ये दो गांव ऐसे है, जहां कोई भी व्यक्ति खुले में शौच नहीं करता और न ही बेतरतीब कचरा फेंकता है। हर व्यक्ति तय पात्र में ही कचरा डालता है, तो घर का सूखा व गीला कचरा भी नियमानुसार निस्तारित करते हैं। यहां के निवासी, प्रवासी या दुकानदार ही सजग नहीं है, आमजन स्वच्छता के प्रति जागरूक है। इसी का परिणाम है कि हमारे राजसमंद जिले में कुंभलगढ़ की केलवाड़ा व नाथद्वारा उपखंड क्षेत्र की देलवाड़ा ग्राम पंचायतें खुले में शौच मुक्त व ओडीएफ प्लस घोषित हुई है। इस तरह ये दो पंचायतें अब पूरे राजस्थान के लिए पे्ररक बनकर उभरी है। ओडीएफ प्लस घोषित होने के दूसरे दिन जिला परिषद सीईओ नीमिषा गुप्ता ने देलवाड़ा पंचायत का दौरा करते हुए वहां की व्यवस्थाएं देखी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, कार्मिक व ग्रामवासियों से भी बातचीत की।
ग्रामसभा में पारित किए प्रस्ताव
बेहतर कचरा प्रबंधन व स्वच्छता कायम करने केलवाड़ा और देलवाड़ा पंचायतों में विशेष ग्रामसभा के आयोजन हुए, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ प्लस घोषित किया गया। स्वच्छ भारत मिशन जिला समन्वयक नानालाल सालवी ने बताया कि जिला परिषद सीईओ निमिषा गुप्ता व एसीईओ डॉ. दिनेश राय सापेला के निर्देशन में केलवाड़ा सरपंच चन्द्रकला शर्मा व देलवाड़ा में सरपंच मांगीलाल कटारिया द्वारा घर घर लोगों को स्वच्छता के लिए पे्ररित किया। साथ ही दुकानदारों के साथ आमजन को भी निर्धारित पात्र में ही कचरा डालने की आदत बनाई। साथ ही घरों में बने शौचालयों का भी लोग शत प्रतिशत उपयोग करने लगे है, जो राजसमंद जिले के लिए बड़े गौरव की बात है।
गांवों में ये खास व्यवस्थाएं
- प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण और उसका उपयोग
- गांव में हर स्कूल, आंगनवाड़ी व सरकारी भवन में शौचालय हो
- सार्वजनिक व निजी शौचालयों का नियमित उपयोग
- सार्वजनिक स्थलों पर न्यूनतम कचरा
- कचरा का कम्पोस्ट खड्डो में डालकर खाद बनाना
- सूखे व गीले कचरे का अलग अलग व्यवस्थित निस्तारण
- सॉक पिट के माध्यम से तरल अपशिष्ट प्रबंधन
- सडक़, गली मोहल्ले में बेतरतीब कचरा नहीं डालना
- सभी तय स्थलों पर कचरा पात्रों का सदुपयोग होना
गांवों के बाद जिला ओडीएफ प्लस होगा
सभी ग्राम पंचायतों के ओडीएफ प्लस घोषित होने के बाद जिले को ओडीएफ प्लस घोषित किया जाएगा। 90 दिनों के भीतर गांव के सभी घरों को कवर करते हुए गांव का अनिवार्य रूप से प्रतिपक्ष सत्यापन किया जाएगा। इसी तरह जब सभी पंचायतें ओडीएफ प्लस घोषित हो जाएगी, तब राज्य दल द्वारा जिले के ओडीएफ प्लस का सत्यापन किया जाएगा।
इनकी मेहनत रंग लाई
केलवाड़ा व देलवाड़ा पंचायत को ओडीएफ प्लस घोषित करने में देलवाड़ा सरपंच मांगीलाल कटारिया व ग्राम विकास अधिकारी जितेन्द्र सिंह झाला तथा केलवाड़ा सरपंच चन्द्रकला शर्मा व ग्राम विकास अधिकारी धर्मराज मीणा की अहम भूमिका रही। इसके अलावा बेहतर मॉनिटरिंग में देलवाड़ा बीडीओ सविता टी व कुंभलगढ़ बीडीओ नवलाराम चौधरी की बेहतर मॉनिटरिंग भी रही। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन कुंभलगढ़ खंड समन्वयक नरेश जोशी व देलवाड़ा खंड समन्वयक दलपत सिंह राठौड़ द्वारा किए गए प्रयासों का परिणाम है।