EPFO Update https://jaivardhannews.com/epfo-update-pension-scheme-full-information/

EPFO Update : रिटायरमेंट के बाद आराम से जीवन जीने की योजना बनाने के लिए, सही वित्तीय रणनीति और सेविंग्स बेहद महत्वपूर्ण होती है। यदि आप एक प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी हैं, तो कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) आपके लिए एक मजबूत बचत विकल्प साबित हो सकता है। EPF, जो आपके और आपके नियोक्ता दोनों के द्वारा योगदान से संचालित होता है, आपको रिटायरमेंट के समय एक अच्छा पैसों का कोष प्रदान करता है। इस लेख में हम समझेंगे कि 25,000 रुपये की बेसिक सैलरी वाले कर्मचारी के लिए रिटायरमेंट के समय EPF खाते में कितना पैसा होगा, और EPF से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।

EPF (Employee Provident Fund) क्या है?

EPF एक सरकारी योजना है जिसमें प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र के कर्मचारियों को अपने वेतन का एक हिस्सा हर महीने एक निश्चित खाता (EPF Account) में जमा करना होता है। इसके साथ ही, उनके नियोक्ता भी एक निश्चित प्रतिशत (वेतन का 12%) योगदान करते हैं। EPF की राशि पर ब्याज मिलता है, जो आपके पैसों को बढ़ाता है और रिटायरमेंट के समय आपको एक अच्छी रकम मिलती है।

PF Contribution : EPF में योगदान कैसे होता है?

EPF का योगदान कुल मिलाकर कर्मचारी और नियोक्ता दोनों के द्वारा किया जाता है। कर्मचारी अपने मूल वेतन का 12 प्रतिशत EPF में जमा करता है, वहीं नियोक्ता भी समान रूप से 12 प्रतिशत का योगदान करता है। नियोक्ता का योगदान दो हिस्सों में बांटा जाता है:

  1. EPF Contribution (12% का हिस्सा): नियोक्ता का योगदान EPF में जाता है।
  2. EPS Contribution (Employee Pension Scheme): नियोक्ता का योगदान EPF के मुकाबले कम होता है और यह कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है।

EPFO के नियमों के अनुसार EPS योगदान

EPFO (Employee Provident Fund Organisation) के नियमों के तहत, EPS के लिए योगदान एक सीमा तक ही माना जाता है। यह सीमा ₹15,000 तक होती है। इसका मतलब यह है कि यदि कर्मचारी का वेतन ₹25,000 है, तो EPS में योगदान केवल ₹15,000 तक के वेतन पर ही गिना जाएगा, और इस पर नियोक्ता की ओर से 8.33 प्रतिशत (₹1250) का योगदान होगा।

This image has an empty alt attribute; its file name is Jaivardhan-News-Whatsapp-Channel-01-1024x116.jpg

आइए समझते हैं इसे एक उदाहरण से:

यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹25,000 है, तो उसका 12 प्रतिशत योगदान EPF में जाएगा, जो ₹3,000 होगा। इसमें से नियोक्ता की ओर से योगदान अलग-अलग हिस्सों में जाएगा।

  • EPS Contribution (Employee Pension Scheme): ₹15,000 का 8.33% = ₹1250 (यह राशि EPS में जाएगी)
  • EPF Contribution: 25,000 रुपये का 3.67% = ₹917 (यह राशि EPF में जाएगी)

इस प्रकार, कर्मचारी के EPF में कुल योगदान ₹4749 प्रति माह होगा। इसमें कर्मचारी का योगदान ₹3,000 और नियोक्ता का योगदान ₹1749 (₹832 + ₹917) होगा।

EPF Interest Rate : ब्याज और रिटायरमेंट के बाद की राशि

EPF अकाउंट पर ब्याज दर भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के आधार पर तय होती है। वर्तमान में, EPF पर ब्याज दर 8% प्रति वर्ष है। अगर एक कर्मचारी ₹25,000 के वेतन पर योगदान कर रहा है और वह रिटायरमेंट तक लगातार इसी वेतन पर काम करता है, तो रिटायरमेंट पर उसके EPF खाते में जमा राशि एक महत्वपूर्ण रकम बन जाएगी।

