Shrinathji Institute : उपली ओडन स्थित श्रीनाथजी इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में हाल ही में भारत में डिजिटल साक्षरता पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में संस्थान की प्राचार्या डॉ. दीप्ति भार्गव और मुख्य वक्ता के रूप में वनस्थली विद्यापीठ की डॉ. प्रियंका विजय ने शिरकत की।
Digital literacy : श्रीनाथजी इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में आयोजित डिजिटल साक्षरता कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्या डॉ. दीप्ति भार्गव ने अतिथि देवो भव की भारतीय परंपरा का निर्वाह करते हुए मुख्य वक्ता डॉ. प्रियंका विजय को उपरना ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह भेंट करके किया। अपने उद्बोधन में प्राचार्या डॉ. दीप्ति भार्गव ने डिजिटल साक्षरता के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आज के युग में डिजिटल साक्षरता न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए बल्कि समाज के विकास के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने डिजिटल साक्षरता के विभिन्न पहलुओं और इसके दैनिक जीवन में उपयोगिता पर विस्तार से चर्चा की। Nathdwara news
Education news : सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग पर दिया जोर
Education news : मुख्य वक्ता डॉ. प्रियंका विजय ने अपने व्याख्यान में डिजिटल साक्षरता के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे सोशल मीडिया का उपयोग व्यक्तिगत विकास, ज्ञानवर्धन और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया की लत से बचने के लिए कुछ उपयोगी सुझाव भी दिए। डॉ. प्रियंका विजय ने मोबाइल फोन के उपयोग पर भी विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन को समय का प्रबंधन करते हुए उपयोग करना चाहिए ताकि यह हमारे जीवन में बाधा न बने बल्कि सहायक सिद्ध हो। उन्होंने डिजिटल निवेश और डिजिटल वेलबीइंग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे डिजिटल साक्षरता के माध्यम से व्यक्ति अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित बना सकता है और एक स्वस्थ डिजिटल जीवन जी सकता है।
Shrinathji Institute of Biotechnology and Management : डॉ. प्रियंका विजय ने सभी प्रतिभागियों को डिजिटल वित्तीय साक्षरता और कंप्यूटर साक्षरता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया ताकि वे पूरी तरह से डिजिटल रूप से सक्षम बन सकें। इस कार्यशाला में संस्थान के सभी संकाय सदस्य उपस्थित थे। कार्यशाला के अंत में प्राचार्या डॉ. दीप्ति भार्गव ने सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। उन्होंने इस कार्यशाला को सफल बनाने में सभी के योगदान की सराहना की।