Rain in rajsamand https://jaivardhannews.com/rain-in-rajsamand-and-rain-update/

राजसमंद जिले में इस बार मानसून रूठ सा गया है। बारिश की बेरूखी के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच रही है। इधर, वार्षिक औसतन बारिश की स्थिति देखी जाए, तो पिछले 11 साल में यह तीसरा मौका है, जब 16 जुलाई तक सबसे कम 800 एमएम बारिश हुई है, वहीं 8 बार 800 एमएम से अधिक बारिश हुई है।

मौसम विभाग मानसून सत्र एक जून से 30 सितंबर तक मानता है। ऐसे में 1 जून से 16 जुलाई तक सर्वाधिक बारिश 2016 में 2003 एमएम हुई थी, जबकि 1 जून से 16 जुलाई तक सबसे कम बारिश 2014 में 446 एमएम हुई। वहीं 11 साल में 2011 में भी 800 एमएम से कम 676 एमएम बारिश ही हुई। ऐसे में इस बार भी मौसम की बेरुखी दिखाई दे रही है, जबकि 2015 में जून माह में प्री-मानसून व मानसून की अच्छी बारिश होने के बाद 19 जुलाई को फिर से मानसून सक्रिय हुआ था। मानसून सत्र में अधिकांश बार 16 जुलाई तक 800 एमएम से अधिक बारिश हो जाती है, लेकिन इस बार 1 जून से 16 जुलाई तक कुल 772 एमएम बारिश ही हुई। अधिकांश बारिश गत जून माह में हुई, जिसमें 602 एमएम तक पानी बरसा था, जबकि जुलाई की 16 तारीख तक 170 एमएम बारिश ही हुई है।

केलवाड़ा के अलावा बाकी ब्लॉक में 100 एमएम से कम बारिश

1 जून से 16 जुलाई तक सबसे कम बारिश 2014 में हुई थी। इस दौरान 446 एमएम ही बारिश ही हुई। इस साल डेढ़ माह में केवल केलवाड़ा ब्लॉक में ही 116 एमएम बारिश हुई थी। शेष सभी ब्लॉक में बारिश का आंकड़ा 100 एमएम से पार नहीं गया। इसके बाद इस साल डेढ़ महीने में 772 एमएम ही बारिश हुई। जून माह में अच्छी बारिश हुई। जुलाई के 16 दिन बाद भी मानसून सक्रिय नहीं हुआ है।

11 साल में 2016 में सबसे अधिक बारिश रेलमगरा ब्लॉक में

पिछले 11 सालों में 2016 में अब तक की सबसे अधिक बारिश हुई। जहां रेलमगरा ब्लॉक में बादल फटा था। रेलमगरा ब्लॉक में 16 जुलाई तक सर्वाधिक 524 एमएम बारिश हुई थी, जबकि शेष सभी ब्लॉक में भी 16 जुलाई तक अच्छी बारिश हुई। आमेट में 243, भीम 155, देवगढ़ में 202, केलवाड़ा में 278, नाथद्वारा में 309, रेलमगरा में 524, राजसमंद में 292 एमएम बारिश हुई।

पिछले साल भी हो गई थी 1008 एमएम बारिश

मानसून सत्र के दौरान 11 साल में 8 साल बारिश के अच्छे निकले। केवल 2012 में ही 16 जुलाई तक 803 एमएम बारिश हुई, जबकि शेष सात साल 16 जुलाई तक 1000 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई। 2013 में 1388, 2015 में 1064, 2016 में 2003, 2017 में 1262, 2018 में 1157, 2019 में 1455, 2020 में 1080 एमएम बारिश हुई।