Vasundhra Raje ने CM Bhajanlal Sharma और PM Narendra Modi की टेंशन बढ़ा दी है। वसुंधरा ने दिल्ली में बैठे-बैठे कर राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी है।
CM Bhajanlal Sharma : प्रदेश की भजनलाल सरकार के एक साल पूरा होने के बाद अचानक सक्रिय हुई वसुंधरा राजे ने पूरे राजस्थान के राजनीतिक गलियारे में उथल पुथल मचा डाली। तीन दिन पहले वसुंधरा दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करती है और उसके बाद सीएम भजनलाल शर्मा भी दिल्ली पहुंच जाते हैं, तो वसुंधरा वापस जयपुर लौट आती है। जोधपुर, पाली क्षेत्र में भाजपा विधायकों व मंत्री व पार्टी पदाधिकारियों से मिलने के बाद वसुंधरा वापस दिल्ली पहुंच जाती है, तो एकाएक राजस्थान के तमाम नेताओं की धडकने तेज हाे जाती है।
आखिर ऐसा क्या होने जा रहा है, जिसकी वजह से अचानक वसुंधरा राजे के दिल्ली दौरे हो रहे हैं और सीएम भजनलाल शर्मा को भी दिल्ली के चक्कर काटने पड रहे हैं। अब भी वसुंधरा राजे दिल्ली में ही डटी है, जहां पर प्रधानमंत्री के बाद बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकातें हो चुकी है, तो कई अन्य पदाधिकारी भी वसुंधरा से संपर्क बनाए हुए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब वसुंधरा कोई बड़ा खेला करने जा रही है। राजनीतिक गलियारे में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं अब वसुंधरा राजे शांत रहने वाली नहीं है। राजस्थान में नई भाजपा की सरकार गठन के साथ ही वसुंधरा राजे एक तरह से राजनीति की मुख्य धारा से साइड हो गई, लेकिन वसुंधरा ने इस एक साल की समयावधि में अपने आप को मजबूत कर लिया और जो प्रदेश में बीजेपी के विधायक थे, उन्हें भी अपने विश्वास में ले लिया। यही यक्ष सवाल खडा हो रहा है।
ये भी पढ़ें : Honda SP160 : दमदार फीचर्स और आकर्षक कीमत के साथ लॉन्च, देखिए स्मार्ट टैक्नोलॉजी
BJP Rajasthan : दिग्गज नेताओं की बढ़ी टेंशन
BJP Rajasthan : अचानक वसुंधरा राजे की सक्रियता से न सिर्फ प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर प्रदेश व देश के कई दिग्गज नेताओं की भी टेंशन बढ गई है। इसके साथ ही यह चर्चा छिड़ गई है कि क्या भजनलाल सरकार में कोई बड़ा उलटफेर हो सकता है। एक सप्ताह में वसुंधरा का दूसरा दिल्ली दौरा हुआ, जहां वह कई नेताओं से मुलाकात कर चुकी है और इसी मुलाकातों ने भजनलाल सरकार की नींद उडा दी है।
Narendra Modi : पीएम मोदी से की मुलाकात
Narendra Modi : राजस्थान की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा ने 20 दिसंबर को दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की थी, तब मोदी से करीब 40 मिनट तक लंबी चर्चा हुई। वसुंधरा ने मुलाकात की तस्वीर भी साझा की, जिससे राजस्थान की राजनीति में चर्चा तेज हो गई। वसुंधरा के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी दिल्ली दौरे पर होने से बडे उलटफेर की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि पार्टी व सरकार स्तर पर पहले ही मंत्रीमंडल विस्तार की कवायदें चल रही है। क्योंकि प्रदेश में अभी 24 मंत्री है और सरकार में 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि 6 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं।
