राजस्थान में जारी भारी बारिश के दौर के बीच मंगलवार को बारिश का आंकड़ा सामान्य से आगे निकल गया है। अब तक सामान्य से 7 प्रतिशत बारिश ज्यादा दर्ज हो चुकी है। उधर, पूर्वी राजस्थान में यह आंकड़ा 14 प्रतिशत आगे निकल गया है। जबिक पश्चिमी राजस्थान में आंकड़ा अब तक सामान्य से चार प्रतिशत कम है। मौसम विभाग के अनुसार राजसमंद जिले में अब बुधवार को भी तेज बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग की माने तो मंगलवार को बारां, कोटा, सवाई माधोपुर जिलों में एक दो स्थानों पर अत्यंत भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी किया है जबकि अजमेर, जयपुर, अलवर, करौली, भीलवाड़ा, टोंक, बूंदी, चित्तौडगढ़़, झालावाड़ जिलों में एक दो स्थानों पर भारी से अति भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट है। इसी प्रकार भरतपुर, धौलपुर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, राजसमंद, सीकर, चूरू, झुंझुनूं, चित्तौड़ और नागौर जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
राजसमंद में सामान्य से -17 % कम बारिश
जिलेवार राजस्थान की स्थिति देखें तो सिरोही को अब भी अच्छी बारिश का इंतजार है। यहां 2 अगस्त तक सामान्य से 48 फीसदी कम बारिश हुई है। सिरोही में 2 अगस्त तक 421.4MM बारिश हो जाती है। यहां अब तक केवल 217.6MM ही बारिश हुई है। इसी तरह बांसवाड़ा (-16), भीलवाड़ा (-9), चित्तौड़गढ़ (-16), डूंगरपुर (-32), राजसमंद (-17), उदयपुर (-36), बाड़मेर (-37), जालौर (-41), जोधपुर (-30), नागौर (-7), पाली (-13) और श्रीगंगानगर में (-28) में भी सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है।
6 दिन में बदली तस्वीर, 66.2MM पानी गिरा
राजस्थान में पिछले 6 दिन के अंदर पूरे राज्य में औसत 66.2MM बारिश हुई है। 27 जुलाई तक राज्य में औसत 150.7MM थी। तब यह 27 जुलाई तक होने वाली सामान्य बारिश (184.7) की तुलना में 18 फीसदी कम थी। अब 2 अगस्त की स्थिति बदल गई है। अब पूरे राज्य में 216.9MM बारिश दर्ज हुई है, जो 2 अगस्त तक सामान्य (214.6MM) होने वाली से एक फीसदी ज्यादा है।
जल संसाधन विभाग की माने तो राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान मात्र 10 जिलों में 27 स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई है। जबकि तीन स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश हुई है। सबसे अधिक बारां के शाहबाद में 255 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बांधों की स्थिति पर नजर डाले तो पिछले साल के मुकाबले अब तक 3.33 प्रतिशत पानी की आवक अधिक हो चुकी है। पिछले साल 2 अगस्त तक प्रदेश के बांधों में 41.3 प्रतिशत पानी था, जो अब 44.36 प्रतिशत हो गया है। यानि 249 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवक ज्यादा हुई है।
बना रहेगा कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग की माने तो पश्चिमी यूपी और आसपास के लगने वाले मध्यप्रदेश के ऊपर बने कम दबाव क्षेत्र का प्रभाव राजस्थान में 24 से 36 घंटों के दौरान बने रहने की संभावना है। इस दौरान जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग के जिलों के कुछ स्थानों पर भारी और अति भारी और कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। उधर, 4 अगस्त को पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है। जबिक 5 अगस्त को यलो अलर्ट रहेगा। उसी प्रकार पश्चिमी राजस्थान में 4 अगस्त को यलो अलर्ट और 5 व 6 अगस्त के लिए कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।