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मृतक पवन और महेन्द्र

राजसमंद जिले में मामूली कहासुनी से उपजे विवाद के बाद बजरी कारोबारी द्वारा डम्पर से कुचलकर कार सवार दो युवकों की हत्या के आरोप को लेकर मामला सामने आया है। प्रथम दृष्टया मामला सडक़ दुर्घटना का लगा, मगर पुलिस जांच में जानबुझकर डम्पर से टक्कर मारकर दो युवकों की हत्या करना सामने आ रहा है। इससे उग्र भीड़ अल सुबह देवगढ़ थाने पर जमा हो गई और कामलीघाट पुलिस चौकी के सभी जवानों को बर्खास्त करने की मांग पर अड़ गए। बाद में एसपी सुधीर चौधरी ने लोगों के आरोप के बाद 4 पुलिस जवान को सस्पेंड और 1 पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही दोनों युवकों की हत्या के आरोप में डम्पर चालक व डम्पर मालिक को पुलिस ने जोधपुर में पकड़ लिया। मौके पर एएसपी कालूराम बैरवा के बाद भीम विधायक सुदर्शन सिंह रावत भी पहुंच गए और पीडि़त परिवार से मिले व अन्य लोगों से समझाइश के प्रयास किए।

थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत ने बताया कि देवगढ़ के गुर्जरों का दरवाजा निवासी पवन (27) पुत्र शंकरलाल गुर्जर और दोलपुरा निवासी महेंद्र मेवाड़ा (25) पुत्र छगनलाल की मौत हो गई। उसके साथी नेनालाल गुर्जर, दिनेश गुर्जर और विष्णु गुर्जर बाल बाल बच गए। मृतक पवन कांग्रेस का कार्यकर्ता और महेंद्र मेवाड़ा किराना व्यवसायी था। घटनाक्रम के मुताबिक पांचों दोस्त शनिवार को अल्टो कार से मेवाड़ भवन गए थे। रात करीब 10.30 बजे कार से वापस घर लौट रहे थे। रेलवे फाटक मोड़ पर बजरी से भरे ओवरलोड डंपर ने कार को कट मारकर क्रॉस किया। कार सवारों ने डंपर ड्राइवर को वाहन को तरीके से चलाने की कहा तो डंपर ड्राइवर व उसके साथी और एस्कोर्ट कर रहे स्कॉपियो सवार युवक से कहासुनी हो गई। बजरी माफिया ने कहा कि बजरी से भरा डंपर ऐसे ही चलता है, हम तो ऐसे ही चलाएंगे।

एक किलोमीटर पीछा कर कार को रौंदा
कहासुनी बंद कर पांचों दोस्त कार में बैठकर घर के लिए रवाना हो गए। करीब एक किलोमीटर आगे पहुंचने पर कामलीघाट चौराहे पर ओसवाल वे ब्रिज के पास रोड किनारे कार रोकी। कार से उतरकर नेनालाल, दिनेश और विष्णु टॉयलेट करने चले गए। पीछे से दौड़ते हुए ला रहे बजरी से भरे डंपर ने कार को टक्कर मारी। कार को घसीटते हुए डंपर अपने साथ ले गया और दो तीन बार कार को टक्कर मारी। कार में बैठे पवन और महेंद्र गंभीर घायल हो गए। मौके पर बजरी खाली कर डंपर और एस्कॉर्ट कर रही स्कॉपियो फरार हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।

थाने का घेराव कर किया हंगामा
रविवार सुबह करीब 10 बजे मृतकों के परिजन और लोग बड़ी संख्या में देवगढ़ थाने पहुंचे। लोगों ने थाने का घेराव किया। घटनास्थल से 500 मीटर दूर स्थित कामलीघाट चौकी के पुलिसकर्मियों पर बजरी माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाकर हटाने की मांग की। विवाद बढ़ता देख मौके पर एएसपी शिवलाल बैरवा, भीम डीएसपी राजेंद्रसिंह, देवगढ़ थानाधिकारी शैतानसिंह, आमेट थानाधिकारी प्रेमसिंह, भीम थानाधिकारी गजेंद्रसिंह, दिवेर थानाधिकारी दिलीपसिंह मय पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि कार को टक्कर मारने वाले डंपर में ड्राइवर ताराचंद्र और उसका साथी श्रवण सिंह बैठा था। एस्कॉर्ट करने वाले स्कॉपियो में नरेंद्र सिंह नाम का युवक था।

सैकड़ों की भीड़ से जाम हो गया रास्ता
पुलिस थाने के अन्दर व बाहर सैकड़ों की तादाद में लोगों की भीड़ एकत्रित होने के बाद देवगढ़ से आमेट मार्ग जाम हो गया है। पुलिस द्वारा समझाइश भी की गई, लेकिन बड़ी तादाद में लोगों के आने से हालात बेकाबू हो गए।