Sundar Pichai by Google CEO https://jaivardhannews.com/google-ceo-sundar-pichai-in-mumbai-court-notice/

Google CEO Sundar Pichai : दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शामिल गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को मुंबई की एक अदालत ने एक अवमानना नोटिस जारी किया है। दरअसल गूगल के वीडियो स्ट्रीमिंग दिग्गज प्लेटफॉर्म यूट्यूब के एक वीडियो पर न्यायालय के आदेश का पालन न करने का आरोप है। कथित तौर पर इस वीडियो से ध्यान फाउंडेशन व उनके संस्थापक योगी अश्विनी का अपमान हुआ है। अब इस प्रकरण की अगली सुनवाई 3 जनवरी 2025 को होगी।

Notice by Mumbai Court : न्यायिक सूत्रों के अनुसार मुंबई की एक अदालत द्वारा ध्यान फाउंडेशन एवं उसके संस्थापक योगी अश्विनी को निशाना बनाने वाले कथित मानहानिकारक वीडियो को हटाने के लिए आदेश जारी किया गया था। फिर भी यू ट्यूब से वह कथित तौर पर अपमानजनक वीडियो नही हटाया गया। इसके चलते अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश द्वारा नोटिस जारी करते हुए गूगल सीईओ सुंदर पिचाई को पूछा गया है कि क्यों न आपके खिलाफ कंटेम्प्ट की कार्रवाई शुरू की जाए। बताया जा रहा है कि कोर्ट आदेश के बावजूद ‘पाखंडी बाबा की करतूत’ शीर्षक वाला वीडियो यू ट्यूब से नहीं हटाने से भारत सहित कई जगह देखा जा रहा है। इस कारण ध्यान फाउंडेशन व इसके संस्थापक योगी अश्विनी का अपमान हुआ है। बताया जा रहा है कि अदालत द्वारा 21 नवंबर 2024 को नोटिस जारी किया गया। बताया कि उक्त अपमानजनक वीडियो को मार्च 2023 के आदेश का पालन करने में विफल रहा है।

Sundar Pichai : यह वीडियो नहीं हटाने पर कोर्ट हुआ सख्त

Sundar Pichai : 21 नवंबर 2023 को मुंबई के बैलार्ड पियर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा YouTube से “पखंडी बाबा की करतूत” नामक वीडियो को हटाने का आदेश मार्च 2022 को जारी किया गया। इसके बाद भी यू ट्यूब से वीडियाे हटाया गया। इस पर ध्यान फाउंडेशन ने अक्टूबर 2022 में YouTube पर अवमानना ​​याचिका दायर की। आरोप है कि Google जानबूझकर अदालती आदेशों की अनदेखी कर रहा है। इससे एनजीओ व उसके संस्थापक की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। YouTube ने आदेश के जवाब में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत मध्यस्थ के रूप में प्रतिरक्षा का हवाला दिया और दावा किया कि मानहानि का आरोप अधिनियम की धारा 69-ए में सूचीबद्ध सामग्री की श्रेणियों में नहीं आता है। अदालत ने दावों को खारिज कर दिया एवं आगे स्पष्ट किया कि आईटी अधिनियम आपराधिक अदालतों को ऐसे मामलों में हस्तक्षेप करने से नहीं रोकता है।

यह है सुंदर पिचाई का परिचय

  • पूरा नाम : पिचाई सुंदरराजन
  • जन्म तिथि : 10 जून 1972
  • जन्म स्थान: मदुरै, तमिलनाडु, भारत
  • पिता: रघुनाथ उर्फ रेगुनाथ पिचाई
  • माता : लक्ष्मी देवी पिचाई
  • पत्नी : अंजलि पिचाई (आईआईटी खड़गपुर में सहपाठी)
  • बच्चे : 2 किरण व काव्या
  • राष्ट्रीयता : अमेरिकी, भारत में जन्मे अमेरिकी

