Farmers New Schemes : राजस्थान में किसानों और महिलाओं के जीवन में एक नई सुबह की शुरुआत हुई है। किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने रिमोट के बटन दबाकर एक लाख से अधिक किसानों को 702 करोड़ रुपये का लाभांश वितरित किया। इसी के साथ, 70 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त के रूप में 700 करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में भेजे गए। इस अवसर पर अजमेर के किसान बहादुर सिंह को प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया गया। इसके अलावा, 20 हजार गोपालकों को क्रेडिट कार्ड वितरित किए गए ताकि वे अपने पशुपालन के कारोबार को बढ़ा सकें। सबसे महत्वपूर्ण घोषणा यह थी कि महिला सहकारी डेयरी समिति की महिलाओं को 1000 सरस डेयरी बूथ आवंटित किए गए। इस पहल से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का एक सुनहरा अवसर मिलेगा। अब महिलाएं अपने डेयरी उत्पादों को आसानी से बेच सकेंगी और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकेंगी। इस कार्यक्रम में पहला डेयरी बूथ आवंटन लेटर कंचन देवी को दिया गया। सम्मेलन में “हर घर खुशहाली” योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना के तहत खेती और पशुपालन से जुड़े लगभग 1.13 लाख लोगों को चार अलग-अलग विभागों की योजनाओं के तहत लाभांश वितरित किया जाएगा। अजमेर के कायड़ विश्राम स्थली में आयोजित इस किसान सम्मेलन में हजारों किसान, पशुपालक और सहकारी समितियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
New Kissan Yojna in Rajasthan : CM का किसानो से संवाद
New Kissan Yojna in Rajasthan : अलवर के कठूमर निवासी ओमवीर सिंह ने बताया कि परंपरागत खेती से सिर्फ गुजारा ही होता था। उन्होंने जब से सब्जियों और उद्यानिकी फसलों की खेती शुरू की है और फव्वारा सिंचाई सिस्टम का उपयोग करने लगे हैं, तब से उनकी आय में काफी वृद्धि हुई है। ओमवीर सिंह की सफलता से प्रेरित होकर अन्य किसान भी आधुनिक खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं।सांचोर के रामलाल ने बताया कि उन्हें सरकार से तारबंदी का अनुदान मिला है। इससे पहले नीलगाय और जंगली सूअर उनकी फसलों को नष्ट कर देते थे, जिससे उन्हें काफी नुकसान होता था। तारबंदी करवाने के बाद अब उनकी फसलें सुरक्षित हैं और उन्हें रात भर जागने की जरूरत नहीं पड़ती। बाड़मेर के गणेश कुमावत ने बताया कि उन्होंने फव्वारा सिंचाई सिस्टम के लिए अनुदान लिया है और उनके खाते में 24,260 रुपये की राशि जमा हो गई है। बीकानेर के ऊंट पालक पेमाराम ने बताया कि उन्हें पहले ऊंट पालन के लिए 5000 रुपये की किस्त मिलती थी, लेकिन अब यह राशि बढ़कर 10,000 रुपये हो गई है। इन किसानों के अनुभवों से यह स्पष्ट होता है कि सरकार की किसान कल्याणकारी योजनाओं का सकारात्मक प्रभाव किसानों के जीवन पर पड़ रहा है। इन योजनाओं से किसानों की आय बढ़ रही है और वे आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
Kissan Sammelan in Rajasthan : सरकार की नई योजनाओं का विस्तृत विवरण
Kissan Sammelan in Rajasthan : किसानों और पशुपालकों के लिए सरकार ने हाल ही में कई नई योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना, पशुपालन को बढ़ावा देना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है।
1. मुख्यमंत्री पशु मंगला बीमा योजना
- उद्देश्य: इस योजना के तहत पशुपालकों को उनकी गाय, भैंस और ऊंटों का बीमा करवाने पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- लाभ: यदि किसी पशु की मृत्यु हो जाती है तो पशुपालक को बीमा राशि दी जाएगी। इससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकेगा।
2. ऊंट संरक्षण और विकास मिशन
- उद्देश्य: इस मिशन के तहत राज्य में ऊंटों की संख्या बढ़ाने और ऊंट पालकों की आय में वृद्धि करने के प्रयास किए जाएंगे।
- लाभ: ऊंट पालकों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
3. 200 नए बल्क मिल्क कूलर्स और 1000 दूध संकलन केंद्र (महिलाओं के लिए)
- उद्देश्य: इन सुविधाओं के माध्यम से दूध उत्पादकों को अपने दूध का बेहतर मूल्य मिल सकेगा और दूध की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- लाभ: दूध उत्पादकों को दूध के परिवहन और भंडारण के लिए बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
4. किसानों को राशि वितरण
- किसान सम्मान निधि: 70 लाख किसानों को 702 करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि दी जाएगी।
- पशुपालकों को सहायता: 3.25 लाख पशुपालकों को 5 रुपए प्रति लीटर की दर से 200 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
- गोपालकों को ऋण: 20,000 गोपालकों को 1 लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा।
- सिंचाई सुविधाएं:
- 15,000 किसानों को सोलर पंप के लिए 300 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
- 15,000 किसानों को फव्वारा और ड्रिप के लिए 29 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
- 14,200 किसानों को फार्म पोंड, पाइप लाइन के लिए 96 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
- कृषि शिक्षा: 10,000 छात्राओं को कृषि में अध्ययन के लिए 22 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
- सौर ऊर्जा: 8,000 सौर ऊर्जा संयंत्रों के संवेदकों को 80 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