Rajasthan Government update : दरअसल भजनलाल सरकार का एक साल पूरा होने पर जयपुर में 17 दिसंबर को वसुंधरा राज ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इससे पहले राइजिंग राजस्थान समिट के उद्घाटन में शामिल होने आए प्रधानमंत्री मोदी का राजे ने एयरपोर्ट पर स्वागत किया था। फिर पूरे कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के साथ वसुंधरा नजर आई। फिर दिल्ली में पीएम मोदी से वसुंधरा ने मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच लंबी चर्चा हुई। यह सब ऐसे समय में हुआ जब राजस्थान में मंत्रिमंडल में फेरबदल व विस्तार की कवायदें चल रही है। वसुंधरा की लगातार सक्रियता और पीएम मोदी से मुलाकात के बाद राज्य खेमा बेहद उत्साहित और टेंशन में भी है। वसुंधरा समर्थक खुश है, तो दूसरे नेताओं के विधायक व मंत्रियों में भी खलबली है। क्योंकि किसी भी तरह से वसुंधरा के समर्थक व उनकी टीम को राजस्थान मंत्रीमंडल में एडजस्ट करने को लेकर भी चर्चा चल रही है। खास बात यह है कि मोदी से मुलाकात के बाद जयपुर, जोधपुर, पाली आदि मारवाड क्षेत्र का दौरा करते हुए कई दिग्गज नेताओं से मुलाकात भी की।
Rajasthan Political update : वसुंधरा खेमे के नेताओं को मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह
Rajasthan Political update : आमजन से उनकी मुलाकात और खासतौर पर महिलाओं में उनकी लोकप्रियता हाल ही के दिनों की तस्वीरों से देखी जा सकती हैं। राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चल रहे कयासों के बीच माना जा रहा है कि वसुंधरा खेमे के कई नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती हैं। ऐसे में अब राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं के बीच यह माना जा रहा है कि वसुंधरा खेमे के नेताओं को राज्य के कई बडे निगम, बोर्ड और राजनीतिक नियुक्तियों में शामिल किया जा सकता है।
वसुंधरा के वरिष्ठता के साथ उनकी भूमिका राज्य की सत्ता में भी बढ सकती है। उनके प्रभावी नेतृत्व में उनके क्षेत्र झालावाड और हाडोती में विकास कार्य को और गति मिल सकती है। राजस्थान की राजनीति में यह वक्त बेहद दिलचस्प है, भले ही भाजपा के अंदर नए समीकरण बन रहे हो, लेकिन वसुंधरा की भूमिका को नजरअंदाज करना मुश्किल हो रहा है। फिलहाल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दिल्ली से वापस जयपुर लौट चुके हैं। हालांकि राजनीतिक गलियारे में वरिष्ठ नेताओं का यह भी कहना है कि प्रदेश की सरकार में बदलाव लगभग तय है, जो जनवरी में विधानसभा के बजट सत्र से पहले ही होगा। चर्चा है कि भजनलाल सरकार के मंत्रीमंडल में कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं, तो कुछ वरिष्ठ विधायकों को मंत्रीमंडल में शामिल किया जा सकता है, जिसको लेकर ही वसुंधरा राजे की लगातार शीर्ष नेतृत्व से मुलाकातें भी हो रही है। बताया यह भी जा रहा है कि प्रदेश के चार पांच मंत्रियों के कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री ने असंतुष्टी भी व्यक्त की है। आखिर वे कौन मंत्री है, जिनको लेकर नाराजगी है। बताया यह भी जा रहा है कि सीएम ने दिल्ली दौरे के दौरे ऐसे मंत्रियों की सूची केन्द्रीय बीजेपी नेतृत्व को दे दी है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वसुंधरा राजे का यह सक्रियता का दौर उन्हें राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर शिखर पर पहुंचाता है या नहीं। आप इस पूरे मसले को लेकर क्या सोचते हो, कमेंट बॉक्स में जरूर अपनी राय लिखिए।
वसुंधरा दिल्ली पहुंची, तो सीएम भी दिल्ली पहुंच गए, जहां बडे नेताओं से मुलाकात के बाद वे वसुंधरा से भी मिलते हैं। आपको बता दे कि वसुंधरा ने प्रदेश सरकार व कामकाज को लेकर अंदरखाने संगठन के नेताओं के समक्ष बडे सवाल उठाए थे। फिर सीएम भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में ही वसुंधरा से मुलाकात करके क्या कुछ कहा होगा, यही सवाल हर किसी के जेहन में हो हो रहे हैं। क्या प्रदेश में भजनलाल सरकार में बड़ा उलटफेर होगा। हालात गजब के बने हुए हैं।