007 https://jaivardhannews.com/complain-about-fake-facebook-id-sitting-at-home-in-india/

इन दिनों शहर हो या गांव, सब जगह साइबर ठग काफी सक्रिय हो गए हैं और कई लोगों की फेसबुक आईडी हेक हो रही है। ऐसे में हर व्यक्ति को सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है। फेसबुक की डुप्लीकेट आईडी बनाकर या फेसबुक खाते को हैक कर उनके मित्रों को विभिन्न तरह के झांसे देकर रुपए मांगे जा रहे हैं और कई लोगों को जानकारी नहीं होने से उनके कहे अनुसार राशि भी बताए गए बैंक खाते में जमा करवा रहे हैं। इस तरह की ठगी की वारदातें बढऩे के बाद फेसबुक द्वारा भी आम लोगों की सुविधा का विकल्प दे रखा हैं।

शिकायत के लिए Police थाने की दौड़ के बजाय घर बैठे ही Fake Facebook ID डिलीट करवा सकते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि इस ऑप्शन के जरिए ही अगर ठग ने फर्जी शिकायत कर किसी यूजर की सही आईडी डिलीट करवानी चाही ताे Facebook टीम जांच कर शिकायतकर्ता की ही आईडी डिलीट कर सकती है। सभी प्रकार के साइबर फ्रॉड की शिकायतों के लिए गृह मंत्रालय ने राजस्थान सहित 14 राज्यों के लिए प्राथमिक रूप से हैल्पलाइन नंबर और पाेर्टल शुरू किया है।

घर बैठे यहां कर कसते हैं शिकायत

साइबर फ्राॅड की शिकायत के लिए केंद्र सरकार के हैल्पलाइन नंबर 155260 या पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर की जा सकती है। हेल्पलाइन पर आपसे डिटेल लेंगे, जबकि पाेर्टल पर फार्म भरना पड़ेगा। फिर वहां की टीम जांच करेगी। सक्षम स्तर पर कार्रवाई के लिए संबंधित जिला पुलिस काे मला भेजा जाएगा।

हर माह ठगे जाते हैं 50 लोग, इस तरह रुकवाएं ये सिलसिला

  • फेसबुक लॉग इन करें। फर्जी प्रोफाइल ओपन करें। प्रोफाइल पर दिए 3 डॉट (…) ऑप्शन को क्लिक करें।
  • स्क्रीन पर Find support or report profile ऑप्शन आएगा। इस पर तीन तरह से फर्जी प्रोफाइल की शिकायत या रिपोर्ट की जा सकेगी।
  • फर्जी प्रोफाइल खुद की है तो Pretending to be Someone पर क्लिक करें व ME ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • प्रोफाइल मित्र की है तो Pretending to be Someone क्लिक कर A Friend ऑप्शन चुनें। फर्जी प्रोफाइल सर्च कर next क्लिक कर रिपोर्ट करें।
  • यदि किसी के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनी है, वह आपके फेसबुक मित्र या परिचित नहीं है, तो Fake Account को क्लिक कर रिपोर्ट करें।
  • अंत में Submit कर अगली स्क्रीन पर Done के ऑप्शन को चुनें। इससे फर्जी फेसबुक प्रोफाइल रिपोर्ट होगी। इनबॉक्स मैसेज में केस नंबर देंगे। इस के बाद फेसबुक की टीम अपने स्तर पर जांच करेगी।