हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रविवार दोपहर हुए हादसे ने देश को हिलाकर रख दिया। यह हादसा अपने साथ कई लोगों के लिए कभी न भरने वाले जख्म छोड़ गया। असल में गर्मियों के मौसम में हिमाचल प्रदेश की वादियों में घूमने का अपना ही मजा है। इसी का लुत्फ उठाने के लिए यहां कई लोग पहुंचे थे। सब लोग हंसते-गाते पहाड़ों के नजारे एंज्वाय करते हुए जा रहे थे कि अचानक पहाड़ी से चट्टानें खिसकना शुरू हुई और इलाके में चीख-पुकार मच गई। की गाड़ियों पर चट्टाने गिरने से वे पूरी तरह तबाह हो गईं। हालांकि, स्थानीय लोगों ने राहत के काम में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन मौके से सामने आए कुछ वीडियो क्लिप को देखकर उनकी सहम को भी साफ महसूस किया जा सकता है। एक खतरा यह भी था, कब कितनी बड़ी चट्टान और आ गिरे, कुछ पता नहीं।
हिमाचल के किन्नौर जिले में भू-स्खलन और पत्थर गिरने के कारण एक टैंपो ट्रैवलर में घूमने आए 9 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 3 लोग घायल हो गए। इनमें 4 लोग राजस्थान के, एक पंजाब के मोहाली का, दो छत्तीसगढ़ के, एक महाराष्ट्र का तो एक दिल्ली का रहने वाला थे। हादसा उस वक्त हुआ, जब एक टैंपो ट्रैवलर में सवार हो 12 लोग चितकुला से सांगला की तरफ जा रहे थे। बटसेरी के पास अचानक पहाड़ से बड़ी-बड़ी चट्टानें तोप के गोलों की तरह आन गिरी। इससे पहले कि सैलानी कुछ समझ पाते, उनकी गाड़ी पत्थरों से दब गई और हर तरफ धूल का गुब्बार छा गया। चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनकर बटसेरी गांव के लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। ग्रामीणों ने ही हादसे की खबर पुलिस और प्रशासन को दी।
मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो एक ओर हादसे के शिकार लोगों को निकाला जा रहा था और दूसरी ओर ऊपर से पत्थरों के गिरने का सिलसिला लगातार जारी था। नौबत यहां तक आ पहुंची कि हादसे के पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर मंगवाना पड़ा। एक तो पत्थरों के गिरने से हर तरफ धूल छाई हुई थी और साथ ही बड़ी चट्टान की वजह से बस्पा नदी का पुल भी टूट चुका था। घटनास्थल के वीडियो में यह दहशत साफ देखी जा सकती है कि किस तरह भय के साए में राहत का काम जारी था।