरका रहा था। 13 जून 2024 को तहसील कार्यालय कुंभलगढ़ से आदेश जारी हुए और 14 जून को भैरूसिह ने आदेश की प्रति पटवारी अशोक कुमार जाट को दे दी। तब से ही पटवारी द्वारा उसे परेशान किया जा रहा था।