लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
दो वर्ष के कोरोनाकाल के बाद अब शादियों का धूम धड़ाका काफी बढ़ गया है। इस बीच राजसमंद जिले में एक बढक़र एक अनोखी शादियां देखने को मिल रहा है। गत दिनों बीकानेर से एक दूल्हे विक्रमसिंह राठौड़ ने हेलिकॉप्टर से बारात लाकर सबकी चर्चा में आ गया और अब एक बारात में दूल्हा देवेन्द्र कुमावत बैलगाड़ी से बारात ले जाकर सबको हैरान कर दिया है।
जानकारी के अनुसार गत दिनों राजसमंद जिला मुख्यालय पर स्थित शिवनगर में शंभूसिंह आरना की बेटी की ममता की शादी के लिए बीकानेर से विक्रमसिंह राठौड़ हेलिकॉप्टर में बारात लेकर आया और फिर दुल्हन को हेलिकॉप्टर से ही लेकर बीकानेर गया। अब राजसमंद के पास कुंवारिया में जोधपुरा से भंवरलाल कुमावत के बेटे देवेंद्र की बारात बैलगाड़ी से सात किलोमीटर दूर देवली गांव पहुंची और रास्ते में जितने भी गांव थे, जगह जगह बारातियों का ग्रामीणों द्वारा स्वागत किया गया। बैलगाडिय़ों की कतार में अनोखी शादी क्षेत्रवासियों के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है।
राजसमंद जिले के जोधपुरा गांव में एक परिवार ने पुराने नीति रिवाज के तहत दूल्हे देवेंद्र कुमावत की बारात बैलगाडिय़ों से ले जाकर आमजन व समाज में फिजूलखर्ची नहीं करने का संदेश दिया है। जोधपुरा में भंवरलाल के पुत्र देवेंद्र की बारात देवली गांव गई। इसके लिए एक दर्जन बैलगाडिय़ों को सजा धजाकर रवाना की गई। सात किलोमीटर दूर गांव पहुंची। बारात में गए महिला, पुरुष व युवा भी बड़े ही उत्साहित दिखे और बैलगाड़ी में महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चल रही थी। करीब पौन घंटे में बारात जोधपुर से देवली गांव पहुंच गई, जहां पूर्व पूर्व सरपंच बंशीलाल कुमावत द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
भंवरलाल ने बताया कि बैलगाड़ी से बारात ले जाकर फिजूलखर्ची रोकने का संदेश दिया है। बारात के लिए बैलो के साथ बैलगाडिय़ों को आकर्षक फर्रियों व गुब्बारों से सजाई गई। उसके बाद बारात निकली, तो रास्ते में बारात की कतार देखने के लिए जगह जगह लोगों का मजमा लग गया। इस दौरान कुमावत समाज अध्यक्ष मांगीलाल कुमावत, भंवरलाल कुमावत, आसाराम कुमावत, मिठूलाल कुमावत, शिव लाल कुमावत, कुमावत, लेहरु लाल कुमावत, सुख लाल कुमावत, भेरूलाल, रोशन लाल आदि मौजूद थे।