राजसमंद जिले में सांयों का खेड़ा पंचायत के वागा की वेर में 7 वर्षीय दो जुड़वा बच्चों की कुएं में डालकर हत्या के मामले में काकी की गिरफ्तारी के बाद भी कई सवाल उठ रहे हैं। 2 सितंबर को बच्चे लापता हो गए थे, जबकि तीसरे दिन 4 सितंबर को कुएं में उनके शव मिले। घटना के बाद खमनोर पुलिस ने मासूम बच्चों की काकी अणछीबाई को ही गिरफ्तार कर लिया, जिससे पुलिस द्वारा गहन पूछताछ की गई, मगर महिला अकेले के द्वारा ही हत्या की वारदात को अंजाम देना बताया जा रहा है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों की हत्या करने की वारदात में अन्य और भी लोग शामिल है। हालांकि पुलिस द्वारा अब तक की गई पूछताछ में महिला कोई जानकारी नहीं दे रही है। इससे सवाल उठ रहे हैं क्या महिला वास्तव में किसी साथी आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है या अकेले ही उसकी हत्या की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार वागा की वेर, सांयों का खेड़ा में बालूसिंह खरवड़ के 7 वर्षीय जुड़वा बेटे तंवर- भूपेंद्र उर्फ सुरेश व शंभू की 2 सितंबर को हत्या कर शव कुएं में डाल दिए थे। घटना के बाद खमनोर पुलिस ने त्वरित जांच करते हुए मासूम बच्चों की काकी अणछीबाई खरवड़ को गिरफ्तार कर लिया, जिसे न्यायालय में पेश करने के बाद रिमांड पर रखने के आदेश हुए। रिमांड अवधि में पुलिस द्वारा आरोपी महिला से काफी पूछताछ की गई और घटना स्थल की तस्दीक भी कराई गई। अब तक महिला अकेले के द्वारा ही बच्चों को कुएं में धकेलने की बात बता रही है, जबकि महिला अणछीबाई का पति हीरासिंह खरवड़ भी बोल रहे हें कि इस वारदात में और कोई न कोई आरोपी शामिल है और पुलिस पूरी तहकीकात करें। इसी तरह गांव के तुलसीसिंह, बच्चों के पिता तुलसी सिंह व बच्चों की मां चांदनीबाई तक ने भी आशंका जताई है कि बच्चों की हत्या करने में काकी के साथ और कोई न कोई अन्य आरोपी भी शामिल हो सकते हैं।
आरोपी महिला का पति बोला- फांसी दो
मासूम बच्चों की हत्या की आरोपी महिला अणछी बाई के पति हीरासिंह खरवड़ बोले कि- कानून मेरी पत्नी को कड़ी से कड़ी सजा दें, उसे फांसी मिलनी चाहिए। उसने ऐसा घिनौना कृत्य किया है, जिसे वह कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता।
दूसरे से अपहरण कराने की आशंका
मासूम बच्चों के लापता होने के तीसरे दिन पुलिस ने डॉग स्क्वायड भी बुलाए, जो उत्तर दिशा में गया, जहां एक बच्चे की पेंट का जेब भी मिला। उसके बाद बच्चे का कोई पता नहीं चल सका है, जबकि बच्चों के शव विपरीत दिशा में स्थित कुएं में मिले। इससे आशंका जताई जा रही है कि पहले बच्चे मंदिर की तरफ गए, जहां से अपहरण कर बाहर ले जाया गया होगा।