अब देखते हैं कि यदि एक कर्मचारी की उम्र 25, 30, और 35 वर्ष है तो रिटायरमेंट पर उसे कितना कोष प्राप्त हो सकता है।

EPF Deposti Payment : रिटायरमेंट तक EPF में जमा राशि का अनुमान:

1. अगर कर्मचारी की आयु 25 वर्ष है: मान लीजिए कर्मचारी की उम्र 25 साल है और वह 58 साल की उम्र में रिटायर होते हैं। उनका वेतन ₹25,000 प्रति माह है और वह हर महीने ₹4749 का योगदान करते हैं। ब्याज दर 8% मानने पर और चक्रवृद्धि ब्याज के आधार पर, रिटायरमेंट के समय उनके EPF खाते में लगभग ₹90 लाख का कोष जमा होगा।

2. अगर कर्मचारी की आयु 30 वर्ष है: अगर कर्मचारी की उम्र 30 साल है और वह 58 साल की उम्र में रिटायर होते हैं, तो भी उनकी सैलरी ₹25,000 ही रहती है और हर महीने ₹4749 का योगदान होता है। इस स्थिति में, उनकी EPF राशि रिटायरमेंट तक लगभग ₹61 लाख तक पहुंच सकती है।

3. अगर कर्मचारी की आयु 35 वर्ष है: यदि कर्मचारी की आयु 35 साल है और वह 58 साल की उम्र में रिटायर होते हैं, तो उनके EPF खाते में रिटायरमेंट के समय लगभग ₹39 लाख का कोष होगा।

EPF पर ब्याज का प्रभाव:

EPF में जमा राशि पर ब्याज एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि हम ब्याज दर को 8% मानें, तो चक्रवृद्धि ब्याज के आधार पर समय के साथ यह राशि बढ़ती जाती है। ब्याज के कारण, रिटायरमेंट के समय आपको आपकी योगदान की राशि से कहीं अधिक कोष प्राप्त होगा।

ये भी पढ़ें : SBI Bluechip Mutual Fund Direct Growth : हर माह 500 रुपए जमा करें, मिलेंगे 1 करोड़ से ज्यादा

EPF से जुड़ी कुछ और महत्वपूर्ण बातें

  1. EPF का उद्देश्य: EPF का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य सुनिश्चित करना है। यह आपके रिटायरमेंट के बाद के जीवन के लिए एक बड़ी मदद बन सकता है।
  2. समान योगदान: EPF में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का समान योगदान होता है। यह योगदान हर महीने नियमित रूप से किया जाता है।
  3. ब्याज दर: EPF पर ब्याज दर भारतीय रिजर्व बैंक के निर्णयों के आधार पर निर्धारित होती है और यह हर साल बदल सकती है।
  4. पेंशन योजना: EPS के तहत नियोक्ता द्वारा योगदान की एक छोटी राशि कर्मचारी की पेंशन के रूप में जमा होती है, जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर आय का स्रोत बन सकती है।
  5. टैक्स बेनिफिट: EPF का योगदान आयकर के तहत कटौती के लिए योग्य होता है, यानी कि आप EPF में निवेश करके टैक्स बचा सकते हैं।

25,000 रुपये की सैलरी वाले कर्मचारियों के लिए EPF एक बेहतरीन सेवानिवृत्ति योजना हो सकती है। इसके जरिए वे अपने रिटायरमेंट के लिए एक अच्छा कोष इकट्ठा कर सकते हैं। EPF और EPS के माध्यम से नियमित योगदान करने पर चक्रवृद्धि ब्याज के फायदे से रिटायरमेंट के समय एक बड़ा कोष मिल सकता है, जो भविष्य में आपके वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा। इसलिए, यदि आप अभी युवा हैं और अपने रिटायरमेंट के लिए बचत शुरू करना चाहते हैं, तो EPF एक बेहतरीन विकल्प है। इसे सही तरीके से समझकर और नियमित रूप से योगदान करके आप अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।

This image has an empty alt attribute; its file name is Jaivardhan-News-Telegram-Channel-01-1024x115.jpg

Author

  • Parmeshwar Singh Chundawat

    परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com

    View all posts Reporter

By Parmeshwar Singh Chundawat

परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com