Illegal business : देश की राजधानी दिल्ली, जहां हर कोई लग्जरी जिंदगी जीने की ख्वाहिश रखता है, वहीं कुछ लोग इस सपने को पूरा करने के लिए गलत राह पकड़ लेते हैं। आजकल ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं, जहां महिलाएं भी गैरकानूनी तरीकों से पैसा कमाने की होड़ में शामिल हो रही हैं। द्वारका में दिल्ली पुलिस ने हाल ही में दो सगी बहनों को गिरफ्तार किया, जो गैरकानूनी धंधों से खूब पैसा कमाकर शाही जिंदगी जी रही थीं। इन बहनों का अपराध का ऐसा नेटवर्क था कि पुलिस और अदालत तक को गुमराह करने में कामयाब रहीं। आइए जानते हैं इनकी कहानी।
दिल्ली की कई महिलाएं अब शॉर्टकट से पैसा कमाने की आदी हो गई हैं। ये महिलाएं दूसरों के जीवन की परवाह किए बिना गैरकानूनी धंधों में लिप्त हैं। खास बात यह है कि इनकी कमाई पर इनके घर के मर्द अपने शौक-मौज पूरे करते हैं। द्वारका में पुलिस ने ऐसी ही दो बहनों को गिरफ्तार किया, जो अवैध शराब सप्लाई और दूसरे गैरकानूनी धंधों में शामिल थीं। दिल्ली पुलिस की एंटी-बर्गलरी सेल ने रेखा और पूजा नाम की दो सगी बहनों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों महिलाएं दिल्ली आबकारी अधिनियम के तहत चल रहे मुकदमे से फरार थीं और अदालत द्वारा घोषित अपराधी बन चुकी थीं। पुलिस को चकमा देने के लिए इन्होंने बार-बार अपना नाम और ठिकाना बदला। लेकिन पुलिस ने उनकी सही पहचान और ठिकाने का पता लगाने के लिए CRIS सिस्टम और मुखबिरों की मदद ली।
Crime for luxury life : कौन हैं रेखा और पूजा?
Crime for luxury life : रेखा और पूजा उर्फ जमुना, दोनों सगी बहनें, दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में नाम बदलकर रह रही थीं। रेखा पर 12 अपराधों में संलिप्तता का आरोप है, जबकि उसकी बहन पूजा अवैध शराब की आपूर्ति में लिप्त थी। रेखा डाबरी थाने की भगोड़ा थी, और द्वारका कोर्ट ने दोनों को घोषित अपराधी करार दिया था।
liquor smuggling : जांच में क्या सामने आया?
liquor smuggling : दिल्ली पुलिस ने इनके खिलाफ कई पुलिस स्टेशनों से रिकॉर्ड एकत्रित किए और संबंधित अदालतों से उनका सत्यापन कराया। जांच के दौरान यह पता चला कि दोनों बहनें दिल्ली के विभिन्न इलाकों में अवैध शराब की सप्लाई कर रही थीं। पुलिस ने इनके ठिकानों पर छापेमारी की और विजय एन्क्लेव इलाके से इन्हें गिरफ्तार किया।
Anti-Burglary Cell Revealed : गिरफ्तारी के वक्त क्या हुआ?
Anti-Burglary Cell Revealed : गिरफ्तारी के दौरान दोनों बहनों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए गलत जानकारी दी। लेकिन CRIS सिस्टम की मदद से पुलिस ने उनकी असली पहचान उजागर कर दी। सत्यापन के बाद उन्हें धारा 35.1(D) BNSS के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। रेखा और पूजा ने अपनी गैरकानूनी कमाई से लग्जरी जिंदगी जीने की ख्वाहिश पूरी की। लेकिन ये भूल गईं कि कानून से बच पाना मुश्किल है। उनकी गिरफ्तारी ने यह साफ कर दिया है कि अपराध चाहे कितना भी संगठित क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बचा नहीं जा सकता।
Two Sister Arrested in Illigal work : समाज के लिए चेतावनी
Two Sister Arrested in Illigal work : इस घटना ने समाज को एक चेतावनी दी है कि शॉर्टकट से कमाई की चाहत न केवल खुद को, बल्कि परिवार और समाज को भी संकट में डाल सकती है। कानून का पालन और ईमानदारी से कमाया गया धन ही सच्ची सुखद जिंदगी का आधार है। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई ने यह दिखाया है कि अपराधियों को कानून के दायरे में लाने के लिए वह पूरी तरह प्रतिबद्ध है। रेखा और पूजा की कहानी एक सबक है कि शॉर्टकट के रास्ते भले ही अस्थायी सुख दे सकते हैं, लेकिन उनका अंजाम हमेशा दुखद होता है।