Biography of Sundar Pichai : सुंदर के जीवन की दिलचस्प कहानी

Biography of Sundar Pichai : पिचाई का जन्म तमिलनाडु के मदुरै शहर में हुआ था। उनके पिता रघुनाथ पिचाई है, जो कि ब्रिटिश कॉरपोरेशन GEC में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे और उनकी मां लक्ष्मी एक स्टेनोग्राफर थीं। उनके पिता के पास एक ऐसी फैक्ट्री थी, जहां इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट बनाए जाते थे। सुन्दर ने स्कूली शिक्षा के लिए चेन्नई के अशोक नगर में जवाहर विद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल और मद्रास के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के वनवाणी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में डिग्री के साथ आईआईटी खड़गपुर से स्नातक किया। उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से मैटेरियल साइंस और इंजीनियरिंग में एमएस और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए किया, जहां उन्हें क्रमशः सिबेल स्कॉलर और पामर स्कॉलर के रूप में मान्यता दी गई। इस तरह सुंदर ने आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए से मैटेरियल साइंस व सेमीकंडक्टर फिजिक्स की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप हासिल की थी। उन्होंने सिलिकॉन वैली, यूएसए में एक सेमीकंडक्टर निर्माता (एप्लाइड मैटेरियल्स) में इंजीनियर और प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। इस तरह सुंदर ने 2002 में व्हार्टन से एमबीए पूरा किया और मैककिंसे एंड कंपनी में कंसल्टेंट के तौर पर शामिल हो गए। आखिरकार, 2004 में वे गूगल में शामिल हो गए। वे गूगल ड्राइव के प्रभारी थे और उन्होंने गूगल के अनेक ग्राहक सॉफ्टवेयर उत्पादों के लिए उत्पाद प्रबंधन एवं नवाचार गतिविधियों का प्रबंधन किया तथा जीमेल और गूगल मैप्स सहित अन्य कार्यक्रम भी बनाए। सुंदर ने गूगल के सह संस्थापकों सर्गेई ब्रिन एवं लैरी पेज को गूगल का ब्राउज़र लॉन्च करने के लिए राजी किया। सुंदर ने 2008 में गूगल क्रोम के अंतिम लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गूगल क्रोम का लॉन्च सुंदर पिचाई के लिए अभूतपूर्व सफलता लेकर आया। फ़ायरफ़ॉक्स और इंटरनेट एक्सप्लोरर जैसे प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ते हुए क्रोम दुनिया का नंबर 1 ब्राउज़र बन गया। गूगल क्रोम की रोमांचक सफलता के बाद सुन्दर पिचाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हाे गए। आखिर में गूगल में शामिल होने के 11 वर्षों के अंतराल के बाद 10 अगस्त 2015 को उन्हें गूगल का अगला सीईओ चुना गया। साथ ही 2015 में गूगल की पैरेंट कंपनी के रूप में अल्फाबेट इंक की स्थापना की थी। फरवरी 2016 में सुंदर को गूगल की होल्डिंग कंपनी अल्फाबेट के 273, 328 शेयर दिए गए। आखिरकार 3 दिसंबर 2019 को वे अल्फाबेट इंक के सीईओ बन गए।

Sundar Pichai’s net worth : सुन्दर पिचाई की कुल संपत्ति

Sundar Pichai’s net worth : फरवरी 2022 तक सुंदर पिचाई की कुल संपत्ति करीब 1.3 बिलियन डॉलर है। IIFL हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 के अनुसार, 2022 में उनकी कुल संपत्ति में 20% की गिरावट आई है, लेकिन वे अभी भी सूची में सबसे अमीर पेशेवर प्रबंधकों में से एक हैं। पिचाई अल्फाबेट के सीईओ के रूप में प्रति वर्ष 242 मिलियन डॉलर कमाते हैं और कंपनी में उनकी अच्छी खासी हिस्सेदारी भी है।

Sundar Pichai gets award : सुन्दर को मिले कुछ पुरस्कार

Sundar Pichai gets award : सुंदर पिचाई को 2022 में भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 3 दिसंबर 2022 को सैन फ्रांसिस्को में संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू से पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्त किया। पिचाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में भारत की जी-20 अध्यक्षता के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया। बाद में उन्होंने कहा कि गूगल भारत के लिए एक ऐसा एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) विकसित करने की योजना बना रहा है जो भाषण और पाठ में 100 से अधिक भारतीय भाषाओं को संभालने में सक्षम होगा।

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