देवगढ़ में आग में झुलसे 75 साल के पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत की उदयपुर अस्पताल में 6 दिन तक उपचार के बाद दर्दनाक की मौत हो गई है। पुजारी का उदयपुर के एमबी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जिसे 20 नवंबर 2022 को बदमाशों ने घर में बैठे दंपति पर पेट्रोल बम से हमला कर जिंदा जलाने की कोशिश की थी। (Ablaze Devgarh Priest passes away) इस हमले में दंपती 80 फीसदी तक झुलस गए थे। इस मामले में पीड़ित दंपती के बेटे ने विजयपुरा सरपंच मीनादेवी के पति हरदेव भाट और भीम विधायक पर गंभीर आरोप लगाया है। साथ ही सीएम गहलोत से न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस अब तक विजयपुरा सरपंच पति हरदेव भाट सहित 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबिक दो आरोपी अभी पुलिस की हिरासत में है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। इस बीच उदयपुर अस्पताल में भर्ती पुजारी ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद उदयपुर के एमबी चिकित्सालय के साथ देवगढ़ के विजयपुरा पंचायत के हीरा की बस्सी गांव में भी भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया।
अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में प्लास्टिक सर्जरी विभाग में मेडिकल बोर्ड की निगरानी में उनका इलाज चल रहा था। पिछले तीन दिन से उनकी हालत गम्भीर बनी हुई थी। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल ने उनकी मौत की पुष्टि की है। डॉ. पोसवाल ने बताया कि मेडिकल टीम ने हर कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। नवरत्नलाल के शव का पोस्टमार्टम थोड़ी देर में उदयपुर चिकित्सालय में होगा। फिर परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया जाएगा। उदयपुर में 6 चिकित्सकों की मेडिकल टीम की निगरानी में उनका उपचार किया जा रहा था। उन्हें पहले से मधुमेह की समस्या भी थी व बायपास सर्जरी हो चुकी थी। तीन दिन से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। ऑक्सीजन लेवल ड्रॉप हो गया था, जिस पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। तमाम प्रयासों के बावजूद उनकी हालत अभी खतरे से बाहर नहीं आ पा रही थी। उनकी पत्नी जनमा देवी (60) की हालत में सुधार है।
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पेट्रोल बम से पुजारी पर हुआ था मामला, देखिए पूरा मामला
पुजारी के बेटे मुकेश प्रजापत ने बताया था कि 20 नवंबर की शाम को वो अपनी दुकान व मकान में था, जो वही मकान व दुकान है। (Attack on Priest Couple with Petrol Bomb) था। हीरा की बस्सी, विजयपुरा निवासी पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत (75), उनकी पत्नी जमनादेवी (65), पुत्र रंगलाल प्रजापत अपने घर पर खाना खा रहे थे, तभी रात करीब साढ़े आठ से 9 बजे एक दर्जन लोगों ने हमला कर दिया था। हमले में पुजारी नवरत्नलाल 80 फीसदी तक झुलस गया था। तभी सबसे पहले मुझे पकड़ा और एक रस्सी से एक कोने में बांध दिया। बदमाशों के हाथ में पेट्रोल भी था, जिसको उन्होंने मेरे माता-पिता पर छिड़क दिया आग लगा दी और फिर बाहर से दुकान में भी आग लगा दी। इस दौरान मेरी आंखों के सामने मेरे पिता जलते हुए बाहर आए. मैं बार-बार चिल्ला रहा था, लेकिन कोई अंदर नहीं आया. काफी संघर्ष करके मेरे को बांधी हुई रस्सी को मैंने तोड़ा। उसके बाद पास में पड़ी हुई पानी की बाल्टी लेकर आया और जलते हुए माता-पिता पर पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की।
भीम विधायक रावत पर लगाए थे गंभीर आरोप
पीड़ित दंपती के पुत्र ने भीम सरपंच विधायक सुदर्शन सिंह रावत, विजयपुरा सरपंच मीनादेवी के पति हरदेव भाट सहित गांव के कई लोगों पर आरोप लगाया था। उसके मुताबिक लंबे समय से पुजारी परिवार मंदिर में पूजा-अर्चना करता आ रहा था, लेकिन स्थानीय सरपंच और विधायक ने मिलकर दूसरे आदमी को मंदिर में रखना चाह रहे थे। कथित तौर पर विधायक की शह पर मंदिर का ताला तोड़कर के दूसरे आदमी को मंदिर में पूजा करने के लिए लगाया गया। बेटे ने बताया कि इस घटना के बाद 1 महीने से मेरे माता-पिता और हम लोग मंदिर नहीं जा रहे थे। मंदिर की जमीन पर स्थानीय सरपंच पति और विधायक सुदर्शन सिंह दुकान बनाना चाहते थे। गौरतलब है कि बेटे के मुताबिक उसने जमीन विवाद को लेकर पहले ही कामलीघाट पुलिस चौकी पर रिपोर्ट दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई थी।
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अब तक पुलिस ने 9 आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुजारी को जिंदा जलाने का प्रयास और बाद में 6 दिन तक अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ने पर देवगढ़ थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विजयपुरा सरपंच मीना भाट के पति हरदेव भाट सहित 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे मामले में लापरवाह मानते हुए उदयपुर आईजी प्रफुल कुमार ने देवगढ़ थाना प्रभारी शैतानसिंह नाथावत और कामलीघाट चौकी प्रभारी एसआई राजूसिंह को तत्काल निलंबित कर दिया था। इस घटना के बाद रात से पुलिस की धरपकड़ कार्रवाई अभी तक जारी है।
देवनारायण मंदिर की जमीन का था मुख्य विवाद
देवगढ़ के कामलीघाट में पेट्रोल पम्प के सामने देवनारायण मंदिर की जमीन का विवाद है। इसको लेकर पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत ने सिविल न्यायालय में वाद दायर किया, जिस पर स्थगनादेश है. पुजारी की दो पीढ़ियां पूजा करती आई है, लेकिन विवाद के चलते कुछ लोग उन्हें पुजारी पद से हटाना चाहते हैं. इस बीच विपक्षी की ओर से न्यायालय में अपील की, जिसकी 3 दिसंबर 2022 को सुनवाई प्रस्तावित है. इससे पहले सरपंच मीनादेवी के पति हरदेव भाट और अन्य लोगों से लड़ाई झगड़ा व विवाद हुआ, तो पीड़ित नवरत्नलाल प्रजापत ने देवगढ़ थाने में उनके खिलाफ रिपोर्ट दे दी थी. पुजारी के पुत्र मुकेश प्रजापत का आरोप है कि थाने में रिपोर्ट देने के बावजूद पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। भीम विधायक सुदर्शनसिंह रावत के दबाव में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप है.पुजारी पर हमले की दी थी सुपारी- पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत पर पेट्रोल बम फेंक कर जिंदा जलाने की संगीन वारदात की सुपारी दी गई थी. इसके लिए 20 हजार रुपए की सुपारी देना सामने आ रहा है। इसी षड्यंत्र के तहत विजयपुरा सरपंच मीनादेवी के पति हरदेव सहित एक दर्जन युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया।
सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार को घेरा
पुजारी की मौत के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहमंत्री रहते दबंगों के पेट्रोल बम ने आज एक और पुजारी की बलि ले ली. देवगढ़-भीम के पुजारी नवरत्न लाल की मौत पर राज्य की जनता की बद्दुआएं कांग्रेस सरकार को जनता के जनाक्रोश की अग्नि में झुलसाने तक पीछा करेंगी।