राजसमंद शहर में 100 फीट रोड स्थित एक मकान में बुधवार देर रात मुम्बई इंडियन्स और लखनऊ सुपर जाइंट्स के बीच आईपीएल मैच के दौरान पकड़े गए सट्टेबाजी के खेल में कई खुलासे हुए हैं। बुकी प्रवीण ने पूरा कारोबार चलाने के लिए 20- 20 हजार रुपए में पढ़े-लिखे स्थानीय लड़कों को रखा हुआ था। सट्टे का सारा कारोबार ऑनलाइन चला रखा था, जहां से पुलिस द्वारा गिरफ्तार पांचों युवक वहां पर नौकरी करते थे, जिससे उन्हें यह भी पता नहीं था कि आखिर यह कारोबार अवैध है या वैध। किस तरह से यह सट्टा का काला कारोबार चला रखा था, जिसके चक्कर में राजसमंद शहर के कई लोग फंस चुके हैं, जिसमें कुछ ग्रामीण क्षेत्र के पीड़ित भी बताए जा रहे हैं। फिलहाल पांचों युवक पुलिस रिमांड पर है और पीड़ित परिवारों के बारे में भी पुलिस द्वारा गहन पूछताछ व पड़ताल की जा रही है। बताया गया कि मैच शुरू होने के बाद वह खुद कार लेकर बाहर निकल जाता था और चलती कार में ही पंटरों (पैसा लगाने वाले ग्राहक) और अपने लड़कों से फोन पर लगातार संपर्क में रहता था।
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार आरोपी प्रवीण माली पुत्र भंवरलाल अपने 100 फीट पर अम्बेडकर सर्कल के पास स्थित मकान से सट्टे का कारोबार चलाता है । उसके बड़े सटोरियों से संपर्कों की भी पुलिस जांच कर रही है। बुकी प्रवीण ने अपने घर से सट्टेबाजी का धंधा चलाने का पूरा इंतजाम कर रखा था। एक कमरे में तीन लैपटॉप, एक एलईडी टीवी, इंटरनेट राउटर लगा रखा था वहीं, मौके से 16 मोबाइल फोन भी पुलिस ने जब्त किए। इसके अलावाकरीब डेढ़ दर्जन नई जारी की हुई सिम भी बरामद की।पुलिस को जांच में पता चला है कि प्रवीण मैच शुरू होते ही घर से कार में बैठकर बाहर निकल जाताथा। पूरे मैच के दौरान वह चलती कार से ही सटोरियों और पंटरों से मोबाइल फोन से लगातार जुड़ा रहता था, ताकि पुलिस की छापेमारी होने पर पकड़ में नहीं आ पाए। पुलिस ने देर रात आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद 6 बैंक खातो को खाते फिज करवा दिए, जिनके जरिए सट्टे की रकम का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होता था। इन खातों में अभी भी करीब पांच से छह लाख रुपए बैलेंस होना बताया जा रहा है। इस अवैध कारोबार के तार कहां तक किन-किन से हैं, ग्राहक कौन हैं, इसकी भी ज कर रहे हैं। मुख्य आरोपी प्रवीण माली की तलाश जारी है। उसे पकड़ने के बाद और खुलासे हो सकेंगे। जिले में सट्टेबाजी के कारोबार पर अंकुश लगाने के योजनाबद्ध ढंग से काम करेंगे।
बर्बाद हो गए कई परिवार
सट्टा के अवैध कारोबार के चक्कर में आकर कई परिवार बर्बाद हो गए हैं, जिनके अब समाज की मुख्यधारा से जोड़ना बड़ी चुनौती है। क्योंकि सट्टे में तत्काल 2 के 4 रुपए करने के चक्कर में घर परिवार में पत्नी के जेवर, जमीन तो क्या कुछ लोगों ने अपने घर को ही गिरवी रख दिया और लाखों रुपए सट्टे में दांव पर लगाने के बाद भी कोई राशि हाथ नहीं लग पाई। ऐसे में सट्टे के चंगुल में फंसकर कुछ परिवार तो जिन्दगीभर की कमाई दांव पर लगा चुके हैं। ऐसे में उनके लिए वापस समाज की मुख्यधारा में आना चुनौतीपूर्ण है। हालांकि राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने कहा है कि पीड़ित परिवारों को जो भी संभव होगा, वे उचित प्रयास कर पीड़ित लोगों को राहत दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। साथ ही अन्य लोगों को सट्टे के चक्कर में नहीं आने के लिए जागरूक किया जाएगा।
राजसंमद शहर में सट्टेबाजी का पहला मामला
राजसमंद शहर में आईपीएल या किसी क्रिकेट मैच पर 25 करोड़ रुपए की रकम दांव पर लगा सट्टा खेलने का यह पहला मामला पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने मौके से 16 मोबाइल सिम सहित, 16 नई सिम, 3 लैपटॉप चार्जर सहित, 1 टीवी, 1 इंटरनेट राउटर, 7 मोबाइल चार्जर, एक डीटीएच, 3 रिमोट सहित कुल 5 रजिस्टर जब्त किए, जिनमें मैच पर लगाए गए पैसों का हिसाब-किताब है। इधर पुलिस अधिकारियों को पता चला कि शहर सहित जिले के कई इलाकों में क्रिकेट सट्टेबाजी चलने की आशंका है। इस पर लगाम लगाने के लिए पुलिस योजनाबद्ध ढंग से कार्रवाई के लिए जुटेगी।
सट्टेबाजी एक अवैध खेल
सट्टेबाजी एक ऐसा अवैध खेल है, जिसमें लोग काफी पैसा लगाकर बर्बाद हो चुके हैं इस अवैध खेल की रोकथाम के लिए परिजनों को पुलिस को सटीक सुचना देकर सट्टेबाजों को पकड़वाने के प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि सट्टेबाजी जैसे अवैध खेल को रोका जा सके। जिला विशेष शाखा और अपराध शाखा ने राजनगर पुलिस थाने की टीम के साथ मिलकर पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। बुकी प्रवीण माली को पुलिस पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय से तलाश रही है। उसके गिरफ्त में आने के बाद कुछ और खुलासे हो सकते हैं।
ये आरोपी किए गिरफ्तार
- दीपक जोशी पुत्र शिवशंकर निवासी बामनहेड़ा (नाथद्वारा), राजसमंद
- पूरण जोश पुत्र ओमप्रकाश निवासी बामनहेड़ा, नाथद्वारा जिला राजसमंद
- मनीष माली पुत्र रोशनलाल निवासी मालीवाड़ा (राजनगर), राजसमंद
- राहुल दीक्षित पुत्र बबलू नि गोविन्द नगर, हाउसिंग बोर्ड, कांकरोली, राजमसंद
- अभय सिंह पुत्र भंवर सिंह राठौड़ निवासी गोविन्द नगर, कांकरोली, जिला राजसमंद
पुलिस टीम में ये भी थे शामिल
राजनगर सीआई डॉ. हनवंत राजपुरोहित, जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के विशेष शाखा प्रभारी लक्ष्मणसिंह, एएसआई रतनलाल व्यास, एएसआई दशरथसिंह, हेड कांस्टेबल नरेश पालीवाल, कैलाश, किशोरसिंह, कांस्टेबल लक्ष्मी्र महेन्द्र सिंह, वीरेन्द्र, रतनलाल साइबर थाने से हेड कांस्टेबल इन्द्रमल आदि शामिल थे।