भाजपा के दो दिवसीय चिंतन शिविर की शुरुआत मंगलवार को कुंभलगढ़ स्थित एवरेस्ट हिल होटल में हुई। शिविर में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने कहा कि महाराणा प्रताप की यह भूमि त्याग और तपस्या की भूमि है। इस भूमि का कण-कण वीरता व शौर्य की गाथा गाता है। चिंतन शिविर आरंभ होने से पहले शौर्य के प्रतीक कुंभलगढ़ में महाराणा प्रताप की जन्मस्थली के दर्शन किए तथा कार्यक्रम स्थल पर कन्याओं का पूजन किया गया। संतोष ने कहा कि भाजपा विश्व की नंबर 1 राजनीतिक पार्टी बन गई है। पार्टी को स्थायी व मजबूत बनाने के लिए हम सबको जन भावनाओं के अनुसार कार्यक्रम बनाने पड़ेंगे और काम करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्त्ता आधारित सामान्यजन की पार्टी है, इसलिए राष्ट्र के हर व्यक्ति की समस्या का समाधान करना, केंद्र सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए सत्त जन अभियान चलाएंगे। हमारे संगठन में हर कार्यकर्त्ता की सुनते भी हैं, कार्यक्रम का संकल्प भी लेते हैं और कार्यक्रम के माध्यम से जनता को संदेश भी देते हैं।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे देश में आंतरिक गुटबाजी से जूझ रही है और उनकी प्राथमिकता जनता की समस्या के समाधान की नहीं है, उनकी प्राथमिकता अपनी व अपनी पार्टी की समस्या का समाधान करना है। आज प्रदेश महिला उत्पीड़न मे नंबर 1 बन चुका है। अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की सरेआम हत्या हो रही है, जहां घटना अलवर की हो या कोटा की कानून का शासन नहीं जंगलराज प्रदेश में बन चुका है।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कहा कि इस प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं है, किसान परेशान है, युवा दुखी है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है, भर्तियों में भ्रष्टाचार हो रहा है, संपूर्ण प्रदेश में त्राहिमाम त्राहिमाम हो रहा है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार कोई जन कल्याण के काम नहीं कर रही हैं। हमारी मोदी सरकार लोगों की भावनाओं के अनुसार काम कर रही है, जिनमें जनधन के खातों में पैसे भेजना, किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान योजना से जोड़ना, सीधे पैसे किसानों के खातों में भेजना, गांवों में प्रधानमंत्री सड़क योजना, जल जीवन मिशन आदि योजनाएं जनता को लाभ दे रही है।
चिंतन शिविर में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर, अशोक परनामी, अरुण चतुर्वेदी, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रदेश महामंत्री संगठन चंद्रशेखर, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, पूर्व मंत्री प्रभु दयाल सैनी, वासुदेव देवनानी, निहालचंद मेघवाल, मदन दिलावर, सांसद सीपी जोशी, पीपी चौधरी, राजसमंद सांसद दीया कुमारी, कनक मल कटारा, भाजपा प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य, प्रदेश महामंत्री, संभाग प्रभारी आदि मौजूद थे।
मेवाड़ में इसलिए बढ़ी संघ-भाजपा की हलचल
राजस्थान में अगले विधानसभा चुनाव में भले ही 2 साल से अधिक का समय शेष हो, लेकिन न केवल भाजपा बल्कि आरएसएस का भी पूरा फोकस मेवाड़ क्षेत्र पर है। इसके कई कारण हैं। इसमें संभाग से जुड़े दाे विधानसभा क्षेत्राें में उप चुनाव है, जिनमें वल्लभनगर-धरियावाद सीट शामिल है।राजस्थान में सत्ता की चाबी मेवाड़ में रहती है। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में ये मिथक टूट गया था।
मेवाड़ से जुड़े आदिवासी क्षेत्र में बीटीपी के बढ़ते प्रभाव और खिसकते वोट बैंक को रोकना । महाराणा प्रताप से जुड़े भाजपा के विवाद को थामने की भी है कवायद है। ऐसा इसलिए क्याेंकि पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के महाराणा प्रताप से जुड़े एक विवादित बयान के बाद पार्टी को हुए सियासी नुकसान की भरपाई के लिए भी कुंभलगढ़ से उपयुक्त जगह चिंतन बैठक के लिए कोई दूसरी नहीं हो सकती थी।
आरएसएस की दृष्टि से भी मेवाड़ क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है और यहां हाल ही में हुए सरसंघचालक मोहन भागवत के उदयपुर प्रवास के पीछे भी कई कारण रहे हैं। खासकर बात ये है कि धर्मांतरण की घटनाओं से संघ चिंतित है। पिछले दिनों आदिवासी क्षेत्र में धर्मांतरण के कई मामले सामने आए।
आदिवासियों का हिंदू धर्म नहीं होने से जुड़े नेताओं के बयान भी इस क्षेत्र के लिए काफी मायनें रखते है