राजसमंद जिले में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए सरकारी और निजी स्तर पर कई प्रयास हो रहे हैं। इसी का नतीजा है कि अन्य जिलों की अपेक्षा राजसमंद जिले में ऑक्सीजन की उतनी किल्लत देखने को नहीं मिली। बडारड़ा प्लांट के बाद दरीबा में हिन्दुस्तान जिंक द्वारा नया प्लांट शुरू किया गया, जबकि अब कालीवास में अनन्ता हॉस्पीटल में सिक्योर मीटर की मदद से नए ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने फीता काटकर किया। इससे अब प्रतिदिन 36 से 40 सिलेंडर का उत्पादन होगा, जिससे आमजन को बड़ी राहत मिलेगी।
अनन्ता मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल के रजिस्ट्रार डॉ. नीतिन शर्मा ने बताया कि कॉलेज परिसर में ही नया ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया। अब यहां से प्रतिदिन 36 से 40 सिलेंडर का उत्पादन होगा, जिससे अब बडारड़ा के प्लांट पर आश्रित नहीं रहना पड़ेगा और न ही कॉलेज में ऑक्सीजन की किल्लत रहेगी। इस दौरान ट्रस्ट अध्यक्ष नारायणसिंह राव, सिक्योर मीटर के एमडी सुकेत सिंघल, डॉ. भगवान विश्नोई, नाथद्वारा एसडीएम अभिषेक गोयल, श्रीनाथजी मंदिर मंडल मुख्य कार्यकारी अधिकारी जितेन्द्र ओझा, देलवाड़ा तहसीलदार हुकुम कंवर, राजस्व निरीक्षक रविन्द्र श्रीमाली आदि मौजूद थे।
राजसमंद-नाथद्वारा में भी निर्माणाधीन
ऑक्सीजन की किल्लत खत्म करने के लिए पहले से आरके जिला चिकित्सालय राजसमंद और गोवर्धन राजकीय चिकित्सालय नाथद्वारा परिसर में ऑक्सीजन प्लांट निर्माणाधीन है। दोनों प्लांट शुरू होने के बाद कई हद तक राजसमंद जिले में ऑक्सीजन की समस्या से आमजन को राहत मिल जाएगी।
कलक्टर ने किया प्लांट का अवलोकन
अनन्ता हॉस्पीटल में ऑक्सीजन प्लांट का जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने अवलोकन किया। साथ ही वर्तमान में हॉस्पीटल में उपलब्ध बेड, ऑक्सीजन की खपत और भविष्य को लेकर क्या प्लान है, आदि के बारे में जानकारी ली। वर्तमान में अनन्ता हॉस्पीटल में ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग देलवाड़ा तहसीलदार हुकम कंवर द्वारा की जा रही है, जहां एक सरकारी कार्मिक की नियुक्ति भी कर रखी है।