- पैक्स गोदाम: 150 पैक्स गोदाम निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
- गौशालाएं: 100 गौशालाओं को गौ काष्ठ मशीन प्रदान की जाएगी।
Farmer New Schemes in rajasthan : डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर साधा निशाना
Farmer New Schemes in rajasthan : पत्रकारों से बातचीत में डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने राइजिंग राजस्थान सम्मेलन की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एक साल पूरे होने पर इस सम्मेलन से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार की योजनाओं से हर वर्ग को लाभ पहुंच रहा है। राजस्थान में व्यापक बदलाव हो रहे हैं और राज्य की छवि में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य का पहला बजट लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरा है और आने वाले बजट में भी लोगों की सभी अपेक्षाओं का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि विपक्ष के समय भी इस तरह के आयोजन हुए थे लेकिन वे कुछ नहीं कर पाए थे। उन्होंने कहा कि राज्य में सकारात्मक माहौल है और सरकार इसी तरह लोगों के हित में काम करती रहेगी। साथ ही कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि हमारा दुसरा बजट भी इसी तरह शानदार होगा। उन्होंने कहा कह अभी तो जनता को और भी बहुत कुछ मिलने वाला है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पांच साल राजस्थान में सड़क, बिजली, सुरक्षा संबंधित कोई भी कार्य नहीं हुए लेकिन अब राजस्थान बदल रहा है।
CM Bhajanlal Sharma : हमारे यहां चार जातियां
CM Bhajanlal Sharma : कार्यक्रम में संबोधित करते हुए विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि जैसा कि हमारे सीएम भजनलाल शर्मा ने बताया कि हमारे यहां पर केवल चार जातियां है जिसमें गरीब, किसान, महिला व युवा है। हमें इन्ही का विकास करना है। उन्हाेंने किसानों से कृषि में नई तकनीकों के अपनाने पर जोर दिया साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री भी खुद एक किसान है। उन्होंने आगे कहा कि योजनाएं तो काफी सारी है पर अब अधिकारी इन्हें धरातल पर उतारे ताकि सभी को लाभ मिल सके।
राजसमंद में राज्यमंत्री विजयसिंह के सानिध्य में किसानों को सौगातें
राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को आयोजित किसान सम्मेलन में माननीय मुख्यमंत्री ने किसानों के सशक्तिकरण और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण योजनाओं का वर्चुअल शुभारंभ किया। जिला स्तरीय किसान सम्मेलन अणुव्रत विश्व भारती सभागार में राजस्व, उपनिवेशन एवं सैनिक कल्याण राज्यमंत्री श्री विजय सिंह के मुख्य आतिथ्य में हुआ। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा, सीईओ बृजमोहन बैरवा, कृषि संयुक्त निदेशक संतोष दुरिया, उद्यान उप निदेशक हरिओम सिंह राणा सहित बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे। राज्य स्तरीय समारोह का सीधा प्रसारण किया हुआ। इस अवसर पर जिले में मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 37590 से अधिक किसानों को दूसरी किश्त के रूप में 1000 रुपए प्रति किसान डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गई। कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को कुल 1करोड़ 25 लाख रुपए की सहायता राशि वितरित की गई।
कृषि संयुक्त निदेशक संतोष दुरिया ने बताया कि जिला स्तरीय सम्मेलन में कृषकों के हित में सरकार ने जिले में 169 किसानों को ड्रिप, स्प्रिंकलर संयंत्र की स्थापना के लिए 36.08 लाख रुपए और 29 किसानों को फार्म पोंड, 153 किसानों को पाइपलाइन, 86 किसानों को तारबंदी, 18 किसानों को कृषि यंत्र, तथा 20 किसानों को जैविक खाद उत्पादन के लिए ₹59.01 लाख का अनुदान प्रदान किया। कुसुम बी योजना के तहत 17 किसानों को सोलर पंप स्थापना के लिए 30.54 रुपए लाख की स्वीकृति दी गई। साथ ही कृषि क्षेत्र में अध्ययनरत 128 छात्राओं को प्रोत्साहन के रूप में 19.70 रुपए लाख की राशि प्रदान की गई।
जिले में ग्राम सेवा सहकारी समितियों को भी सशक्त करने के उद्देश्य से राजसमंद जिले की राज्यावास और फरारा समितियों को 500 मैट्रिक टन गोदाम निर्माण के लिए प्रथम किश्त के रूप में 8 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई। डेयरी क्षेत्र में विकास के लिए 16 नए डेयरी बूथ आवंटित किए गए, 30 दूध संकलन केंद्रों की शुरुआत हुई और 3 नए बल्क मिल्क कूलर का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का शुभारंभ करते हुए ऊंट संरक्षण और विकास मिशन के तहत 5 उष्ट्र पालकों को 50,000 रुपए तक का अनुदान दिया गया। गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत 233 किसानों को केसीसी जारी किए गए और 5 किसानों को 1 लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त अल्पकालीन ऋण प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त, 2 गौशालाओं को रियायती दरों पर गौ काष्ठ मशीन उपलब्ध कराई गई।
कार्यक्रम के दौरान उल्लेखनीय प्रगति करने वाले किसानों का सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री ने किसानों की बेहतरी के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि ये योजनाएं किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन में समृद्धि लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।